वाशिंगटन:
अमेरिका में फर्जी ट्वीट से हड़कंप मच गया। दरअसल, एसोसिएटेड प्रेस के ट्विटर अकाउंट को हैकरों ने हैक किया और एक फर्जी ट्वीट कर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास व्हाइट हाउस में धमाका हुआ है और राष्ट्रपति बराक ओबामा घायल हो गए हैं।
राष्ट्रपति के घायल होने और धमाके की इस खबर की वजह से अमेरिकी बाजार में भूचाल से आ गया है और बाजार गिर गए।
एपी के प्रवक्ता पॉल कोलफोर्ड ने तुरंत ही बयान दिया है कि ट्वीट फर्जी है और व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति ओबामा पूरी तरह से फिट हैं। करीब 1 बजे (अमेरिकी समय) यह बयान दिए गए।
एक ट्रेडर ने कहा कि ट्वीट के जारी होने के तीन मिनट के भीतर ही अमेरिकी बाजार में गिरावट आ गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।
इस मामले में एफबीआई और अमेरिकी प्रतिभूति और विनियम आयोग ने कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। एफबीआई प्रवक्ता जेनी शियरर ने खबर की पुष्टि कर ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं, आयोग के अध्यक्ष डेनियल ने कहा कि आयोग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि फर्जी ट्वीट से बाजार को कितना नुकसान हुआ है।
रायटर के आंकड़ों के मुताबिक, इस ट्वीट से करीब 136 बिलियन डॉलर नुकसान किया। इसके बाद बाजार पुन: सुधार की ओर बढ़ गया। कुछ ट्रेडरों ने इस गिरावट को इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की वजह को माना है।
सीरिया की इलेक्ट्रॉनिक सेना, जो कि राष्ट्रपति बशर अल असद की समर्थक है ने इस ट्वीट की जिम्मेदारी ली है। ट्विटर के प्रवक्ता ने इस वाक्या पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।
राष्ट्रपति के घायल होने और धमाके की इस खबर की वजह से अमेरिकी बाजार में भूचाल से आ गया है और बाजार गिर गए।
एपी के प्रवक्ता पॉल कोलफोर्ड ने तुरंत ही बयान दिया है कि ट्वीट फर्जी है और व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति ओबामा पूरी तरह से फिट हैं। करीब 1 बजे (अमेरिकी समय) यह बयान दिए गए।
एक ट्रेडर ने कहा कि ट्वीट के जारी होने के तीन मिनट के भीतर ही अमेरिकी बाजार में गिरावट आ गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।
इस मामले में एफबीआई और अमेरिकी प्रतिभूति और विनियम आयोग ने कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। एफबीआई प्रवक्ता जेनी शियरर ने खबर की पुष्टि कर ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया। वहीं, आयोग के अध्यक्ष डेनियल ने कहा कि आयोग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि फर्जी ट्वीट से बाजार को कितना नुकसान हुआ है।
रायटर के आंकड़ों के मुताबिक, इस ट्वीट से करीब 136 बिलियन डॉलर नुकसान किया। इसके बाद बाजार पुन: सुधार की ओर बढ़ गया। कुछ ट्रेडरों ने इस गिरावट को इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की वजह को माना है।
सीरिया की इलेक्ट्रॉनिक सेना, जो कि राष्ट्रपति बशर अल असद की समर्थक है ने इस ट्वीट की जिम्मेदारी ली है। ट्विटर के प्रवक्ता ने इस वाक्या पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।
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