 
                                            एडोल्फ हिटलर (फाइल फोटो)
                                                                                                                        - हिटलर ने सीधे तौर पर इसे बनाने का आदेश दिया था
- आर्कटिक क्षेत्र के एक एकाकी आइलैंड में मिला बेस
- यह क्षेत्र अब रूसी इलाके में स्थित है
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                                        जर्मन तानाशाह हिटलर के सीधे आदेश पर आर्कटिक क्षेत्र में एक गुप्त नाजी बेस बनाया गया था. वैज्ञानिकों ने अब उस बेस को खोज निकाला है. यह उत्तरी ध्रुव से एक हजार किमी दूर है.    
दशकों से आकर्टिक सर्किल में अलेक्जेंडर भूमि पर रहस्यमय स्थल 'सात्जग्रेबर' या 'ट्रेजर हंटर' की स्थिति अज्ञात बनी रही. शोधकर्ता इस पृथक आइलैंड की खोज कर रहे थे. यह अब रूसी क्षेत्र में है. यहां पर बंकरों के अवशेष, गोलियां, जूते, जर्जर अवस्था में पाए गए पेट्रोल कनस्टर और पेपर दस्तावेज भी पाए गए. इन पर स्वास्तिक के निशान भी पाए गए. ये वस्तुएं दरअसल इस आइलैंड की बेहद सर्द दशाओं के कारण संरक्षित रह गए.
माना जाता है कि जब हिटलर ने रूस पर हमला किया था उसके एक साल बाद 1942 में हिटलर के सीधे आदेश पर इसे बनाया गया था. 'डेली एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक 1943 से यह सेवा में था और जुलाई, 1944 में इसे उस वक्त छोड़ दिया गया जब यहां के सदस्यों के लिए खाने की आपूर्ति सुचारू ढंग से नहीं हो पाई और उन्हें मजबूरी में पोलर बियर का कच्चा मीट खाने के लिए विवश होना पड़ा. इसके चलते उनको अपनी जान गंवानी पड़ी.
इस संबंध में रूसी आर्कटिक नेशनल पार्क के एवगेनी एरमोलोव ने कहा, ''अभी तक केवल लिखित स्रोतों में इसकी जानकारी उपलब्ध थी लेकिन अब इस संबंध में हमारे पास वास्तविक सबूत हैं.''
इस नेशनल पार्क के प्रेस सेक्रेट्री यूलिया पेट्रोवा ने कहा, ''इस पूर्व ट्रेजर हंटर जर्मन स्टेशन से ऐतिहासिक महत्व की 500 चीजें मिली हैं. यह स्टेशन सितंबर, 1943-जुलाई, 1944 के बीच फ्रांज जोसेफ भूमि के अलेक्जेंड्रा लैंड आइलैंड पर ऑपरेट किया गया.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
                                दशकों से आकर्टिक सर्किल में अलेक्जेंडर भूमि पर रहस्यमय स्थल 'सात्जग्रेबर' या 'ट्रेजर हंटर' की स्थिति अज्ञात बनी रही. शोधकर्ता इस पृथक आइलैंड की खोज कर रहे थे. यह अब रूसी क्षेत्र में है. यहां पर बंकरों के अवशेष, गोलियां, जूते, जर्जर अवस्था में पाए गए पेट्रोल कनस्टर और पेपर दस्तावेज भी पाए गए. इन पर स्वास्तिक के निशान भी पाए गए. ये वस्तुएं दरअसल इस आइलैंड की बेहद सर्द दशाओं के कारण संरक्षित रह गए.
माना जाता है कि जब हिटलर ने रूस पर हमला किया था उसके एक साल बाद 1942 में हिटलर के सीधे आदेश पर इसे बनाया गया था. 'डेली एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक 1943 से यह सेवा में था और जुलाई, 1944 में इसे उस वक्त छोड़ दिया गया जब यहां के सदस्यों के लिए खाने की आपूर्ति सुचारू ढंग से नहीं हो पाई और उन्हें मजबूरी में पोलर बियर का कच्चा मीट खाने के लिए विवश होना पड़ा. इसके चलते उनको अपनी जान गंवानी पड़ी.
इस संबंध में रूसी आर्कटिक नेशनल पार्क के एवगेनी एरमोलोव ने कहा, ''अभी तक केवल लिखित स्रोतों में इसकी जानकारी उपलब्ध थी लेकिन अब इस संबंध में हमारे पास वास्तविक सबूत हैं.''
इस नेशनल पार्क के प्रेस सेक्रेट्री यूलिया पेट्रोवा ने कहा, ''इस पूर्व ट्रेजर हंटर जर्मन स्टेशन से ऐतिहासिक महत्व की 500 चीजें मिली हैं. यह स्टेशन सितंबर, 1943-जुलाई, 1944 के बीच फ्रांज जोसेफ भूमि के अलेक्जेंड्रा लैंड आइलैंड पर ऑपरेट किया गया.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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