डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:
साउथ कैरोलिना प्राइमरी में शनिवार को जीत हासिल कर डोनाल्ड ट्रंप ने साबित कर दिया है कि वह रिपब्लिकन पार्टी में राष्ट्रपति पद के दावेदारों में सबसे आगे हैं। उधर, हिलेरी क्लिंटन ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी के लिए नेवादा कॉकस में मिली चुनौती को कड़े संघर्ष के बाद पार कर लिया है। फ्लोरिडा के पूर्व गवर्नर जेब बुश ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी बनने की दौड़ से खुद को अलग कर लिया है।
रियल एस्टेट कारोबारी ट्रंप पहले न्यू हैंपशायर के प्राइमरी में जीत दर्ज कर चुके हैं। आयोवा कॉकस में वह दूसरे स्थान पर रहे थे। शनिवार को साउथ कैरोलिना में जीत हासिल करने के बाद मंगलवार को होने वाले नेवादा कॉकस में उनकी दावेदारी और मजबूत हुई है। इसके साथ ही 13 राज्यों में मंगलवार, एक मार्च को एक साथ राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के चयन की प्रक्रिया (प्राइमरी) होनी है। इसीलिए एक मार्च को 'सुपर ट्यूस डे' भी कहा जा रहा है।
ट्रंप ने साउथ कैरोलिना के स्पार्टनबर्ग में विजय रैली में समर्थकों से कहा, 'राजनीति : यह मुश्किल है, यह कठोर है, यह संकुचित है, यह निकृष्ट है, यह खराब है, यह सुंदर है।' अब रिपब्लिकन पार्टी में राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने की दौड़ में सिर्फ पांच लोग बचे हैं। ऐसा जेब बुश के मैदान से हटने के कारण हुआ है। बुश ने आयोवा व न्यू हैंपशायर में खराब प्रदर्शन और अब दक्षिण कैरोलिना में चौथे स्थान पर रहने के बाद मैदान छोड़ने का निर्णय लिया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी में हिलेरी क्लिंटन ने अपने प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स से मिली जोशीली चुनौती का सामना करते हुए नेवादा में जीत हासिल की है। न्यू हैंपशायर प्राइमरी में पराजय के बाद आगे की लड़ाई के लिए हिलेरी को इस जीत की सख्त जरूरत थी। इससे साउथ कैरोलिना में 27 फरवरी को होने वाले डेमोक्रेट प्राइमरी और एक मार्च के 'सुपर ट्यूस डे' में उनकी दावेदारी को बल मिलेगा।
पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, सैंडर्स के साथ इस दौड़ में लगभग बराबरी पर थीं। उन्होंने लैटिन अमेरिकी मतदाताओं पर भरोसा किया और उन्हीं के बल पर वह सैंडर्स को रोकने में सफल रहीं। हिलेरी को सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता हैरी रीड का भी समर्थन मिला।
हिलेरी ने विजय भाषण में कहा, 'थैंक यू नेवादा। हो सकता है कि कुछ लोगों ने हम लोगों पर संदेह किया हो, लेकिन हम लोगों ने एक-दूसरे पर संदेह नहीं किया।' सैंडर्स ने अपने समर्थकों से कहा कि हिलेरी क्लिंटन को बधाई देने के लिए उन्होंने फोन किया था। अपनी हार के बावजूद सैंडर्स ने देशभर में अपना प्रचार जारी रखने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे सुपर ट्यूसडे पर विश्वास है। हमारे पास उन राज्यों में से कई में जीत दर्ज करने के अवसर हैं। यह मुझे स्पष्ट नजर आ रहा है। अधिकांश पर्यवेक्षकों का भी यही कहना हैं कि हवा का रुख मेरे साथ है।'
साउथ कैरोलिना में जीत के बाद ट्रंप ने एक बार फिर उन विशेषज्ञों को गलत साबित कर दिया जो कह रहे थे कि आतंकवाद व इराक युद्ध से निपटने के तरीके को लेकर पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की आलोचना करने और पोप फ्रांसिस द्वारा उनके ईसाई होने पर सवाल उठाने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी।
ट्रंप की जीत ने फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो और टेक्सस के सीनेटर टेड क्रूज को 22-22 फीसद वोटों के साथ दूसरे स्थान पर छोड़ दिया। रुबियो पर साउथ कैरोलिना की भारतीय अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली और सीनेटर टिम स्कॉट का वरदहस्त है। दोनों ही रिपब्लिकन पार्टी के उभरते सितारे हैं। जेब बुश के मैदान छोड़ने से रुबियो को लाभ मिलने की उम्मीद की जा रही है।
पांचवें और छठे स्थान पर रहने के बावजूद रिपब्लिकन पार्टी का प्रत्याशी बनने के लिए ओहियो के गवर्नर जॉन कासिच और न्यूरोसर्जन बेन कार्सन ने मैदान में डटे रहने का निर्णय लिया है। दोनों को क्रमश: आठ और छह फीसद वोट ही मिले।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
रियल एस्टेट कारोबारी ट्रंप पहले न्यू हैंपशायर के प्राइमरी में जीत दर्ज कर चुके हैं। आयोवा कॉकस में वह दूसरे स्थान पर रहे थे। शनिवार को साउथ कैरोलिना में जीत हासिल करने के बाद मंगलवार को होने वाले नेवादा कॉकस में उनकी दावेदारी और मजबूत हुई है। इसके साथ ही 13 राज्यों में मंगलवार, एक मार्च को एक साथ राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के चयन की प्रक्रिया (प्राइमरी) होनी है। इसीलिए एक मार्च को 'सुपर ट्यूस डे' भी कहा जा रहा है।
ट्रंप ने साउथ कैरोलिना के स्पार्टनबर्ग में विजय रैली में समर्थकों से कहा, 'राजनीति : यह मुश्किल है, यह कठोर है, यह संकुचित है, यह निकृष्ट है, यह खराब है, यह सुंदर है।' अब रिपब्लिकन पार्टी में राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने की दौड़ में सिर्फ पांच लोग बचे हैं। ऐसा जेब बुश के मैदान से हटने के कारण हुआ है। बुश ने आयोवा व न्यू हैंपशायर में खराब प्रदर्शन और अब दक्षिण कैरोलिना में चौथे स्थान पर रहने के बाद मैदान छोड़ने का निर्णय लिया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी में हिलेरी क्लिंटन ने अपने प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स से मिली जोशीली चुनौती का सामना करते हुए नेवादा में जीत हासिल की है। न्यू हैंपशायर प्राइमरी में पराजय के बाद आगे की लड़ाई के लिए हिलेरी को इस जीत की सख्त जरूरत थी। इससे साउथ कैरोलिना में 27 फरवरी को होने वाले डेमोक्रेट प्राइमरी और एक मार्च के 'सुपर ट्यूस डे' में उनकी दावेदारी को बल मिलेगा।
पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, सैंडर्स के साथ इस दौड़ में लगभग बराबरी पर थीं। उन्होंने लैटिन अमेरिकी मतदाताओं पर भरोसा किया और उन्हीं के बल पर वह सैंडर्स को रोकने में सफल रहीं। हिलेरी को सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता हैरी रीड का भी समर्थन मिला।
हिलेरी ने विजय भाषण में कहा, 'थैंक यू नेवादा। हो सकता है कि कुछ लोगों ने हम लोगों पर संदेह किया हो, लेकिन हम लोगों ने एक-दूसरे पर संदेह नहीं किया।' सैंडर्स ने अपने समर्थकों से कहा कि हिलेरी क्लिंटन को बधाई देने के लिए उन्होंने फोन किया था। अपनी हार के बावजूद सैंडर्स ने देशभर में अपना प्रचार जारी रखने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे सुपर ट्यूसडे पर विश्वास है। हमारे पास उन राज्यों में से कई में जीत दर्ज करने के अवसर हैं। यह मुझे स्पष्ट नजर आ रहा है। अधिकांश पर्यवेक्षकों का भी यही कहना हैं कि हवा का रुख मेरे साथ है।'
साउथ कैरोलिना में जीत के बाद ट्रंप ने एक बार फिर उन विशेषज्ञों को गलत साबित कर दिया जो कह रहे थे कि आतंकवाद व इराक युद्ध से निपटने के तरीके को लेकर पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की आलोचना करने और पोप फ्रांसिस द्वारा उनके ईसाई होने पर सवाल उठाने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी।
ट्रंप की जीत ने फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो और टेक्सस के सीनेटर टेड क्रूज को 22-22 फीसद वोटों के साथ दूसरे स्थान पर छोड़ दिया। रुबियो पर साउथ कैरोलिना की भारतीय अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली और सीनेटर टिम स्कॉट का वरदहस्त है। दोनों ही रिपब्लिकन पार्टी के उभरते सितारे हैं। जेब बुश के मैदान छोड़ने से रुबियो को लाभ मिलने की उम्मीद की जा रही है।
पांचवें और छठे स्थान पर रहने के बावजूद रिपब्लिकन पार्टी का प्रत्याशी बनने के लिए ओहियो के गवर्नर जॉन कासिच और न्यूरोसर्जन बेन कार्सन ने मैदान में डटे रहने का निर्णय लिया है। दोनों को क्रमश: आठ और छह फीसद वोट ही मिले।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं