ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी (फाइल फोटो)...
तेहरान:
राष्ट्रपति हसन रोहानी ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका द्वारा 2015 के परमाणु करार में किसी तरह का फेरबदल करता है तो ईरान उसी के मुताबिक प्रतिक्रिया देगा. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा द्वारा प्रतिबंध संबंधी एक नए विधेयक को पारित किए जाने के बाद ईरान का यह बयान आया है.
ये भी पढ़ें...
ईरान ने नए अमेरिकी प्रतिबंध को परमाणु करार का उल्लंघन बताया
सरकारी प्रसारक आईआरआईबी पर प्रसारित की गई एक कैबिनेट बैठक में रोहानी ने कहा, 'अगर दुश्मन समझौते के कुछ हिस्सों पर कदम उठाते हैं तो हम भी वैसा ही करेंगे, और अगर वे समूचे करार को लेकर ही कोई कदम उठाते हैं तो हम भी वही करेंगे'. ईरानी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों की समिति ने कहा कि वह शनिवार को इस पर अपनी प्रतिक्रिया के लिये असाधारण सत्र बुलाएगी.
ये भी पढ़ें...
ईरान ने पांच विमानों में भरकर भोजन कतर भेजा : विमानन कंपनी
रोहानी ने कहा, 'हमें निश्चित रूप से अपनी सुरक्षा क्षमताओं को विकसित करना चाहिए और दूसरों की राय चाहे जो हो हम अपने रक्षात्मक हथियारों को और मजबूत बनाएंगे'. वहीं, इस मामले में ईरान के सर्वोच्च परमाणु वार्ताकार ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा द्वारा नए प्रतिबंधों को मंजूरी 'एक शत्रुतापूर्ण उपाय' है जो 2015 के परमाणु करार को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्धता को तोड़ती है.
समाचार एजेंसी आईएसएनए के मुताबिक उप विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा, 'अमेरिकी कांग्रेस में चल रही मौजूदा कार्रवाई...स्पष्ट रूप से इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के खिलाफ एक शत्रुतापूर्ण उपाय है'.
(इनपुट एएफपी से)
ये भी पढ़ें...
ईरान ने नए अमेरिकी प्रतिबंध को परमाणु करार का उल्लंघन बताया
सरकारी प्रसारक आईआरआईबी पर प्रसारित की गई एक कैबिनेट बैठक में रोहानी ने कहा, 'अगर दुश्मन समझौते के कुछ हिस्सों पर कदम उठाते हैं तो हम भी वैसा ही करेंगे, और अगर वे समूचे करार को लेकर ही कोई कदम उठाते हैं तो हम भी वही करेंगे'. ईरानी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों की समिति ने कहा कि वह शनिवार को इस पर अपनी प्रतिक्रिया के लिये असाधारण सत्र बुलाएगी.
ये भी पढ़ें...
ईरान ने पांच विमानों में भरकर भोजन कतर भेजा : विमानन कंपनी
रोहानी ने कहा, 'हमें निश्चित रूप से अपनी सुरक्षा क्षमताओं को विकसित करना चाहिए और दूसरों की राय चाहे जो हो हम अपने रक्षात्मक हथियारों को और मजबूत बनाएंगे'. वहीं, इस मामले में ईरान के सर्वोच्च परमाणु वार्ताकार ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा द्वारा नए प्रतिबंधों को मंजूरी 'एक शत्रुतापूर्ण उपाय' है जो 2015 के परमाणु करार को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्धता को तोड़ती है.
समाचार एजेंसी आईएसएनए के मुताबिक उप विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा, 'अमेरिकी कांग्रेस में चल रही मौजूदा कार्रवाई...स्पष्ट रूप से इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के खिलाफ एक शत्रुतापूर्ण उपाय है'.
(इनपुट एएफपी से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं