ब्रहमदाग बुगती ने कहा कि वह शरण के लिए जिनेवा स्थित भारतीय दूतावास के जरिए आवेदन करेंगे.
जिनेवा:
निर्वासित बलूच नेता ब्रह्मदाग बुगती ने सोमवार को कहा कि वह जल्द ही भारत में शरण के लिए आवेदन करेंगे. बुगती पाकिस्तान के खिलाफ बलूच आंदोलन में अग्रिम मोर्चे पर रहे हैं. बलूच राष्ट्रवादी नेता नवाब अकबर खान बुगती के पोते ब्रह्मदाग ने कहा कि वह शरण के लिए जिनेवा स्थित भारतीय दूतावास के जरिए भारत सरकार के समक्ष आवेदन दायर करेंगे.
10 साल पहले पाकिस्तानी बलों ने नवाब अकबर खान बुगती की हत्या कर दी थी. ब्रह्मदाग बुगती ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने भारत सरकार के समक्ष जल्द ही शरण दस्तावेज दायर करने का फैसला किया है. हम आवेदन की कानूनी प्रक्रिया का पालन करेंगे.' बुगती फिलहाल स्विटजरलैंड में निर्वासन में रह रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि बलूच रिपब्लिकन पार्टी ने पाकिस्तानी सेना के जनरलों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत से संपर्क करने का भी फैसला किया है. बुगती ने कहा कि बलूच रिपब्लिकन पार्टी ने चीन के खिलाफ भी अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत में मामला दायर करने का फैसला किया है और इस काम में मदद के लिए पार्टी भारत, अफगानिस्तान तथा बांग्लादेश से भी संपर्क करेगी.
पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में बलूचिस्तान की स्थिति का मुद्दा उठाने पर बुगती ने उनका धन्यवाद व्यक्त किया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
10 साल पहले पाकिस्तानी बलों ने नवाब अकबर खान बुगती की हत्या कर दी थी. ब्रह्मदाग बुगती ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने भारत सरकार के समक्ष जल्द ही शरण दस्तावेज दायर करने का फैसला किया है. हम आवेदन की कानूनी प्रक्रिया का पालन करेंगे.' बुगती फिलहाल स्विटजरलैंड में निर्वासन में रह रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि बलूच रिपब्लिकन पार्टी ने पाकिस्तानी सेना के जनरलों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत से संपर्क करने का भी फैसला किया है. बुगती ने कहा कि बलूच रिपब्लिकन पार्टी ने चीन के खिलाफ भी अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत में मामला दायर करने का फैसला किया है और इस काम में मदद के लिए पार्टी भारत, अफगानिस्तान तथा बांग्लादेश से भी संपर्क करेगी.
पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में बलूचिस्तान की स्थिति का मुद्दा उठाने पर बुगती ने उनका धन्यवाद व्यक्त किया था.
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