लाहौर:
पाकिस्तान में सीटीडी कर्मियों और पुलिस कमांडो की कार्रवाई में अलकायदा के आठ आतंकवादियों के मारे जाने से पेशावर आर्मी पब्लिक स्कूल जैसे हमले की साजिश को आज नाकाम कर दिया गया।
विश्वविद्यालय पर हमले की साजिश नाकाम
अलकायदा के सदस्यों ने पेशावर में दिसंबर 2014 में आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए हमले की तर्ज पर मुल्तान में बहाउद्दीन जकारिया विश्वविद्यालय पर हमले की साजिश रची थी। इस हमले में स्कूल के 100 से अधिक छात्रों की मौत हो गई थी।
अलकायदा के 12 सदस्य थे एकत्र
पंजाब पुलिस के आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने एक बयान में कहा कि इस बात की खुफिया जानकारी मिली है कि लाहौर से करीब 350 किलोमीटर दूर नवाबपुर मुल्तान में अलकायदा के करीब 12 सदस्य एकत्र थे।
सीटीडी ने कहा, आतंकवादी जैसे ही नवाबपुर में आज तड़के अपने ठिकाने पर एकत्र हुए तो सीटीडी कर्मियों एवं पुलिस कमांडो ने उनके ठिकाने को घेर लिया और उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उन्होंने पुलिस बल पर गोलियां चला दीं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और परिणामस्वरूप आठ आतंकवादी मारे गए। उसने बताया कि चार आतंकवादी बच कर भाग गए।
रावलपिंडी में मस्जिद पर हमले का दोषी
सीटीडी ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में एक की पहचान तैयब नवाज उर्फ मतीन के रूप में की गई है। वह रावलपिंडी में दिसंबर 2009 में परेड लेन मस्जिद पर हुए हमलों का मास्टरमाइंड था जिसमें 40 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर सेवारत एवं सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी और उनके बच्चे शामिल थे। उसने बताया कि मतीन मुल्तान जिले में अलकायदा का मुख्य नेता था और इस प्रतिबंधित संगठन के वित्तीय मामलों एवं साजो सामान से जुड़े काम का प्रमुख था। मारे गए अन्य लोगों की पहचान मुनीब, जीशान और अबु दाजाना के रूप में की गई है।
हमले की साजिश नाकाम
सीटीडी ने कहा, ‘‘अलकायदा के इन सदस्यों ने बहाउद्दीन जकारिया विश्वविद्यालय मुल्तान में हमले की साजिश रची थी। कानून प्रवर्तन एजेंसियों की उचित समय पर कार्रवाई ने इस हमले को नाकाम कर दिया।’’ उनके ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक, हथगोले, कलाशनिकोव, कम दूरी की बंदूकें और पिस्तौल समेत हथियार बरामद किए गए हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
विश्वविद्यालय पर हमले की साजिश नाकाम
अलकायदा के सदस्यों ने पेशावर में दिसंबर 2014 में आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए हमले की तर्ज पर मुल्तान में बहाउद्दीन जकारिया विश्वविद्यालय पर हमले की साजिश रची थी। इस हमले में स्कूल के 100 से अधिक छात्रों की मौत हो गई थी।
अलकायदा के 12 सदस्य थे एकत्र
पंजाब पुलिस के आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने एक बयान में कहा कि इस बात की खुफिया जानकारी मिली है कि लाहौर से करीब 350 किलोमीटर दूर नवाबपुर मुल्तान में अलकायदा के करीब 12 सदस्य एकत्र थे।
सीटीडी ने कहा, आतंकवादी जैसे ही नवाबपुर में आज तड़के अपने ठिकाने पर एकत्र हुए तो सीटीडी कर्मियों एवं पुलिस कमांडो ने उनके ठिकाने को घेर लिया और उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उन्होंने पुलिस बल पर गोलियां चला दीं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और परिणामस्वरूप आठ आतंकवादी मारे गए। उसने बताया कि चार आतंकवादी बच कर भाग गए।
रावलपिंडी में मस्जिद पर हमले का दोषी
सीटीडी ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में एक की पहचान तैयब नवाज उर्फ मतीन के रूप में की गई है। वह रावलपिंडी में दिसंबर 2009 में परेड लेन मस्जिद पर हुए हमलों का मास्टरमाइंड था जिसमें 40 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर सेवारत एवं सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी और उनके बच्चे शामिल थे। उसने बताया कि मतीन मुल्तान जिले में अलकायदा का मुख्य नेता था और इस प्रतिबंधित संगठन के वित्तीय मामलों एवं साजो सामान से जुड़े काम का प्रमुख था। मारे गए अन्य लोगों की पहचान मुनीब, जीशान और अबु दाजाना के रूप में की गई है।
हमले की साजिश नाकाम
सीटीडी ने कहा, ‘‘अलकायदा के इन सदस्यों ने बहाउद्दीन जकारिया विश्वविद्यालय मुल्तान में हमले की साजिश रची थी। कानून प्रवर्तन एजेंसियों की उचित समय पर कार्रवाई ने इस हमले को नाकाम कर दिया।’’ उनके ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक, हथगोले, कलाशनिकोव, कम दूरी की बंदूकें और पिस्तौल समेत हथियार बरामद किए गए हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं