विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को भारत को आधिकारिक तौर पर 'पोलियो मुक्त' घोषित कर दिया।
दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में भारत उन 11 देशों में शामिल है जिसे वाइल्ड पोलियो विषाणु से मुक्त प्रमाणित किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने यहां एक कार्यक्रम में आधिकारिक प्रमाणपत्र प्राप्त किया।
इस उपलब्धि ने दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र को पोलियो मुक्त बना दिया है। इस तरह पोलियो मुक्त होने वाला यह चौथा क्षेत्र बन गया है। अमेरिकी क्षेत्र 1994 में, पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र 2000 में और यूरोपीय क्षेत्र 2002 में पोलियो मुक्त हुए थे।
आजाद ने कहा, 'भारत जनवरी 2011 से ही पोलियो मुक्त है। भारत ने 19 साल पहले 1995 में पोलियो उन्मूलन का कार्यक्रम शुरू किया था जब यह रोग हर साल 50,000 से अधिक बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले लेता था।'
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उच्चतम स्तर पर दृढ़ संकल्प, देशी पोलियो टीका जैसे प्रौद्योगिकी नवोन्मेष, पर्याप्त घरेलू वित्तीय संसाधन और पोलियो कार्यक्रम की करीबी निगरानी से संभव हुई। इसके जरिये टीकाकरण के स्तर ने 99 फीसदी कवरेज पाया और भारत ने पोलियो उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल कर लिया।
आजाद ने बताया कि 23 लाख पोलियो स्वयंसेवियों की एक मजबूत टीम और 1,50,000 सुपरवाइजरों ने प्रत्येक बच्चे तक पहुंचने के लिए रात दिन एक कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों के माता पिता सहित डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, रोटरी इंटरनेशनल, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और अन्य साझेदारों के मजबूत तकनीकी एवं संचालनात्मक सहयोग को लेकर उनका आभार जताया।
इस समारोह में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
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