सिडनी:
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने छह साल के उस बच्चे के मामले को ‘दुखद’ बताया है, जिसे उसके समलैंगिक पुरुष अभिभावकों ने किराये की कोख (सरोगेसी) के जरिये हासिल किया और फिर उसका यौन उत्पीड़न किया।
कहा जाता है कि अन्य लोगों ने भी इस बच्चे का यौन उत्पीड़न किया। बच्चे के समलैंगिक पुरुष अभिभावक उत्तरी क्वीन्सलैंड के केर्न्स में रहते थे और खुद को ‘बेहद प्यार करने वाले पिता’ बताते थे। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के प्राधिकारियों ने दोनों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए मिल कर काम किया था।
इस बच्चे को उन्होंने वर्ष 2005 में एक रूसी महिला की किराये की कोख से हासिल किया था। उन्होंने बच्चे को औपचारिक रूप से गोद ले लिया और बहुत ही कम उम्र के इस बच्चे का खुद यौन उत्पीड़न किया तथा दूसरों से भी कराया। क्वीन्सलैंड के डिटेक्टिव इन्स्पेक्टर जॉन रोउस ने इस मामले को ‘दुखद’ करार दिया।
यह पता नहीं चल पाया है कि क्या बच्चे का जन्म दोनों पुरुषों में से किसी एक के शुक्राणु से हुआ था। लेकिन यह बच्चा उनके बेटे की तरह उनके साथ रहता था।
वेलिंगटन में एक बच्चे के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के दौरान अधिकारियों को छह साल के बच्चे की तस्वीरें एक व्यक्ति के कंप्यूटर में मिलीं। इसके बाद जांचकर्ताओं ने समलैंगिक पुरुष जोड़े और बच्चों के अन्य यौन उत्पीड़नकर्ताओं के बीच हुई चैटिंग का ब्यौरा देखा। पुलिस ने जोड़े के घर पर छापा मारा। तब दोनों अमेरिका में थे। पुलिस को उस घर में लैपटॉप और अन्य उपकरणों में ऐसी पर्याप्त सामग्री मिली, जिसके आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और बच्चे को उनसे मुक्त कराया गया।
दोनों को वर्ष 2012 के शुरू में कैलिफोर्निया में गिरफ्तार किया गया था। पिछले सप्ताह एक को 40 साल की सजा सुनाई गई। दूसरे को अभी सजा सुनाया जाना बाकी है।
कहा जाता है कि अन्य लोगों ने भी इस बच्चे का यौन उत्पीड़न किया। बच्चे के समलैंगिक पुरुष अभिभावक उत्तरी क्वीन्सलैंड के केर्न्स में रहते थे और खुद को ‘बेहद प्यार करने वाले पिता’ बताते थे। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के प्राधिकारियों ने दोनों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए मिल कर काम किया था।
इस बच्चे को उन्होंने वर्ष 2005 में एक रूसी महिला की किराये की कोख से हासिल किया था। उन्होंने बच्चे को औपचारिक रूप से गोद ले लिया और बहुत ही कम उम्र के इस बच्चे का खुद यौन उत्पीड़न किया तथा दूसरों से भी कराया। क्वीन्सलैंड के डिटेक्टिव इन्स्पेक्टर जॉन रोउस ने इस मामले को ‘दुखद’ करार दिया।
यह पता नहीं चल पाया है कि क्या बच्चे का जन्म दोनों पुरुषों में से किसी एक के शुक्राणु से हुआ था। लेकिन यह बच्चा उनके बेटे की तरह उनके साथ रहता था।
वेलिंगटन में एक बच्चे के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के दौरान अधिकारियों को छह साल के बच्चे की तस्वीरें एक व्यक्ति के कंप्यूटर में मिलीं। इसके बाद जांचकर्ताओं ने समलैंगिक पुरुष जोड़े और बच्चों के अन्य यौन उत्पीड़नकर्ताओं के बीच हुई चैटिंग का ब्यौरा देखा। पुलिस ने जोड़े के घर पर छापा मारा। तब दोनों अमेरिका में थे। पुलिस को उस घर में लैपटॉप और अन्य उपकरणों में ऐसी पर्याप्त सामग्री मिली, जिसके आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और बच्चे को उनसे मुक्त कराया गया।
दोनों को वर्ष 2012 के शुरू में कैलिफोर्निया में गिरफ्तार किया गया था। पिछले सप्ताह एक को 40 साल की सजा सुनाई गई। दूसरे को अभी सजा सुनाया जाना बाकी है।
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