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सामूहिक विवाह योजना में धांधली का आरोपी लिपिक गिरफ्तार, 17 हुई पकड़े गए लोगों की संख्या

पुलिस सूत्रों ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के लिपिक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव को गत 25 जनवरी को मनियर इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में कई अपात्र लोगों को लाभ दिलाने की कोशिश करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है.

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सामूहिक विवाह योजना में धांधली का आरोपी लिपिक गिरफ्तार, 17 हुई पकड़े गए लोगों की संख्या

बलिया (उप्र): उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के मनियर क्षेत्र में पिछले महीने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के एक लिपिक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के लिपिक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव को गत 25 जनवरी को मनियर इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में कई अपात्र लोगों को लाभ दिलाने की कोशिश करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 17 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं. लिपिक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव का नाम इस मामले में विवेचना के दौरान सामने आया था. जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव की शिकायत पर गत 30 जनवरी को मनियर थाने में समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव (जिन्हें निलंबित कर दिया गया है) और लाभ लेने वाली आठ महिलाओं - अर्चना, रंजना यादव, प्रियंका, सोनम, पूजा, संजू, रमिता और सुमन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. हालांकि इन महिलाओं को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.

इस मामले में अब तक समाज कल्याण विभाग के दो सहायक विकास अधिकारियों - सुनील कुमार यादव और भानु प्रताप तथा लिपिक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव के साथ—साथ रवींद्र गुप्ता, आलोक श्रीवास्तव, उपेंद्र यादव, दीपक चौहान, मुकेश कुमार गुप्ता, रामजी चौहान, आशीष चौहान, संतोष यादव, अर्जुन वर्मा, रामनाथ, अच्छेलाल वर्मा, धर्मेंद्र यादव, गुलाब यादव, सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है.

मामले के मुताबिक गत 25 जनवरी को मनियर इंटर कॉलेज में हुए सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कई ऐसे लोगों की शादी करायी गयी जो पहले से ही शादीशुदा थे. इस मामले में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव ने अपनी तहरीर में कहा है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मनियर इंटर कॉलेज में गत 25 जनवरी को सामूहिक विवाह सम्पन्न होने के बाद फर्जी वर—वधुओं के विवाह होने का मामला सामने आने पर मुख्य विकास अधिकारी ने 29 जनवरी को मामले की जांच के आदेश दिये थे.

जांच में पाया गया कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम में लाभार्थी के रूप में शामिल हुई मानिकापुर गांव की अर्चना की शादी जून 2023 को ही हो चुकी थी. इसके अलावा रंजना यादव और सुमन चौहान की शादी मार्च 2023 में, प्रियंका की शादी नवम्बर 2023 में, पूजा की शादी एक वर्ष पहले, संजू की शादी तीन वर्ष पहले और रमिता की शादी जुलाई 2023 में ही हो चुकी थी. इसके अलावा सोनम का विवाह अभी तय नहीं है. ये सभी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पात्र नहीं हैं.

अपात्र आवेदकों ने वास्तविक तथ्यों को छुपाते हुए योजना के तहत अवैध रूप से लाभ पाने के लिए आवेदन किया था. समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव ने उन आवेदनों की जांच में लापरवाही की जिससे यह फर्जीवाड़ा हुआ.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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