New LTC Rule: केन्द्रीय कर्मचारियों को सरकार ने एक शानदार तोहफा दिया है. लीव ट्रैवल कंसेशन (Leave Travel Concession - LTC) के तहत अब उन्हें कई और लग्जरी ट्रेनों में सफर करने का मौका मिलेगा. पहले सरकारी कर्मचारियों के पास मेल, एक्सप्रेस के अलावा कुछ प्रीमियम ट्रेनों का विकल्प था, लेकिन अब इनको मिलने वाले ट्रेनों के विकल्प में 230 प्रीमियम ट्रेनें और शामिल हो गयी हैं.
आपको बता दें कि कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) को LTC योजना में ज्यादा प्रीमियम ट्रेनों को शामिल करने को लेकर विभिन्न कार्यालयों और व्यक्तियों से कई सुझाव मिले थे, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है.
यानी सरकारी कर्मचारी अब सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत, तेजस और हमसफर में अपने परिवार के साथ यात्रा कर सकेंगे. यह फैसला सफर के दौरान उनकी यात्रा के अनुभव को और बेहतर बनाने के मकसद से लिया गया है.
क्या है लीव ट्रैवल कंसेशन ?
LTC सरकारी कर्मचारियों के लिए एक रियायती यात्रा सुविधा है, जो उन्हें 4 साल कर भारत में किसी भी स्थान की यात्रा करने की इजाजत देती है. LTC के तहत, एलिजिबल केंद्र सरकार के कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश (Paid leave) के अलावा आने-जाने की यात्रा के लिए टिकटों का रिम्बर्समेंट (Reimbursement) मिलता है.
कार्मिक मंत्रालय (Ministry of Personnel), लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के मुताबिक, कर्मचारियों के पास दो साल के भीतर दो बार होमटाउन LTC का लाभ उठाने, दो साल की अवधि में एक बार अपने होम टाउन जाने और अगले दो सालों में भारत में किसी भी जगह को देखने का विकल्प मिलता है.
कौन ले सकता है LTC का फायदा?
- सरकार ने उन कर्मचारियों की लिस्ट बनाई है जो LTC योजना का फायदा उठा सकते हैं.
- सरकारी कर्मचारी, सिविल सेवाओं के कर्मचारी, और डिफेंस सर्विस के कर्मचारी LTC का फायदा उठा सकते हैं.
- वे कर्मचारी जो राज्य सरकार के अधीन काम करते हैं और केंद्र सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त किए जाते हैं, LTC का फायदा उठा सकते हैं.
- जिन कर्मचारियों की नियुक्ति संविदा के आधार (Contractual Basis) पर की जाती है.
- पुनर्नियोजित कर्मचारी यानी जो कर्मचारी अपने रिटायरमेंट के बाद फिर से नौकरी करते हैं, LTC का फायदा उठा सकते हैं.
LTC के तहत रिम्बर्समेंट आकस्मिक खर्चों और स्थानीय यात्राओं पर होने वाले खर्च को कवर नहीं करता है. जर्नी एक्सपेंस के लिए रिम्बर्समेंट केवल सबसे छोटे डायरेक्ट रूट के टिकट पर पॉइंट-टू-पॉइंट जर्नी के आधार पर ही किया जाता है.
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