उत्तर प्रदेश के मेरठ के दो अस्पतालों में करीब सात कोरोना मरीजों की मौत हो गई है. डॉक्टर इन मौतों की वजह ऑक्सीजन की कमी बता रहे हैं. तीन कोरोना मरीजों की प्राइवेट अस्पताल 'आनंद अस्पताल' में हुई है, जबकि चार अन्यों ने केएमसी अस्पताल में दम तोड़ा है. उत्तर प्रदेश में तेजी के साथ कोरोना की मामलों में इजाफा हो रहा है. हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार कर रहे हैं प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है.
सूत्रों ने यह भी बताया कि मेरठ में कई अस्पतालों ने मरीजों के परिजनों को खुद से ऑक्सीजन का इंतजाम करने के लिए कह दिया है.
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आनंद अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. सुभाष यादव ने कहा ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है. उन्होंने कहा, 'हमें 400 सिलेंडरों की रोजोना जरूरत है, लेकिन हमें 90 सिलेंडर ही मिल रहे हैं. कल हमारी ऑक्सीजन सप्लाई खत्म हो गई थी. जिसके वजह से अस्पताल में भर्ती तीन मरीजों की मौत हो गई थी.'
केएमसी अस्पताल के प्रमुख डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि ना केवल कल चार मरीजों की मौत हुई, बल्कि उससे एक दिन पहले भी तीन मरीजों की मौत हो गई थी. उन्होंने कहा, 'कल हमारे पास दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक ऑक्सीजन नहीं थी. अगर हमारे पास ऑक्सीजन होती तो हम उन्हें बचा लेते.' डॉक्टर ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी तो रोजाना की समस्या हो गई है.
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28 साल के मोहम्मद कासिम की मां कोरोना से संक्रमित हैं और वह अस्पताल में भर्ती हैं. उन्हें वहां से 110 किलोमीटर दूर हरियाणा के करनाल से 25 हजार रुपए में ऑक्सीजन सिलेंडर लाना पड़ा. उन्होंने बताया, 'अस्पताल ने कहा कि उनके पास ऑक्सीजन नहीं है. अपने मरीज को डिस्चार्ज करवा लिजिए या फिर खुद से ऑक्सीजन का इंतजाम कीजिए.'
वहीं, मनोज कुमार के भाई केएमसी अस्पताल में भर्ती हैं. उनके लिए उन्होंने एक लाख रुपए में हरियाणा के यमुनानगर से तीन सिलेंडर खरीदे हैं. एनडीटीवी ने जिला मजिस्ट्रेट से भी इस बारे में बातचीत करने चाही, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
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