बेंगलूर:
ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त डॉमिनिक मैकएलिस्टर ने आज कहा कि डोकलाम पठार का मुद्दा भारत और चीन के बीच एक द्विपक्षीय मामला है और ब्रिटेन हालात पर नजर रखे हुए है, क्योंकि क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने में हित है. डोकलाम में जारी गतिरोध पर पूछे गए सवाल के जवाब में डॉमिनिक ने कहा, ‘‘यह भारत और चीन के बीच का मुद्दा है. यह ऐसी चीज है जिस पर ब्रिटिश सरकार नजर रख रही है. एक तरह से, क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने में हित है.’’ भारत और चीन के बीच पिछले 50 दिन से डोकलाम मुद्दे पर तनातनी जारी है. इसकी शुरुआत उस वक्त हुई जब भारतीय सैनिकों ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को इलाके में सड़क बनाने से रोक दिया.
बहरहाल, मैकएलिस्टर ने कहा कि यह मोटे तौर पर भारत और चीन के बीच का द्विपक्षीय मुद्दा है. ब्रिटेन में भारतीय छात्रों पर ब्रेग्जिट के असर के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त ने बेंगलूर में कहा कि वीजा नियमों के मामले में ब्रेग्जिट के पहले और बाद के हालात नहीं बदले हैं.
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उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में पूरा वीजा सुधार उन्हें हतोत्साहित करने के लिए था जो देश में वीजा का दुरूपयोग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में छात्र आवेदनों की सफलता दर में सतत वृद्धि हुई है.
उप-उच्चायुक्त ने कहा कि ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में भारतीय छात्रों के लिए शैक्षणिक लागत 17 फीसदी सस्ती हुई है. (भाषा की रिपोर्ट)
बहरहाल, मैकएलिस्टर ने कहा कि यह मोटे तौर पर भारत और चीन के बीच का द्विपक्षीय मुद्दा है. ब्रिटेन में भारतीय छात्रों पर ब्रेग्जिट के असर के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त ने बेंगलूर में कहा कि वीजा नियमों के मामले में ब्रेग्जिट के पहले और बाद के हालात नहीं बदले हैं.
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उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में पूरा वीजा सुधार उन्हें हतोत्साहित करने के लिए था जो देश में वीजा का दुरूपयोग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में छात्र आवेदनों की सफलता दर में सतत वृद्धि हुई है.
उप-उच्चायुक्त ने कहा कि ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में भारतीय छात्रों के लिए शैक्षणिक लागत 17 फीसदी सस्ती हुई है. (भाषा की रिपोर्ट)
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