उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 325 सीटें मिली थीं, तब एसआईआर नहीं था, अब एसआईआर से विपक्ष डरा हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि 2022 में मेरा साथ नहीं था. इसकी वजह से बीजेपी को पूर्वांचल में 65 सीटों पर हार का सामना कारण पड़ा. राजभर शुक्रवार को सुलतानपुर में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
यूपी में एसआईआर पर क्या बोले ओमप्रकाश राजभर
राजभर ने सुलतानपुर के लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) के गेस्ट हाउस में आलाधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने विपक्ष द्वारा एसआईआर के बहाने लोकतंत्र की हत्या किए जाने के सवाल पर कहा कि झूठ बोलने का ठेके लिए हैं सब, जबकि खुली किताब की तरह एसआईआर हो रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार और चुनाव आयोग को केवल बदनाम कर रहा है. उन्होंने कहा कि जब ये जीतते हैं तो चुनाव आयोग सही हो जाता है और जब हार जाते हैं तो चुनाव आयोग गलत हो जाता है. राजभर ने कहा कि बिहार का रिजल्ट आने के बाद ये सभी अंदर से टूट चुके हैं.
प्रदेश में एसआईआर के काम में लगे बूथ लेबल अधिकारियों (बीएलओ) की मौत को मुद्दा बनाने के सवाल पर राजभर ने चुटकी ली.उन्होंने कहा कि विपक्ष तो हर चीज को मुद्दा बना रहा है, अयोध्या में राम मंदिर बना उसे काहे बनाया गया ये भी मुद्दा बना लेते हैं.वहीं मध्य प्रदेश के आईएएस संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण की बेटियों पर आपत्तिजनक बयान की निंदा करते हुए राजभर ने कहा कि ऐसा बयान नहीं देना चाहिए,पढ़े लिखे लोग हैं, कुछ लोग चर्चा में बने रहने के लिए ऐसा बयान दे देते हैं.
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