
प्रतीकात्मक तस्वीर
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के स्वात इलाके के हेडक्वार्टर मिनगोरा में भैंसों की पहली बार सौंदर्य प्रतियोगिता आयोजित की गई. तीन दिनों की इस प्रतियोगिता में स्थानीय किसानों ने अपनी भैंसों के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. यह प्रतियोगिता विशेष रूप से अजिखेली भैंसों के लिए आयोजित की गई थी. इस भैंस की खासियत यह है कि यह केवल स्वात इलाके में ही पाई जाती है. यह बेहद सर्द मौसम में भी रह सकती है. पाकिस्तान के 'द डॉन' अखबार के मुताबिक स्वात के विभिन्न इलाकों से करीब 200 भैंसों ने इसमें हिस्सा लिया. दरअसल स्वात के अजिखेल इलाके में पाए जाने के कारण इस भैंस का नाम अजिखेली है. यह श्वेत और लाल रंग की होती है. यह एक दिन में 20 लीटर दूध दे सकने में सक्षम हैं.
पहाड़ी इलाकों और बेहद सर्द मौसम में रहने में सक्षम होने के कारण इस प्रजाति के प्रचार-प्रसार और बढ़ावा देने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जीतने वाली भैंस को इस प्रतियोगिता में 75 हजार रुपये का ईनाम दिया गया.
पाकिस्तान के स्वात इलाके में बेहद ठंड पड़ती है. माना जाता है इस प्रजाति की भैंसें यहां की अकेली प्रजाति है जो ठंड को बर्दाश्त करने की क्षमता रखती है. इसलिए सर्दी के दिनों में भैंस मालिकों को अपने जानवर बेचने नहीं पड़ते. 'द डॉन' के विशेषज्ञों के हवाले से लिखा है कि ये भैंस देखने में खूबसूरत होने के साथ-साथ ज्यादा दूध देती हैं.
पहाड़ी इलाकों और बेहद सर्द मौसम में रहने में सक्षम होने के कारण इस प्रजाति के प्रचार-प्रसार और बढ़ावा देने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जीतने वाली भैंस को इस प्रतियोगिता में 75 हजार रुपये का ईनाम दिया गया.
पाकिस्तान के स्वात इलाके में बेहद ठंड पड़ती है. माना जाता है इस प्रजाति की भैंसें यहां की अकेली प्रजाति है जो ठंड को बर्दाश्त करने की क्षमता रखती है. इसलिए सर्दी के दिनों में भैंस मालिकों को अपने जानवर बेचने नहीं पड़ते. 'द डॉन' के विशेषज्ञों के हवाले से लिखा है कि ये भैंस देखने में खूबसूरत होने के साथ-साथ ज्यादा दूध देती हैं.
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