लंदन:
तमाम अटकलों को विराम देते हुए ब्रिटेन के युवराज विलियम और उनकी पत्नी केट ने नवजात प्रिंसेस ऑफ कैम्ब्रिज का नाम 'शारलेट एलिजाबेथ डायना' रखा। शनिवार को जन्मी राजकुमारी को अब प्रिंसेस शारलेट के तौर पर जाना जाएगा।
सिंहासन के उत्तराधिकार के क्रम में प्रिंसेस शारलेट का स्थान उसके दादा युवराज चार्ल्स, पिता युवराज विलियम और बड़े भाई युवराज जॉर्ज के बाद चौथा है।
केनसिंगटन पैलेस से जारी एक बयान में कहा गया है 'ड्यूक एवं डचेस ऑफ कैम्ब्रिज को यह घोषणा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि उन्होंने अपनी पुत्री का नाम शारलेट एलिजाबेथ डायना रखा है।' बयान के अनुसार, 'बच्ची को हर रॉयल हाइनेस प्रिंसेस शारलेट ऑफ कैम्ब्रिज के तौर पर जाना जाएगा।
समझा जाता है कि शारलेट नाम युवराज विलियम के पिता प्रिंस ऑफ वेल्स को समर्पित है क्योंकि यह 'चार्ल्स' नाम का स्त्रीलिंग है। राजकुमारी का मध्य और अंतिम नाम क्रमश: उसकी परदादी महारानी एलिजबेथ द्वितीय और दादी डायना यानी प्रिंसेस ऑफ वेल्स को समर्पित है।
शाही परिवार की नई सदस्य के नाम को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। सटोरियों ने पूर्वानुमान लगाया था कि राजकुमारी का नाम शारलेट या एलिस होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि शाही परिवार ओलीविया, विक्टोरिया और एलिजबेथ नाम भी रखा जा सकता है।
इस बीच लंदन में, राजकुमारी के जन्म की खुशी में तोपों से सलामी दी गई। ब्रिटिश सिपाहियों ने शाही परिवार की नई सदस्य के आगमन की खुशी में हाइड पार्क और टॉवर ऑफ लंदन में तोपों की सलामी दी। अब से पहले जुलाई 2013 में युवराज जॉर्ज के जन्म पर तोपों से सलामी दी गई थी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इस बात की अटकलें थीं कि शाही दंपति अपनी संतान के नाम में राजकुमार विलियम की मां डायना का नाम भी जोड़ेंगे।
शारलेट का जन्म लंदन के सेंट मैरी हॉस्पिटल के लिंडो विंग में शनिवार को हुआ। उसका वजन आठ पाउंड तीन आउंस है। शारलेट, विलियम और केट की दूसरी संतान है। उसके बड़े भाई राजकुमार जार्ज का जन्म 22 जुलाई 2013 को हुआ था। शारलेट के जन्म के बाद रविवार को उसे देखने के लिए सबसे पहले उसके दादा प्रिंस ऑफ वेल्स और उनकी पत्नी कैमिला यानी डचेस ऑफ कॉर्नवाल तथा उसके नाना नानी यानी केट के अभिभावक 'मिडलेटन दंपत्ति' केनसिंगटन पैलेस पहुंचे।
युवराज चार्ल्स और कैमिला ने शारलेट के साथ एक घंटे से अधिक समय बिताया। केट के अभिभावकों, 'माइकल एवं कैरोल मिडलेटन' तथा बहन पिप्पा ने भी नई राजकुमारी के साथ थोड़ा समय बिताया। इसके बाद महारानी एलिजबेथ द्वितीय अपनी नई नवेली पड़पोती को देखने के लिए पहुंचीं।
युवराज विलियम और उनकी पत्नी केट अभी केनसिंगटन पैलेस में ही हैं और इसी सप्ताह वे नोरफोक में महारानी के सैन्ड्रिंघम इस्टेट स्थित आमनेर हॉल जाएंगे।
सिंहासन के उत्तराधिकार के क्रम में प्रिंसेस शारलेट का स्थान उसके दादा युवराज चार्ल्स, पिता युवराज विलियम और बड़े भाई युवराज जॉर्ज के बाद चौथा है।
केनसिंगटन पैलेस से जारी एक बयान में कहा गया है 'ड्यूक एवं डचेस ऑफ कैम्ब्रिज को यह घोषणा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि उन्होंने अपनी पुत्री का नाम शारलेट एलिजाबेथ डायना रखा है।' बयान के अनुसार, 'बच्ची को हर रॉयल हाइनेस प्रिंसेस शारलेट ऑफ कैम्ब्रिज के तौर पर जाना जाएगा।
समझा जाता है कि शारलेट नाम युवराज विलियम के पिता प्रिंस ऑफ वेल्स को समर्पित है क्योंकि यह 'चार्ल्स' नाम का स्त्रीलिंग है। राजकुमारी का मध्य और अंतिम नाम क्रमश: उसकी परदादी महारानी एलिजबेथ द्वितीय और दादी डायना यानी प्रिंसेस ऑफ वेल्स को समर्पित है।
शाही परिवार की नई सदस्य के नाम को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। सटोरियों ने पूर्वानुमान लगाया था कि राजकुमारी का नाम शारलेट या एलिस होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि शाही परिवार ओलीविया, विक्टोरिया और एलिजबेथ नाम भी रखा जा सकता है।
इस बीच लंदन में, राजकुमारी के जन्म की खुशी में तोपों से सलामी दी गई। ब्रिटिश सिपाहियों ने शाही परिवार की नई सदस्य के आगमन की खुशी में हाइड पार्क और टॉवर ऑफ लंदन में तोपों की सलामी दी। अब से पहले जुलाई 2013 में युवराज जॉर्ज के जन्म पर तोपों से सलामी दी गई थी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इस बात की अटकलें थीं कि शाही दंपति अपनी संतान के नाम में राजकुमार विलियम की मां डायना का नाम भी जोड़ेंगे।
शारलेट का जन्म लंदन के सेंट मैरी हॉस्पिटल के लिंडो विंग में शनिवार को हुआ। उसका वजन आठ पाउंड तीन आउंस है। शारलेट, विलियम और केट की दूसरी संतान है। उसके बड़े भाई राजकुमार जार्ज का जन्म 22 जुलाई 2013 को हुआ था। शारलेट के जन्म के बाद रविवार को उसे देखने के लिए सबसे पहले उसके दादा प्रिंस ऑफ वेल्स और उनकी पत्नी कैमिला यानी डचेस ऑफ कॉर्नवाल तथा उसके नाना नानी यानी केट के अभिभावक 'मिडलेटन दंपत्ति' केनसिंगटन पैलेस पहुंचे।
युवराज चार्ल्स और कैमिला ने शारलेट के साथ एक घंटे से अधिक समय बिताया। केट के अभिभावकों, 'माइकल एवं कैरोल मिडलेटन' तथा बहन पिप्पा ने भी नई राजकुमारी के साथ थोड़ा समय बिताया। इसके बाद महारानी एलिजबेथ द्वितीय अपनी नई नवेली पड़पोती को देखने के लिए पहुंचीं।
युवराज विलियम और उनकी पत्नी केट अभी केनसिंगटन पैलेस में ही हैं और इसी सप्ताह वे नोरफोक में महारानी के सैन्ड्रिंघम इस्टेट स्थित आमनेर हॉल जाएंगे।
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