फाइल फोटो
नई दिल्ली:
फेसबुक इस वक्त जिस विवाद में घिरा नज़र आ रहा है, उसका खुलासा तब हुआ था, जब कैम्ब्रिज एनालिटिका के फाउंडरों में से एक युवा रिसर्चर क्रिस्टोफर वाइली को करोड़ों अमेरिकी वोटरों का निजी डेटा एक हाईटेक पॉलिटिकल परसुएशन मशीन तक पहुंचा देने में अपनी भूमिका पर अफसोस हुआ, और उसने सच्चाई के साथ दुनिया के सामने आने का फैसला किया. उसने सोचा था, फेसबुक उसका साथ देगा, और अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में कुछ बदलाव कर लेगा, क्योंकि सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर बने यूज़र प्रोफाइलों की भी इस खेल में भूमिका रही थी.
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लेकिन 'वॉशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिस्टोफर वाइली पिछले शनिवार को उस समय हैरान रह गया, जब कोई संयुक्त बयान जारी करने के स्थान पर फेसबुक ने वर्ष 2014 में अपने डेटा की कथित मिसहैंडलिंग के आरोप में वाइली, उसके एक पूर्व कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति को एक ब्लॉग पोस्ट के ज़रिये सस्पेंड कर देने की घोषणा की. वाइली के इस खुलासे के बाद फेसबुक के शेयर की कीमतें औंधे मुंह गिर गईं, और प्राइवेसी खत्म हो जाने की चिंताओं को लेकर चर्चाओं ने ज़ोर पकड़ लिया.
'वॉशिंगटन पोस्ट' से बातचीत में वाइली ने कहा, "मैं फेसबुक पर हमला करने नहीं निकला था... फेसबुक ने अविश्वसनीय तरीके से असहयोगपूर्ण रवैया अपनाया... उसने मीडिया की भूमिका का सम्मान नहीं किया, और न ही इस खुलासे का इस्तेमाल अपने आप में सुधार लाने के लिए किया... इसकी जगह उन्होंने खुद पर ही गोल दाग दिया..."
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घंटों तक 'वॉशिंगटन पोस्ट' के साथ चले इंटरव्यू में वाइली ने डेटा एनालिसिस फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ किए अपने काम के बारे में भी बातें कीं, वर्ष 2014 में काम छोड़ देने की वजहों के बारे में भी, और उस वक्त भौंचक्का रह जाने के बारे में भी बताया, जब कंपनी के सबसे मशहूर क्लायंट डोनाल्ड ट्रंप ने दो साल बाद अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया.
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लेकिन 'वॉशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिस्टोफर वाइली पिछले शनिवार को उस समय हैरान रह गया, जब कोई संयुक्त बयान जारी करने के स्थान पर फेसबुक ने वर्ष 2014 में अपने डेटा की कथित मिसहैंडलिंग के आरोप में वाइली, उसके एक पूर्व कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति को एक ब्लॉग पोस्ट के ज़रिये सस्पेंड कर देने की घोषणा की. वाइली के इस खुलासे के बाद फेसबुक के शेयर की कीमतें औंधे मुंह गिर गईं, और प्राइवेसी खत्म हो जाने की चिंताओं को लेकर चर्चाओं ने ज़ोर पकड़ लिया.
'वॉशिंगटन पोस्ट' से बातचीत में वाइली ने कहा, "मैं फेसबुक पर हमला करने नहीं निकला था... फेसबुक ने अविश्वसनीय तरीके से असहयोगपूर्ण रवैया अपनाया... उसने मीडिया की भूमिका का सम्मान नहीं किया, और न ही इस खुलासे का इस्तेमाल अपने आप में सुधार लाने के लिए किया... इसकी जगह उन्होंने खुद पर ही गोल दाग दिया..."
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