
भारत और चीन न केवल एक-दूसरे के पड़ोसी हैं बल्कि दोनों एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी भी हैं. दोनों देश दक्षिण एशियाई क्षेत्र के अन्य देशों को अपने साथ रखने की कोशिश में जुटे रहते हैं. ताकि उनकी सामरिक शक्ति के साथ-साथ व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध भी प्रगाढ़ रहे. लेकिन दक्षिण एशियाई देशों में शामिल मालदीव का भारत के साथ संबंध बीते कुछ समय से उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्जू चीन की तरह ज्यादा झुकाव रखते हैं. इस बीच अब मालदीव से एक ऐसी खबर सामने आई, जिससे भारत की चिंता बढ़ने की बात कही जा रही है.
दरअसल भारत से करीब 70 समुद्री मील दूर मालदीव के समंदर में चीन का जासूसी (खोजी) जहाज कुछ तलाश रहा है. चीन के शोधी जहाज का भारत के इतने करीब आना भारत के लिए चिंता की बात बताई जा रही है. यह पूरा मामला क्या है, समझते हैं इस रिपोर्ट में.
मालदीव में चीन का खोजी जहाज
चीन का एक जहाज है, जिसका नाम Xiang Yang Hong 03 है. ड्रैगन इसका खोजी जहाज के रूप में इस्तेमाल करता है. अभी हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई जिसमें यह दावा किया गया ड्रैगन का यह खोजी जहाज मालदीव में जनवरी 2024 में करीब एक महीने तक रहा. मालदीव में इस जहाज के पहुंचने पर भारत ने भी चिंता जताई थी.
मालदीव के मंत्री ने चीन से समुद्री शोध और सहयोग पर की चर्चा
रिपोर्ट में यह भी दावा किय गया कि मालदीव के मत्सय और महासागर संसाधन मंत्री अहमद शियाम हाल ही में चीन के दौरे पर थे. जहां उन्होंने चीन के सीनियर अधिकारियों से मुलाकात की और समुद्री शोध और सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. हालांकि मालदीव सरकार ने इन बैठकों के बारे में कोई विशेष जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
मालदीव के समंदर में क्या तलाश रहा था ड्रैगन का जहाज
जनवरी 2024 में मालदीव के समंदर में चीन का खोजी जहाज Xiang Yang Hong 03 हिंद महासागर की मछलियों के साथ-साथ समुद्र से केमिकल और फिजिकल डेटा इकट्ठा करने के उतरा था. रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए मालदीव के समंदर में चीनी उपकरण लगाने की चर्चा भी हो रही है.
लक्षद्वीप से मात्र 70 समु्द्री मील दूर है मालदीव
मालदीव भारतीय केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप से मात्र 70 समुद्री मील दूर है. ऐसे में भारत की सीमा से मात्र 70 समुद्री मील दूर डैगन का खोजी जहाज आना और उसके एक महीने तक रुके रहना भारत के लिए चिंता की बात है. हालांकि इस पूरे मामले में अभी तक आधिकारिक रूप से बहुत कुछ आना बाकी है.
दक्षिण एशियाई देशों में चीन बढ़ा रहा दखल
दरअसल दक्षिण एशियाई देशों में मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, मालदीव और अफगानिस्तान शामिल हैं. भारत इन सब देशों के बीच बिग ब्रदर की भूमिका में रहता है. लेकिन चीन लगातार भारत के पड़ोसी देशों को अपने पाले में खिंचने की जुगत में जुटा रहता है.
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