पाकिस्‍तान के रेल हादसे में मृतकों की संख्‍या 62 हुई, विपक्षी दलों ने की जांच की मांग

सोमवार को कराची से सरगोधा जा रही ‘मिल्लत एक्सप्रेस’ पटरी से उतर गई थी और सामने वाली पटरियों पर गिर गई जिससे रावलपिंडी से कराची आ रही ‘सर सैयद एक्सप्रेस’ उससे टकरा गई.

पाकिस्‍तान के रेल हादसे में मृतकों की संख्‍या 62 हुई, विपक्षी दलों ने की जांच की मांग

हादसा सिंध के घोटकी जिले के ढरकी शहर के निकट हुआ

खास बातें

  • रेल हादसे में करीब 100 लोग हुए हैं घायल
  • घोटकी जिले के ढरकी शहर के निकट हुई दुर्घटना
  • रेल मंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं
कराची :

Pakistan Train Accident: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सोमवार को हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 62 हो गई. विपक्षी दलों ने मांग की है कि देश में हुए भीषण ट्रेन हादसों में से एक इस हादसे की वजह का पता लगाने के लिए तुरंत जांच की जाए. उल्लेखनीय है कि सोमवार को कराची से सरगोधा जा रही ‘मिल्लत एक्सप्रेस' पटरी से उतर गई थी और सामने वाली पटरियों पर गिर गई जिससे रावलपिंडी से कराची आ रही ‘सर सैयद एक्सप्रेस' उससे टकरा गई. टक्कर के कारण मिल्लत एक्सप्रेस की बोगियां पलट गईं. यह हादसा सिंध के घोटकी जिले के ढरकी शहर के निकट हुआ. एआरवाई न्यूज के मुताबिक इस हादसे में कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई तथा 100 अन्य घायल हो गए.

रूस ने भारत को माना 'विश्‍वसनीय सहयोगी', कहा-पाकिस्‍तान के साथ है सीमित सहयोग

GEO न्यूज ने सुक्कुर में रेलवे के संभागीय अधीक्षक तारीक लतीफ के हवाले से बताया कि राहत अभियान पूरा हो चुका है तथा पटरियों को भी साफ किया जा चुका है. इस हादसे में 17 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई थीं, उन्हें तथा इंजिन को पटरियों से हटा लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें रेल सेवाओं को बहाल करने के आदेश मिले हैं.'' रेलवे मंत्री आजम स्वाति ने कहा कि सुक्कुर संभाग में रेल की पटरियां खस्ताहाल हैं. उन्होंने विस्तृत जांच के आदेश देते हुए कहा, ‘‘हमें इस हादसे के लिए जिम्मेदार व्यक्ति का पता लगाना होगा.''

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इस बीच, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने रेल हादसे की तत्काल जांच की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 में जब से इमरान खान की सरकार सत्ता में आई है तब से रेल हादसे भी अधिक हो रहे हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज, जमायत उलेमा ए इस्लाम फजल समेत कई विपक्षी दलों ने इस हादसे पर संसदीय बहस की मांग की.



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)