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टैरिफ पावर में चूर ट्रंप के बिगड़े बोल, दूसरे देशों को लेकर कर दी अपमानजनक टिप्पणी

डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ प्रभावित देशों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे देश उनके साथ बातचीत करने की कोशिश करते समय कुछ भी करने को तैयार हैं. 

टैरिफ पावर में चूर ट्रंप के बिगड़े बोल, दूसरे देशों को लेकर कर दी अपमानजनक टिप्पणी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फाइल फोटो
वाशिंगटन, अमेरिका:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने टैरिफ पावर में चूर नजर आ रहे हैं. मंगलवार, 9 अप्रैल (स्थानीय समय) को टैरिफ प्रभावित देशों का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने कहा कि वे देश उनके साथ बातचीत करने की कोशिश करते समय कुछ भी करने को तैयार हैं. नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेसनल कमेटी में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि वह कांग्रेस से बेहतर नेगोशीएटर हैं.

उन्होंने कहा, "मैं आपको बता रहा हूं- ये देश हमें कॉल रहे हैं, किसिंग माई ***. वे एक डील करने के लिए मरे जा रहे हैं- 'प्लीज सर एक डील लीजिए, मैं इसके लिए कुछ भी करूंगा, मैं कुछ भी करूंगा सर'."

उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ 'विद्रोही' रिपब्लिकन का तर्क है कि उन्हें कांग्रेस को एक डील करने की अनुमति देनी चाहिए. लेकिन उनका मानना ​​​​है कि यदि ऐसा होता, तो चीन पर 104 प्रतिशत टैरिफ नहीं लगाया जाता, और चीन अमेरिका पर इतना टैरिफ लगा चुका होता.

उन्होंने कहा, "मैं आपको बता दूं, आप उस तरह बातचीत नहीं करते जैसे मैं करता हूं.'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेगोशीएशन अमेरिका को बेच देगा. उन्होंने मजाक उड़ाते हुए कहा, "कांग्रेस अमेरिका को तेजी से बेचने के लिए बातचीत कर रही है क्योंकि आप बर्बाद होने वाले हैं. मैंने इसे आज ही देखा. आपके कुछ कांग्रेसियों ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें टैरिफ की बातचीत में शामिल होना चाहिए."

ट्रम्प ने कहा कि कांग्रेस की बातचीत से चीन सबसे अधिक खुश होगा, क्योंकि चीन को कोई टैरिफ नहीं देना होगा; इसके बदले अमेरिका उन्हें पे करेगा!

यही पर ट्रंप ने इस बात का ऐलान भी किया अमेरिका अपने देश में फार्मास्युटिकल आयातों पर भी टैरिफ लगाने जा रहा है. 2 अप्रैल के ऐलान में इस सेक्टर को टैरिफ की मार से अलग रखा गया था. ट्रंप ने कहा, "फार्मा पर टैरिफ इसलिए लगाना होगा क्योंकि हम अपनी खुद की फार्मा दवाएं नहीं बनाते हैं; वे दूसरे देश में बनाई जाती हैं. अमेरिका में एक ही पैकेट की कीमत 10 अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक है. हम फार्मा पर टैरिफ इस तरह से लगाने जा रहे हैं कि कंपनियां बहुत जल्द हमारे पास आएंगी. हमारे पास लाभ यह है कि हम बहुत बड़े बाजार हैं. बहुत जल्द, फार्मा पर एक बड़े टैरिफ की घोषणा करेंगे, और जब ये कंपनियां यह सुनेंगी, तो वे चीन और अन्य देशों को छोड़ देंगी क्योंकि उनके अधिकांश उत्पाद यहां बेचे जाते हैं. और, वे यहां अपने प्लांट खोलेंगी.'' 

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