वाशिंगटन:
अलकायदा के सैकड़ों आंतरिक दस्तावेज एक अश्लील फिल्म के अंदर पाए गए हैं। इन दस्तावेजों से यूरोप में मुम्बई जैसे हमले किए जाने की साजिशों का खुलासा हुआ है। यह फिल्म एक मेमोरी डिस्क में मौजूद थी।
सीएनएन ने खुफिया सूत्रों के हवाले से कहा है कि इन दस्तावेजों में जर्मन, अंग्रेजी, और अरबी भाषा में पीडीएफ प्रारूप में आतंकवादी प्रशिक्षण कार्यक्रम उपस्थित हैं।
सीएनएन ने कहा है कि जर्मन समाचार पत्र 'डाई जेइट' ने सबसे पहले इन दस्तावेजों के पाए जाने के बारे में रपट प्रकाशित की थी। इन दस्तावेजों को जर्मन कूटलिपि विशेषज्ञों ने बर्लिन में पिछले वर्ष गिरफ्तार किए गए एक संदिग्ध अलकायदा आतंकवादी के पास से पाए गए एक मेमोरी डिस्क के अंदर पाया।
22 वर्षीय आस्ट्रियाई मकसूद लोदिन से पूछताछ कर रहे जांचकर्ता उसके जांघिए के नीचे छुपा एक डिजिटल भंडारण उपकरण और मेमोरी कार्ड्स पाकर दंग रह गए। लोदिन हाल ही में बुडापेस्ट, हंगरी, से होते हुए पाकिस्तान लौटा था और उसके बाद जर्मनी पहुंचा था।
इन उपकरणों कें अंदर एक अश्लील वीडियो दफन था, जिसका शीर्षक 'किक एस' था और एक फाइल थी, जिसका शीर्षक 'सेक्सी तंजा' था।
कई सप्ताह बाद जर्मन जांचकर्ताओं ने वास्तविक वीडियो के अंदर कूटभाषा में मौजूद गोपनीय जानकारियों का खजाना ढूढ़ निकाला, जिसमें अलकायदा के 100 से अधिक दस्तावेज शामिल थे।
सीएनएन ने कहा है कि 'फ्यूचर वर्क्स' शीर्षक वाला एक दस्तावेज लगता है कि हमले के नए लक्ष्यों व तरीकों की तलाश पर हुई चर्चाओं से सम्बंधित है। जर्मन जांचकर्ताओं का मानना है कि यह दस्तावेज 2009 में तैयार किया गया था।
दस्तावेज तैयार किए जाने के एक वर्ष बाद यूरोपीय खुफिया एजेंसियां मुम्बई हमले जैसे एक हमले की साजिश की जांच के लिए हाथ-पांव मार रही थीं, जिसमें जर्मन व अन्य यूरोपीय आतंकवादियों के शामिल होने की आशंका थी। इस साजिश के कारण अमेरिकी विदेश विभाग ने यूरोप में अमेरिकियों के लिए एक अभूतपूर्व यात्रा परामर्श जारी किए थे।
ज्ञात हो कि 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने समुद्र के रास्ते मुम्बई में घुसकर 26 से 29 नवम्बर तक कई स्थलों को निशाना बनाया था, जिसमें कई विदेशी नागरिकों सहित 166 व्यक्ति मारे गए थे।
इन दस्तावेजों पर पहली रपट जारी करने वाले 'डाई जेइट' के खोजी पत्रकार यासीन मुशरबाश के हवाले से कहा गया है, "मैं समझता हूं कि यह सोचना जायज है कि 'फ्यूचर वर्क्स' दस्तावेज उस खास परियोजना का हिस्सा है।"
मुशरबाश ने सीएनएन से कहा, "दस्तावेजों से यह बिल्कुल स्पष्ट होता है कि अलकायदा इस बात को जानता है कि उस पर बराबर नजर रखी जा रही है।"
सीएनएन ने कहा है कि 'फ्यूजर वर्क्स' में वैसे कोई तारीख या स्थान, या कोई योजना दर्ज नहीं है, लेकिन यह नई पहल करने, तथा अलकायदा को दुनिया भर में वापस सुर्खियों में लाने की एक विचारोत्तेजक चर्चा लगता है।
सीएनएन ने खुफिया सूत्रों के हवाले से कहा है कि इन दस्तावेजों में जर्मन, अंग्रेजी, और अरबी भाषा में पीडीएफ प्रारूप में आतंकवादी प्रशिक्षण कार्यक्रम उपस्थित हैं।
सीएनएन ने कहा है कि जर्मन समाचार पत्र 'डाई जेइट' ने सबसे पहले इन दस्तावेजों के पाए जाने के बारे में रपट प्रकाशित की थी। इन दस्तावेजों को जर्मन कूटलिपि विशेषज्ञों ने बर्लिन में पिछले वर्ष गिरफ्तार किए गए एक संदिग्ध अलकायदा आतंकवादी के पास से पाए गए एक मेमोरी डिस्क के अंदर पाया।
22 वर्षीय आस्ट्रियाई मकसूद लोदिन से पूछताछ कर रहे जांचकर्ता उसके जांघिए के नीचे छुपा एक डिजिटल भंडारण उपकरण और मेमोरी कार्ड्स पाकर दंग रह गए। लोदिन हाल ही में बुडापेस्ट, हंगरी, से होते हुए पाकिस्तान लौटा था और उसके बाद जर्मनी पहुंचा था।
इन उपकरणों कें अंदर एक अश्लील वीडियो दफन था, जिसका शीर्षक 'किक एस' था और एक फाइल थी, जिसका शीर्षक 'सेक्सी तंजा' था।
कई सप्ताह बाद जर्मन जांचकर्ताओं ने वास्तविक वीडियो के अंदर कूटभाषा में मौजूद गोपनीय जानकारियों का खजाना ढूढ़ निकाला, जिसमें अलकायदा के 100 से अधिक दस्तावेज शामिल थे।
सीएनएन ने कहा है कि 'फ्यूचर वर्क्स' शीर्षक वाला एक दस्तावेज लगता है कि हमले के नए लक्ष्यों व तरीकों की तलाश पर हुई चर्चाओं से सम्बंधित है। जर्मन जांचकर्ताओं का मानना है कि यह दस्तावेज 2009 में तैयार किया गया था।
दस्तावेज तैयार किए जाने के एक वर्ष बाद यूरोपीय खुफिया एजेंसियां मुम्बई हमले जैसे एक हमले की साजिश की जांच के लिए हाथ-पांव मार रही थीं, जिसमें जर्मन व अन्य यूरोपीय आतंकवादियों के शामिल होने की आशंका थी। इस साजिश के कारण अमेरिकी विदेश विभाग ने यूरोप में अमेरिकियों के लिए एक अभूतपूर्व यात्रा परामर्श जारी किए थे।
ज्ञात हो कि 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने समुद्र के रास्ते मुम्बई में घुसकर 26 से 29 नवम्बर तक कई स्थलों को निशाना बनाया था, जिसमें कई विदेशी नागरिकों सहित 166 व्यक्ति मारे गए थे।
इन दस्तावेजों पर पहली रपट जारी करने वाले 'डाई जेइट' के खोजी पत्रकार यासीन मुशरबाश के हवाले से कहा गया है, "मैं समझता हूं कि यह सोचना जायज है कि 'फ्यूचर वर्क्स' दस्तावेज उस खास परियोजना का हिस्सा है।"
मुशरबाश ने सीएनएन से कहा, "दस्तावेजों से यह बिल्कुल स्पष्ट होता है कि अलकायदा इस बात को जानता है कि उस पर बराबर नजर रखी जा रही है।"
सीएनएन ने कहा है कि 'फ्यूजर वर्क्स' में वैसे कोई तारीख या स्थान, या कोई योजना दर्ज नहीं है, लेकिन यह नई पहल करने, तथा अलकायदा को दुनिया भर में वापस सुर्खियों में लाने की एक विचारोत्तेजक चर्चा लगता है।
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