कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थानों पर एक समय में पांच से ज्यादा लोगों की मौजूदगी पर रोक लगा दी है. मुख्यमंंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि किसी भी धार्मिक स्थल पर एक बार में पांच से ज्यादा लोग प्रवेश न करें. बता दें कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश में 14 अप्रैल से नवरात्र जबकि 13 अप्रैल से रमजान का महीना शुरू होने की उम्मीद है. इन पर्वों को देखते हुए मुख्यमंत्री के इस फैसले को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आपकाी जानकारी के लिए बता दें कि नवरात्र में मंदिरों और रमज़ान में मस्जिदों मेंभीड़ होती है. रमज़ान के शुरुआती दिनों में लोग रोज़ा खोलने के बाद मस्जिदों में तरावीह पढ़ने जमा होते हैं. तरावीह में एक मौलाना क़ुरआन पाठ करते हैं और बाक़ी रोज़ेदार उसे सुनते हैं. अक्सर तरावीह के लिए मस्जिदों में इतने ज़्यादा लोग पहुंच जाते हैं कि जगह न होने की वजह से सड़कों पर तरावीह होती है.
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राज्य सरकार की ओर से शनिवार को जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में संक्रमण के मामलों में उछाल को देखते हुए पुलिस आयुक्त, लखनऊ को निर्देश दिया है कि धर्म स्थलों में पांच से अधिक लोगों को एक साथ प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाए. बाजारों में व्यापारियों से बातचीत करके उनका सहयोग लेते हुए सुरक्षित दूरी का पालन कराया जाए.
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बता दें कि यूपी में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. शनिवार को एक राज्य में एक दिन में 12,787 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 48 लोगों की मौत हुई है. प्रदेश में बढ़ते मामलों को देखते हुए पाबंदियों को भी बढ़ाया जा रहा है. शनिवार को गोरखपुर, बलिया और बांदा में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है, वहीं वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में जाने पर पाबंदी लगा दी गई है, इसके अलावा मथुरा के कृष्ण जन्थस्थली पर भी नियमों को सख्त कर दिया गया है.
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