Britain Election Explainer : ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 4 जुलाई को इंग्लैंड में आम चुनाव कराने की घोषणा की है. इसके बाद भारत के साथ एफटीए को लेकर होने वाले समझौते पर भी 4 जुलाई तक विराम लग गया है. जाहिर है ब्रिटेन में आने वाले दिनों किस दल की सरकार बनती है यह भारत के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है. एफटीए क्या होता है? यह जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि इंग्लैंड में चुनाव कैसे होता है? उसके प्रधानमंत्री के पास कितनी शक्तियां होती हैं और ब्रिटेन के राजा या रानी से कैसे ये शक्तियां उसके पास आईं?
ब्रिटिश संविधान का कोई दस्तावेजीकरण नहीं
इंग्लैंड की संसद को अक्सर "संसदों की जननी" कहा जाता है, जिसका अस्तित्व सात शताब्दियों से भी ज्यादा पुराना है. इंग्लैंड के संविधान से संबंधित दस्तावेजों के समूह को "मैग्ना कार्टा" या "इंग्लैंड की स्वतंत्रता का महान चार्टर" माना जाता है, जिसे बैरन द्वारा तैयार किया गया था और 1215 में किंग जॉन ने स्वीकृति किया था. इसने विभिन्न देशों द्वारा तैयार किए गए संविधानों से संबंधित बड़ी संख्या में दस्तावेजों को भी प्रेरित किया है. हालांकि, दुनिया भर के अन्य संविधानों की तरह आज तक ब्रिटिश संविधान का कोई दस्तावेजीकरण (Documentation) नहीं किया गया है. मतलब ब्रिटिश सरकार प्रणाली एक असंहिताबद्ध संविधान पर आधारित है, जिसका अर्थ है कि यह किसी एक दस्तावेज में निर्धारित नहीं है. ब्रिटिश संविधान में कई दस्तावेज शामिल हैं.
"हम एक अलिखित संविधान के तहत रहते हैं"
प्रधानमंत्री के कार्यालय के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह उन रीति-रिवाजों पर आधारित है, जिन्हें संवैधानिक कन्वेंशंस के रूप में जाना जाता है जो स्वीकृत अभ्यास बन गए हैं. 1928 में, प्रधानमंत्री एचएच एस्क्विथ ने अपने संस्मरणों में ब्रिटिश संविधान की इस विशेषता का वर्णन किया, "इस देश में हम एक अलिखित संविधान के तहत रहते हैं. यह सच है कि हमारे पास कानून की किताब में मैग्ना कार्टा, राइट ऑफ पेटीशन और राइट ऑफ बिल जैसे महान उपकरण हैं, जो हमारे कई अधिकारों और विशेषाधिकारों को परिभाषित और सुरक्षित करते हैं; लेकिन हमारी संवैधानिक स्वतंत्रताओं और ... हमारी संवैधानिक प्रथाओं का बड़ा हिस्सा किसी भी विधेयक से अपनी वैधता और मंजूरी प्राप्त नहीं करता है, जिसे राजा, लॉर्ड्स और कॉमन्स की औपचारिक सहमति प्राप्त हुई है. वे उपयोग, रीति-रिवाज, परंपरा पर आधारित होते हैं, अक्सर शुरुआती दौर में उनकी वृद्धि धीमी होती है, हमेशा एक समान नहीं होते, लेकिन समय के साथ उन्हें सार्वभौमिक पालन और सम्मान प्राप्त होता है."
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री का पद कब बना?
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पद सृजित नहीं है. यह संसद के कई अधिनियमों, राजनीतिक डेवलपमेंट्स और इतिहास की दुर्घटनाओं के कारण तीन सौ वर्षों में धीरे-धीरे और व्यवस्थित रूप से विकसित हुआ. इस पद की उत्पत्ति क्रांतिकारी समझौते (1688-1720) के दौरान हुए संवैधानिक परिवर्तनों और परिणामस्वरूप राजनीतिक सत्ता के राजा या रानी से संसद में स्थानांतरित होने में पाई जाती है. हालांकि, राजा या रानी से उनकी प्राचीन विशेषाधिकार शक्तियां नहीं छीनी गईं और कानूनी तौर पर वह सरकार के प्रमुख बना रहे, लेकिन राजनीतिक रूप से उनके लिए धीरे-धीरे एक प्रधानमंत्री के माध्यम से शासन करना आवश्यक हो गया, जो संसद में बहुमत हासिल कर सके.1830 के दशक तक, वेस्टमिंस्टर सरकार प्रणाली या कैबिनेट सरकार उभर चुकी थी. यूनाइटेड किंगडम में प्रधानमंत्री कैबिनेट के समकक्षों में प्रथम और सरकार के प्रमुख बन गए थे, जबकि राजा या रानी का सरकार के काम में सीधे हस्तक्षेप करना इसे संविधान के अपमान के रूप में देखा जाने लगा. प्रधानमंत्री के रूप में सबसे पहले रॉबर्ट वालपोल ने काम किया. उन्होंने 3 अप्रैल 1721 को पदभार ग्रहण किया था.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की शक्तियां?
इंग्लैंड का प्रधानमंत्री सरकार के प्रमुख होते हैं. प्रधानमंत्री कैबिनेट की अध्यक्षता करते हैं और अपने मंत्रियों का चयन करते हैं. प्रधानमंत्री राजकोष के प्रथम स्वामी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं. प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास और कार्यालय लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट है. प्रधानमंत्री हाउस ऑफ कॉमन्स का विश्वास हासिल कर पद संभालते हैं. प्रधानमंत्री का कार्यालय किसी कानून या संवैधानिक दस्तावेज द्वारा स्थापित नहीं होता है, बल्कि केवल लंबे समय से स्थापित परंपरा द्वारा अस्तित्व में होता है. हाउस ऑफ कॉमन्स में सबसे अधिक सीटें लाने वाले दल के नेता को ही राजा या रानी प्रधानमंत्री नियुक्त करते हैं.
ब्रिटेन में कैसे होता है चुनाव?
ब्रिटेन में भी भारत की लोकसभा की तरह हाउस ऑफ कॉमन्स होता है. इसी तरह राज्यसभा को हाउस ऑफ लॉर्डस कहते हैं. तीसरे भाग को संप्रभु कहा गया है. हाउस ऑफ कॉमन्स के 650 सीटों के लिए मतदान होता है. इसमें से जो भी राजनीतिक दल 326 सीटों पर जीत दर्ज कर लेता है या उसे इतने जीते हुए प्रत्याशियों का समर्थन मिल जाता है, उसके नेता को राजा या रानी सरकार बनाने का निमंत्रण देते हैं. ब्रिटेन में भी भारत की तरह कई राजनीतिक दल हैं. हालांकि, वर्तमान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी और लेबर पार्टी को मुख्य राजनीतिक दल माना जाता है. 4 देशों (इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड) की जनता हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए मतदान करती है.
एफटीए क्या होता है?
दो या दो से अधिक देशों के बीच आयात और निर्यात की बाधाओं को दूर करने के लिए मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement)किया जाता है. इसके करने से दो या उससे अधिक देश आपस में सामानों के लेन-देन में लगने वाले कर को कम या समाप्त कर देते हैं. इससे उनके व्यापार को बढ़ावा मिलता है. भारत और इंग्लैंड भी एफटीए को लेकर कई दौर की वार्ता कर चुके हैं. उम्मीद जताई जा रही थी कि भारत के लोकसभा चुनाव के बाद दोनों देश एफटीए को लेकर घोषणा कर सकते हैं, लेकिन ऋषि सुनक के समय से पहले इंग्लैंड में चुनाव की घोषणा से अब इसमें देरी हो सकती है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं