वाशिंगटन:
अमेरिका के आव्रजन और सीमाशुल्क प्रवर्तन (आईसीई) विभाग ने बताया कि देश में कथित रूप से अवैध रूप से घुसने के आरोप में कम से कम 68 भारतीय नागरिकों को वाशिंगटन के सिएटल के पास एक हिरासत केंद्र में हिरासत में रखा गया है।
अमेरिका स्थित उत्तर अमेरिकी पंजाबी एसोसिएशन (एनएपीए) के निदेशक सतनाम सिंह चहल ने बताया कि आईसीई से मिली सूचना के मुताबिक, पिछले एक महीने में इनमें से आधे लोगों को सीमा पार से अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की कोशिश करते हुए हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि इनमें अधिकतर पंजाब के हैं।
आईसीई के पश्चिमी क्षेत्र की प्रवक्ता वर्जिनिया काइस ने बताया कि फिलहाल 68 भारतीय टैकोमा के हिरासत केंद्र में हैं। उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी की तारीख अलग-अलग है। इनमें अधिकतर को इस साल हिरासत में लिया गया और इनमें से आधे लोगों बीते 30 दिनों में हिरासत में लिया गया।
चहल ने बताया कि बिना दस्तावेज वाले अप्रवासियों को अमेरिका के सरकारी हिरासत केंद्रों में भेजे जाने पर, इस बात का पता लगाने में महीनों लग सकते हैं कि इन्हें निर्वासित कर दिया जाए या देश में रहने की इजाजत दे दी जाए। उन्होंने बताया कि इतने लंबे समय के दौरान इनमें से अधिकतर लोग निराश हो जाते हैं।
अमेरिका स्थित उत्तर अमेरिकी पंजाबी एसोसिएशन (एनएपीए) के निदेशक सतनाम सिंह चहल ने बताया कि आईसीई से मिली सूचना के मुताबिक, पिछले एक महीने में इनमें से आधे लोगों को सीमा पार से अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की कोशिश करते हुए हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि इनमें अधिकतर पंजाब के हैं।
आईसीई के पश्चिमी क्षेत्र की प्रवक्ता वर्जिनिया काइस ने बताया कि फिलहाल 68 भारतीय टैकोमा के हिरासत केंद्र में हैं। उन्होंने बताया कि इनकी गिरफ्तारी की तारीख अलग-अलग है। इनमें अधिकतर को इस साल हिरासत में लिया गया और इनमें से आधे लोगों बीते 30 दिनों में हिरासत में लिया गया।
चहल ने बताया कि बिना दस्तावेज वाले अप्रवासियों को अमेरिका के सरकारी हिरासत केंद्रों में भेजे जाने पर, इस बात का पता लगाने में महीनों लग सकते हैं कि इन्हें निर्वासित कर दिया जाए या देश में रहने की इजाजत दे दी जाए। उन्होंने बताया कि इतने लंबे समय के दौरान इनमें से अधिकतर लोग निराश हो जाते हैं।
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