हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई और राष्ट्रपति पद के चुनाव के दो मुख्य उम्मीदवारों से आज मुलाकात की।
सुजाता 23 मई को भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के बाद वहां स्थिति की समीक्षा के लिए हेरात पहुंची थीं। उन्होंने आज राजधानी काबुल में करजई, राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों- अब्दुल्ला अब्दुल्ला और अशरफ गनी से भेंट की। उस दौरान अफगान में भारतीय परिसपंत्ति समेत अहम विषयों पर चर्चा हुई।
अफगानिस्तान में 14 जून को दूसरे दौर के चुनाव में अब्दुल्ला अब्दुल्ला और विश्व बैंक के अर्थशास्त्री अशरफ गनी के बीच मुकाबला होगा और देश में पहली बार लोकतांत्रिक ढंग से सत्ता हस्तातंरण के तहत करजई के उत्तराधिकारी का निर्वाचन होगा।
विदेश सचिव ने स्थिति का जायजा लेने के लिए कल हेरात के गवर्नर सैयद फजलुल्ला वाहिदी, अफगानिस्तान में भारत के राजदूत अमर सिन्हा और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उनकी हेरात यात्रा कुछ घंटों की थी।
वह उन बहादुर कर्मियों से भी मिलीं जिन्होंने आतंकवादी हमले को विफल कर दिया था। उनमें आईटीबीपी के जवान भी थे। हमले के दिन दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए थे।
हमले के बाद काबुल में भारतीय दूतवास तथा हेरात के अलावा जलालाबाद, मजार-ए-शरीफ और कंधार के वाणिज्य दूतावासों की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और पूरे अफगानिस्तान में भारतीय परिसंपत्तियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को चौकस कर दिया गया है।
भारत हेरात प्रांत में कई विकास परियोजनाएं चला रहा है, जिनमें 20 करोड़ डालर लागत की सलमा पनबिजली एवं सिंचाई बांध परियोजना शामिल है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं