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This Article is From Jun 03, 2018

अमेरिका चिंता में, सिंगापुर में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के प्रतिनिधिमंडल का होटल खर्च कौन उठाएगा

अमेरिकी अधिकारी इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं कि सिंगापुर में किम जोंग के प्रतिनिधिमंडल का होटल खर्च कौन उठाएगा.

अमेरिका चिंता में, सिंगापुर में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के प्रतिनिधिमंडल का होटल खर्च कौन उठाएगा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच 12 जून को सिंगापुर में होने वाले ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं.
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच 12 जून को सिंगापुर में होने वाले ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं, लेकिन इस बीच एक और पेंच फंस गया है. दरअसल,अमेरिकी अधिकारी इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं कि सिंगापुर में किम जोंग के प्रतिनिधिमंडल का होटल खर्च कौन उठाएगा.अधिकारी इस समस्या का समाधान ढूंढने में लगे हैं.द वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था कड़े प्रतिबंधों की वजह से कमजोर हो गई है. उत्तर कोरिया को जरूरत है कि सिंगापुर में सिंगापुर नदी के मुहाने के पास फुलर्टन होटल में उनका खर्च कोई अन्य देश उठाए. इस होटल में एक प्रेजिडेंशियल सुइट की कीमत प्रति रात 6,000 डॉलर से अधिक है.यह मुद्दा व्हाइट हाउस के उप चीफ ऑफ स्टाफ जो हैगिन और किम जोंग उन के चीफ ऑफ स्टाफ किम चांग सन के नेतृत्व में दोनों पक्षों के बीच अहम है.

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सूत्रों ने द पोस्ट को बताया, 'जब भी उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के पसंदीदा फाइव स्टार लग्जरी होटल में ठहरने के उनके खर्च की बात आती है तो अमेरिका इसका वहन करने के लिए तैयार है, लेकिन प्योंगयांग अमेरिका द्वारा भुगतान करने को अपमान के तौर पर देख सकता है'.ऐसी स्थिति में अमेरिका मेजबान देश सिंगापुर से उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल का खर्च का भुगतान करने पर विचार कर रहा है.अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉअर्ट ने शनिवार को इस संभावना से इनकार नहीं किया कि अमेरिका सिंगापुर के होटल में उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल के खर्च का भुगतान करने के लिए सिंगापुर सरकार से कहेगा.हीथर कहती हैं, 'लेकिन वाशिंगटन सिंगापुर में उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल का खर्च नहीं उठाएगा'.गौरतलब है कि कई सप्ताह की अनिश्चितता के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह किम जोंग उन के साथ यह वार्ता रद्द कर दी थी, लेकिन दोनों पक्षों के राजनयिक प्रयासों से यह वार्ता फिर से पटरी पर आ गई है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खुद इस बात की पुष्टि की थी कि वह 12 जून को सिंगापुर में ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन से मिलेंगे. डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यह घोषणा उत्तरी कोरिया के दूतावास अधिकारी किम योंग चोल के साथ व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में दो घंटे की बैठक के बाद आई. बता दें कि उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी किम योंग चोल ने दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच ऐतिहासिक बैठक से पहले न्यूयॉर्क में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से मुलाकात की और इस पर सहमति बनाने में बड़ा रोल निभाया. चोल ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पेओ के साथ वार्ता कर सिंगापुर शिखर सम्मेलन में दोनों शीर्ष नेताओं के मुलाकात पर सहमति बनाई. किम योंग चोल के व्हाइट हाउस से रवाना होने के तुरंत बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 'हम 12 जून को सिंगापुर में किम जोंग-उन के साथ बैठक कर रहे हैं. आखिरकार यह सफल होने जा रहा है. मैं 12 जून को सिंगापुर यात्रा करूंगा. रिश्तों का निर्माण हो रहा है. यह एक शुरुआत होगी. मैंने कभी नहीं कहा कि यह एक बैठक में हो जाएगा. मुझे लगता है कि एक बैठक में हमारे सामने सकारात्मक परिणाम आएंगे'.(इनपुट - IANS)

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