सन 2030 तक मक्का में तीन करोड़ हज़ यात्रियों की पहुंचने की संभावना है
रियाद:
सउदी अरब ने घोषणा की है कि एक ऐसी कंपनी बनाई जाएगी जो मक्का मस्जिद की क्षमता बढ़ाएगी जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. यह फैसला 2030 तक श्रद्धालुओं की संख्या 3 करोड़ से ज्यादा पहुंचने की संभावना के बाद किया गया है. कंपनी की स्थापना विजन 2030 के अनुरूप की जाएगी, जिसका उद्देश्य बड़ी संख्या में हज और उम्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को इस विशाल मस्जिद के विकास के माध्यम से अपने अनुभव को समृद्ध बनाने का अवसर प्रदान करना है.
पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड ने रूआ अल हराम कंपनी की शुरुआत करते हुए कहा कि कंपनी मक्का के पवित्र स्थलों के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करेगी और साथ ही साथ स्थानीय आतिथ्य क्षेत्र में सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाएगी.
यह परियोजना 2030 तक लगभग 160,000 रोजगार के अवसर पैदा करेगी, इसके साथ ही जीडीपी में अनुमानित 2.1 अरब डॉलर का वार्षिक योगदान देगी.
कंपनी के प्रोजेक्ट्स के पहले चरण में 854,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर किया जाएगा, जिसमें विभिन्न 115 इमारतों को वास्तुशिल्प डिजाइन दिया जाएगा. इस परियोजना के पूरा होने से होटल के कुल 70,000 नए कमरे बनेंगे जिसमें प्रति दिन 3,10,000 यात्रियों के ठहरने की सुविधा होगी. इसके अलावा, पहले चरण में करीब 9,000 आवासीय इकाइयों का विकास, 3,60,000 वर्ग मीटर वाणिज्यिक स्पेस और 4,00,000 से ज्यादा पूजा स्थलों को बनाया जाएगा. यह परियोजना इस्लाम में सबसे पवित्र स्थल काबा से 1.5 किमी दूर होगी.
रिपोर्ट में कहा गया है, रूआ अल हरम इस विशाल मस्जिद के आस-पास के क्षेत्रों का विकास करेगी, जिससे इसे दुनिया भर के विकास के सर्वोत्तम उदाहरणों में शामिल किया जाएगा. साथ ही, यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए व्यापक योजना के भाग के रूप में रोजगार सृजन और निवेश को समर्थन करेगा. प्रारंभिक निर्माण कार्य 2018 में शुरू होगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड ने रूआ अल हराम कंपनी की शुरुआत करते हुए कहा कि कंपनी मक्का के पवित्र स्थलों के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करेगी और साथ ही साथ स्थानीय आतिथ्य क्षेत्र में सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाएगी.
यह परियोजना 2030 तक लगभग 160,000 रोजगार के अवसर पैदा करेगी, इसके साथ ही जीडीपी में अनुमानित 2.1 अरब डॉलर का वार्षिक योगदान देगी.
कंपनी के प्रोजेक्ट्स के पहले चरण में 854,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर किया जाएगा, जिसमें विभिन्न 115 इमारतों को वास्तुशिल्प डिजाइन दिया जाएगा. इस परियोजना के पूरा होने से होटल के कुल 70,000 नए कमरे बनेंगे जिसमें प्रति दिन 3,10,000 यात्रियों के ठहरने की सुविधा होगी. इसके अलावा, पहले चरण में करीब 9,000 आवासीय इकाइयों का विकास, 3,60,000 वर्ग मीटर वाणिज्यिक स्पेस और 4,00,000 से ज्यादा पूजा स्थलों को बनाया जाएगा. यह परियोजना इस्लाम में सबसे पवित्र स्थल काबा से 1.5 किमी दूर होगी.
रिपोर्ट में कहा गया है, रूआ अल हरम इस विशाल मस्जिद के आस-पास के क्षेत्रों का विकास करेगी, जिससे इसे दुनिया भर के विकास के सर्वोत्तम उदाहरणों में शामिल किया जाएगा. साथ ही, यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए व्यापक योजना के भाग के रूप में रोजगार सृजन और निवेश को समर्थन करेगा. प्रारंभिक निर्माण कार्य 2018 में शुरू होगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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