मेडन:
इंडोनेशियाई वायुसेना का एक परिवहन विमान मंगलवार को उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक शहर के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में आग लग गई और विस्फोट हो गया जिसमें कम से कम 141 व्यक्तियों की मौत हो गई है।
सुमात्रा द्वीप स्थित 20 लाख की आबादी वाले मेडन शहर पर जलता हुआ हर्क्युलिस सी-130 विमान गिरने से कई इमारतें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं और कारों में आग लग गई।
वायुसेना प्रमुख अगुस सुप्रियतना ने बताया कि विमान की सूची के अनुसार विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के समय उसमें 113 व्यक्ति सवार थे, जिसमें 12 चालक दल के सदस्य और 101 यात्री थे। उन्हें नहीं लगता कि उसमें से कोई भी जीवित बचा है।
उन्होंने कहा, ‘नहीं, नहीं। कोई भी जीवित नहीं बचा है, मैं अभी तत्काल दुर्घटनास्थल से लौटा हूं।’ अभी तक 49 शव निकालकर अस्पताल पहुंचाये जा चुके हैं।
मेडल हवाई ठिकाने के प्रवक्ता जहां से विमान ने उड़ान भरी ने कहा कि यात्रियों में कई के सैन्यकर्मियों के परिवार के सदस्य होने की संभावना हैं। इस दुर्घटना में अभी तक एक बच्चे की मौत होने की पुष्टि हो गई है।
स्थानीय खोज एवं बचाव एजेंसी ने भी कहा कि जब 51 साल पुराना विमान एक नवनिर्मित रिहायशी क्षेत्र के पास जमीन पर गिरा तो जमीन पर तीन लोगों की मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद व्यापक पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू हो गया। दुर्घटनास्थल से शवों को ले जाने के लिए एंबुलेंसें लगाई गईं। वहीं दूसरी ओर घबराए लोगों की भीड़ दुर्घटनास्थल के आसपास जमा हो गई, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर दी थी।
सुमात्रा द्वीप स्थित 20 लाख की आबादी वाले मेडन शहर पर जलता हुआ हर्क्युलिस सी-130 विमान गिरने से कई इमारतें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं और कारों में आग लग गई।
वायुसेना प्रमुख अगुस सुप्रियतना ने बताया कि विमान की सूची के अनुसार विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के समय उसमें 113 व्यक्ति सवार थे, जिसमें 12 चालक दल के सदस्य और 101 यात्री थे। उन्हें नहीं लगता कि उसमें से कोई भी जीवित बचा है।
उन्होंने कहा, ‘नहीं, नहीं। कोई भी जीवित नहीं बचा है, मैं अभी तत्काल दुर्घटनास्थल से लौटा हूं।’ अभी तक 49 शव निकालकर अस्पताल पहुंचाये जा चुके हैं।
मेडल हवाई ठिकाने के प्रवक्ता जहां से विमान ने उड़ान भरी ने कहा कि यात्रियों में कई के सैन्यकर्मियों के परिवार के सदस्य होने की संभावना हैं। इस दुर्घटना में अभी तक एक बच्चे की मौत होने की पुष्टि हो गई है।
स्थानीय खोज एवं बचाव एजेंसी ने भी कहा कि जब 51 साल पुराना विमान एक नवनिर्मित रिहायशी क्षेत्र के पास जमीन पर गिरा तो जमीन पर तीन लोगों की मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद व्यापक पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू हो गया। दुर्घटनास्थल से शवों को ले जाने के लिए एंबुलेंसें लगाई गईं। वहीं दूसरी ओर घबराए लोगों की भीड़ दुर्घटनास्थल के आसपास जमा हो गई, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर दी थी।
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