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This Article is From Mar 03, 2017

भारत को अत्याधुनिक ड्रोन बेचने की वकालत में आगे आए अमेरिकी सीनेटर

भारत को अत्याधुनिक ड्रोन बेचने की वकालत में आगे आए अमेरिकी सीनेटर
प्रतीकात्मक तस्वीर
वॉशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष सीनेटर ने भारत को अत्याधुनिक ड्रोन बेचे जाने की जोरदार वकालत की है. उन्होंने कहा है कि दोनों देशों के बीच यह ‘अगला महत्वपूर्ण रक्षा सहयोग’ होने जा रहा है. डेमोक्रेट सीनेटर मार्क वार्नर और सीनेट में उनके रिपब्लिकन सहकर्मी डैन सुलिवन ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इससे पहले ओबामा प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस ने भारत को एक महत्वपूर्ण रक्षा सहयोगी का दर्जा दिया था, जो दोनों देशों के संबंध को अगले स्तर पर ले जाने की दिशा में एक अहम कदम है.

बहरहाल, दोनों सांसद एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग पर डटे रहे, लेकिन जब बात पाकिस्तान में आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों के संबंध में भारत के हित की आई, तो इस मुद्दे पर दोनों थोड़े नरम दिखाई दिए. सीनेटर सुलिवन ने दलील दी कि भारत और अमेरिका साझा हित के क्षेत्र में संयुक्त सैन्य सहयोग कर सकते हैं. सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष और शक्तिशाली सीनेट सेलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलिजेंस के शीषर्स्थ सदस्य वार्नर ने भारत को अत्याधुनिक ड्रोन बेचे जाने के संबंध में अमेरिकी के रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की नौकरशाही पर नाखुशी जताई. भारत ने समुद्र निगरानी विशेषकर हिन्द महासागर के लिए काफी संख्या में अत्याधुनिक ड्रोन खरीदने का अनुरोध किया था.

वार्नर ने कहा, अत्याधुनिक ड्रोन बेचने के मामले में रक्षा और विदेश मंत्रालय के रवैये से मैं नाखुश हूं. यह रक्षा सहयोग का अगला महत्वपूर्ण कदम है. अमेरिका के शीर्ष थिंक टैंक ‘व्रिडो विल्सन सेंटर’ में सुलिवन ने अपनी टिप्पणी में कहा ‘असल में यह दर्जा भारत के लिए खास है.' पाकिस्तान को लेकर पूछे गए एक सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए वार्नर ने कहा कि खुफिया क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच बेहद मजबूत संबंध हैं, हालांकि ना केवल कश्मीर में अशांति बल्कि सीमा पार भी आतंकवादी संगठनों को लेकर पाकिस्तान की भूमिका भारी चिंता का विषय है. वार्नर ने कहा कि पाकिस्तान के यह हित में होगा कि वह विभिन्न आतंकवादी समूहों के बीच भेद नहीं करे. भारत के धैर्य की प्रशंसा करते हुए वार्नर ने कहा कि भारत आज उस स्थिति तक पहुंच गया है जहां से वह खुद को एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सहयोगी के तौर पर देखता है.

पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर इलाके में अमेरिकी ड्रोन हमले में कम से कम दो संदिग्ध चरमपंथी मारे गए हैं. गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान में पहली बार ड्रोन हमला किया गया है. स्थानीय सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सीआईए द्वारा संचालित ड्रोन ने अफगान सीमा के निकट कुर्रम एजेंसी के एक गांव में मिसाइल दागी जिसमें दो संदिग्ध चरमपंथी मारे गए.

अधिकारी ने कहा ‘ड्रोन मिसाइल एक मोटरसाइकिल पर गिरी जिसके बाद आग लग गई और फिर विस्फोट हो गया.’ मारे गए लोगों की पहचान अभी नहीं हुई है और हमले के बाद जांच शुरू कर दी गई है. पाकिस्तान में 21 मई, 2016 से अमेरिका द्वारा कोई ड्रोन हमला नहीं किया गया था. सीआईए की निगरानी में पाकिस्तान में 2004 से ड्रोन हमले शुरू किए गए थे. अब तक 424 ड्रोन हमले हुए हैं जिनमें हजारों लोग मारे गए हैं.

उधर पाकिस्तान के अशांत पश्चिमोत्तर क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमले में कम से कम दो संदिग्ध चरमपंथी मारे गए हैं. डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान में पहली बार ड्रोन हमला किया गया है. स्थानीय सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सीआईए द्वारा संचालित ड्रोन ने अफगान सीमा के निकट कुर्रम एजेंसी के एक गांव में मिसाइल दागी जिसमें दो संदिग्ध चरमपंथी मारे गए.

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