उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से फिल्मी अंदाज में ठगी करने वाले एक गिरोह के सदस्यों को साइबर सेल पुलिस ने धर दबोचा है. गिरफ्तार साइबर क्राइम करने वाले इन 10 बदमाशों में दो 15-15 हजार रुपये के ईनामी भी शामिल हैं. इनके पास से 42 मोबाइल फोन, 33 सिम कार्ड, 12 चेक बुक, 20 पासबुक और 14 लूज चेक बरामद किए गए हैं.
इस साइबर ठग गिरोह में मेरठ, मुजफ्फरनगर, दिल्ली, कानपुर, हापुड़ और बुलंदशहर के बदमाश शामिल हैं.
शनिवार सुबह मालागढ़ जाने वाले रास्ते पर रेलवे लाइन के नीचे बने पुल के पास दस बदमाशों को एक मारूति सुजूकी कार के साथ गिरफ्तार किया गया.
एसएसपी ने बताया ये गैंग एक शातिर ठगों का गैंग है. इस गिरोह का प्रत्येक सदस्य अलग-अलग काम करता था, जिसमें कुछ लोग डाटा चोरी करने (बैंक डिटेल), तथा कुछ लोग सिम बदलवाने का काम करते थे, जो किसी व्यक्ति को मृत दिखाकर उसका सिम किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर करा लेते थे, ताकि जब भी कोई ओटीपी या बैंक से कॉल आए तो उसमें वो व्यक्ति अपने आप को असली व्यक्ति के रूप में दर्शाते हुए उस काल को सत्यापित कर सके.
ये लोग अपनी पहचान छुपाने के लिए अलग-अलग फोन, सिम व वायरलेस सेट का प्रयोग किया करते थे. इसमें इनामी बदमाश उरुज आलम उर्फ आशू ने अलग-अलग नामों से अपनी पहचान छुपाने के लिए आठ आधार कार्ड बनवाए थे. ये बदमाश कार के डैशबोर्ड पर पुलिस की Pcap और वायरलेस सिस्टम रखकर रौब भी दिखाते थे.
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