
आज के समय में हर किसी के फोन में व्हाट्सऐप है.हर दिन लाखों लोग व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं.लोग अपनी प्रोफाइल फोटो बदलते हैं. डीपी लगाते हैं, हटाते हैं, अपडेट करते हैं... लेकिन आज हम आपको एक फीचर ऐसे फीचर के बारे में बताने जा रहे हैं जो सबको दिखता तो है, पर बहुत कम लोग उसका इस्तेमाल करते हैं. हम बात कर रहे हैं WhatsApp पर DP यानी डिस्प्ले फोटो लगाने की.
दरअसल ,जब भी हम अपनी डीपी बदलते हैं, तो एक सीधा सवाल सामने आता है ..कैमरा से फोटो खींचें या गैलरी से लगाएं. जब ऐप आपसे पूछता है कि कैमरा से फोटो लें या गैलरी से चुनें, तो लगभग हर कोई एक ही ऑप्शन चुनता है गैलरी …अक्सर लोग कैमरे से फोटो लेने से बचते हैं और सीधा गैलरी से तैयार फोटो चुनते हैं. यहीं पर शुरू होती है असली कहानी...
कैमरे से फोटो क्लिक करके डीपी बदलने से लोग बचते क्यो हैं?
जब कैमरे से फोटो क्लिक करके डीपी बदलने का ऑप्शन होता है, तो लोग इससे बचते क्यो हैं? वजह साफ है कि क्योंकि बिना सोचे-समझे क्लिक की गई फोटो हर किसी को पसंद नहीं आती. अब बात बस इतनी सी है या कुछ और? आइए जानते हैं...
ज्यादातर लोगों को लगता है कि व्हाट्सऐप का कैमरा बहुत बेसिक होता है. उसमें न तो लाइट का सही बैलेंस आता है, न ही फ्रंट कैमरे से खींची गई सीधी फोटो बिना फिल्टर के किसी को पसंद नहीं आती. ऐसे में अब जब डीपी लगाने की बात हो, तो कौन रिस्क लेगा कि अपनी खराब क्वालिटी में खींची गई फोटो सबको दिखे?
गैलरी की फोटो ही सबकी पसंद
लोग अपने फोन की गैलरी से वही फोटो चुनते हैं, जो पहले से सोच-समझकर खींची गई होती हैं अच्छी लाइट, अच्छा पोज, चेहरे पर स्माइल और थोड़ी एडिटिंग.चाहे वो फोटो 2 महीने पुरानी हो या काफी मशक्कत के बात लगी गई एक अच्छी सेल्फी ..हमें डीपी के लिए वही सेफ ऑप्शन लगता है.
कैमरे का ऑप्शन का सबसे कम इस्तेमाल
व्हाट्सऐप पर जब भी आप डीपी बदलने जाते हैं, तो कैमरा का ऑप्शन सबसे ऊपर होता है.ऐसा लगता है जैसे ऐप खुद चाहता है कि आप यहीं से फोटो खींचें. लेकिन लोग जानते हैं कि यहां फोटो ही बेहतर नहीं आती और न हीं एडिटिंग का ऑप्शन रहता है, इसलिए वो सीधे नीचे स्क्रॉल करते हैं और डीपी बदलने के लिए गैलरी चुन का ऑप्शन लेते हैं.
क्या आप भी डीपी बदलते समय कैमरा से फोटो खींचने से बचते हैं?
अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं. WhatsApp का इनबिल्ट कैमरा उतना अच्छा नहीं होता.सीधी फ्रंट कैमरा वाली फोटो ज्यादातर लोगों को पसंद नहीं आती.अक्सर कैमरा एंगल या लाइटिंग सही नहीं बैठती.शायद ये WhatsApp का सबसे कम इस्तेमाल होने वाला फीचर है जो सबके सामने है, फिर भी यूज नहीं होता. अब कभी आप डीपी बदलें, तो इस बात पर गौर कर पाएंगे कि कैमरे से ली गई एक फोटो और गैलरी से चुनकर लगाई गई फोटो में फर्क सिर्फ पिक्सल का नहीं, बल्कि बहुत ज्यादा अंतर होता है.
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