
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम में अपनी व्यक्तिगत भूमिका का दावा किया है.
- भारत ने बार बार स्पष्ट किया है कि दोनों देशों के बीच सीजफायर महानिदेशकों की बातचीत के बाद ही हुआ था.
- ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को व्यापार समझौते और टैरिफ की धमकी देकर युद्ध विराम पर सहमति दिलाने का दावा किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाने का दावा किया है. अमेरिकी ने एक बार फिर झूठा दावा किया कि जब सैन्य संघर्ष जारी था, उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इन दो परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों के बीच हस्तक्षेप किया और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को इस्लामाबाद के साथ युद्धविराम पर सहमत होने के लिए व्यापार समझौते और टैरिफ की धमकी का इस्तेमाल किया. भारत ने साफ शब्दों में अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे से इनकार किया है.
भारत ने लगातार कहा है कि दोनों सेनाओं के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद पाकिस्तान के साथ सीजफायर करने पर सहमति बनी है.
हालांकि भारत और पाकिस्तान 1947 में जाकर ही स्वतंत्र देश बने, जब अंग्रेजों ने भारतीय उपमहाद्वीप में अपने 200 साल लंबे शासन को समाप्त करने और इसे दो अलग राष्ट्रों में बांटने करने का निर्णय लिया. इससे पहले, वे एक राष्ट्र थे.
ट्रंप ने दावा किया कि दोनों एशियाई पड़ोसियों के बीच शांति स्थापित करने के लिए, उन्होंने पीएम मोदी को वाशिंगटन द्वारा व्यापार रोकने और नई दिल्ली पर उच्च टैरिफ लगाने की धमकी दी.
उन्होंने कहा, "मैंने कहा, मैं आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करना चाहता... आप लोग परमाणु युद्ध में फंसने जा रहे हैं... मैंने कहा, मुझे कल आप कॉल करो, लेकिन हम आपके साथ कोई डील नहीं करने जा रहे हैं, या हम आप पर इतने ऊंचे टैरिफ लगाने जा रहे हैं कि आपका सिर घूम जाएगा."
#WATCH | "...I am talking to a very terrific man, Prime Minister of India, Narendra Modi. I said what's going on with you and Pakistan. Then I am talking to Pakistan about trade. I said what's going on with you and India? The hatred was tremendous. This has been going on for a… pic.twitter.com/gJVOTmKjXN
— ANI (@ANI) August 27, 2025
रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने कहा कि पीएम मोदी के साथ उनकी "पांच घंटे" की बातचीत में नई दिल्ली और इस्लामाबाद एक शांति समझौते पर पहुंचे. उन्होंने कहा, "लगभग पांच घंटे के भीतर, यह हो गया...अब शायद यह फिर से शुरू हो जाए. मुझे नहीं पता. मैं ऐसा नहीं सोचता, लेकिन अगर ऐसा होता है तो मैं इसे रोक दूंगा. हम ऐसी चीजें नहीं होने दे सकते."
ट्रंप और झूठ पर झूठ
यह पहली बार नहीं था कि ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता कराया. 10 मई के बाद से, जब ट्रंप ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वाशिंगटन की मध्यस्थता में "लंबी रात" की बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान "पूर्ण और तत्काल" युद्धविराम पर सहमत हुए हैं, उन्होंने 40 से अधिक बार अपने दावे को दोहराया है कि उन्होंने नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव को "सुलझाने में मदद" की.
वहीं भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ युद्धविराम लाने में किसी तीसरे देश का हस्तक्षेप नहीं था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा है कि किसी भी देश के नेता ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य अभ्यास रोकने के लिए नहीं कहा.
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