Wilful Defaulters
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सीतारमण ने कहा, धोखाधड़ी, इरादतन चूककर्ताओं पर तेजी से कार्रवाई करें सार्वजनिक बैंक
- Monday July 10, 2023
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) को डूबे कर्ज को कम करने के लिए धोखाधड़ी और इरादतन चूककर्ताओं के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने को कहा है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने सरकारी बैंकों से वृद्धि की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कदम उठाने को भी कहा है. बैंकों ने वित्त वर्ष 2021-22 तक छह साल के दौरान 11.17 लाख करोड़ रुपये की गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) को बट्टे खाते में डाला है.
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राहुल गांधी का निशाना - बैंकिंग सिस्टम साफ किया, इसलिए गई उर्जित पटेल की नौकरी, PM नहीं चाहते थे कि...
- Tuesday July 28, 2020
राहुल गांधी ने मंगलवार को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर से जुड़ी एक खबर को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- "बैंकिंग प्रणाली को साफ-सुधरा करने के प्रयास में उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ी... क्यों? प्रधानमंत्री नहीं चाहते थे कि वे विल्फुल डिफाल्टरों पर कोई कदम उठाएं"
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Wilful Defaulters Issue: अब चिदंबरम ने साधा सरकार पर निशाना, कहा-टेक्निकल रूल के पीछे क्यों छिप रहीं वित्त मंत्री..
- Wednesday April 29, 2020
चिदंबरम ने कहा, 'मैंने संसद में पूछा था कि 2004 से पहले, 2004 से 2014 तक के और 2014 के बाद के नॉन प्रोफिटेबल असेट यानी NPA का ब्रेकअप सरकार क्यों नहीं दे रहीं.'पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने कहा कि यह ब्रेकअप मिले तो ही यह अंदाज़ा लगेगा कि इस दौरान कितने लोन दिए गए?
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नीरव मोदी जैसे विल्फुल डिफाल्टरों के मामले में वित्त मंत्री की सफाई पर कांग्रेस बोली, 'इन 4 सवालों के सीधे जवाब दें निर्मला सीतारमण'
- Wednesday April 29, 2020
कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे. साथ ही यह स्पष्ट किया कि सरकार ने नीरव मोदी (Nirav Modi), मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) और विजय माल्या (Vijay Mallya) जैसे बड़े विल्फुल डिफॉल्टरों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था- "कांग्रेस और राहुल गांधी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्यों वे वित्तीय प्रणाली को साफ करने में नाकाम रहे.
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नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी - अब तक किससे कितनी हुई वसूली, निर्मला सीतारमण ने दिया हिसाब
- Wednesday April 29, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला की आलोचना के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सरकार के बचाव में आईं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- "कांग्रेस और राहुल गांधी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्यों वे वित्तीय प्रणाली को साफ करने में नाकाम रहे."
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बैंक कर्ज़ को बट्टे खाते में डालने का क्या अर्थ होता है, उम्मीद है, यह राहुल गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह से समझा जरूर होगा : निर्मला सीतारमण
- Wednesday April 29, 2020
मोदी सरकार के ऊपर विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी का कर्ज माफ करने के कांग्रेस के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस बात के बारे में विचार करना चाहिए कि क्यों वह सिस्टम की सफाई में कोई रचानात्मक भूमिका नहीं निभा सके. न तो सत्ता में रहते हुए और न विपक्ष में रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार को और पक्षपात को रोकने में कोई प्रतिबद्धता दिखाए पाए. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि इससे पहले 18 नवंबर 2019 को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बैंकों का पैसा गबन करने वालों के नाम सरकार की ओर से दिए जा चुके हैं. लोकसभा में राहुल गांधी के 304 नंबर सवाल के जवाब में भी बैकों का पैसा गबन करने वाले लोगों के नाम, पैसा और किन लोगों को नाम बट्टे खाते में (written off) में डाला गया है, सारी जानकारी दी जा चुकी है.
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VIDEO क्लिप शेयर कर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- तो इसलिए संसद में छिपाया गया सच...
- Tuesday April 28, 2020
कांग्रेस का दावा है कि ‘24 अप्रैल को आरटीआई के जवाब में रिज़र्व बैंक ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए 50 सबसे बड़े बैंक घोटालेबाजों का 68,607 करोड़ रुपया ‘माफ करने’ की बात स्वीकार की. इनमें भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के नाम भी शामिल हैं’इसी को लेकर गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए। वित्त मंत्री ने जवाब नहीं दिया.’’
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विलफुल डिफॉल्टर मामले पर कांग्रेस ने किया केंद्र सरकार का घेराव, कहा- यह मोदी सरकार की 'जन-धन-गबन योजना' है
- Tuesday April 28, 2020
आरटीआई के तथ्यों को लेकर कांग्रेस ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस ने कहा कि भगोड़ों का साथ और भगोड़ों का लोन माफ़, BJP का मूल मंत्र बन गया है. कांग्रेस ने कहा कि 16 मार्च 2020 को राहुल गांधी ने संसद में देश के सबसे बड़े पचास बैंक घोटालेबाजों के नाम पूछे थे लेकिन सरकार ने चुप्पी साध ली और नाम ज़ाहिर नहीं किए.
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राहुल गांधी ने मोदी सरकार से 50 बड़े लोन डिफॉल्टरों के पूछे नाम, केंद्रीय मंत्री बोले- अपने पाप दूसरों के सिर मढ़ने की कोशिश
- Monday March 16, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज लोकसभा में नरेन्द्र मोदी सरकार पर देश के 50 बड़े बैंक ऋण चूककर्ताओं को बचाने का आरोप लगाया तो वहीं वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं और कुछ लोग अपने पापों को दूसरों के सिर मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं जो कि हम होने नहीं देंगे.
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RBI गवर्नर उर्जित पटेल को CIC की नोटिस पर सरकार की पहली प्रतिक्रिया, अरुण जेटली ने बोलने से किया इनकार
- Monday November 5, 2018
जानबूझकर बैंक ऋण नहीं चुकाने वालों की सूची का खुलासा नहीं करने पर केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही सीआईसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कहा है कि वे फंसे हुए कर्ज पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का पत्र सार्वजनिक करें. हालांकि, इस पर अभी तक सरकार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मगर कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के सचिव इंजेती श्रीनिवास ने कहा है कि ऐसी किसी भी बैंक डिफॉल्टर की लिस्ट को पब्लिक करने में कोई पेरशानी नहीं होनी चाहिए. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक का ऋण लेने और जानबूझकर उसे नहीं चुकाने वालों के नाम के संबंध में सूचना आरबीआई द्वारा नहीं उपलब्ध कराने को लेकर नाराज सीआईसी ने पटेल से यह बताने के लिए कहा है कि फैसले की ‘अनुपालना नहीं करने' को लेकर उन पर क्यों न अधिकतम जुर्माना लगाया जाए.
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बैंक डिफॉल्टर्स की सूची का नहीं किया खुलासा, RBI गवर्नर उर्जित पटेल को मिला कारण बताओ नोटिस
- Monday November 5, 2018
- Bhasha
केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने जानबूझकर बैंक ऋण नहीं चुकाने वालों की सूची का खुलासा करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की ‘अनुपालना नहीं’ करने के लिए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सीआईसी ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कहा है कि वे फंसे हुए कर्ज पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का पत्र सार्वजनिक करें. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक का ऋण लेने और जानबूझकर उसे नहीं चुकाने वालों के नाम के संबंध में सूचना आरबीआई द्वारा नहीं उपलब्ध कराने को लेकर नाराज सीआईसी ने पटेल से यह बताने के लिए कहा है कि फैसले की ‘अनुपालना नहीं करने’ को लेकर उन पर क्यों न अधिकतम जुर्माना लगाया जाए.
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मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री सुरेंद्र पटवा ने कर्ज नहीं चुकाया, बैंक ने नोटिस जारी किया
- Wednesday August 15, 2018
शिवराज सरकार में पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री सुरेन्द्र पटवा बैंक से कर्ज लेकर जानबूझकर उसे चुकाना नहीं चाहते, यह कहकर बैंक ऑफ बड़ौदा ने बकायदा उन्हें विलफुल डिफॉल्टर लिस्ट में डालकर उनके खिलाफ शोकाज नोटिस जारी किया है. बैंक ने पटवा आटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड पर बकाया 36 करोड़ रुपये के मामले में ये नोटिस जारी किया है.
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9000 से ज्यादा लोगों ने जानबूझ कर नहीं चुकाया सरकारी बैंकों से लिया गया लोन
- Friday March 9, 2018
सरकारी बैंकों से लोन लेकर जानबूझ नहीं चुकाने वालों की संख्या हज़ारों में है. शुक्रवार को वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने लोकसभा में दिए लिखित जवाब में माना है कि पिछले साल के अंत तक सरकारी बैंकों के 9000 से ज़्यादा विलफुल डिफॉल्टर्स हैं.
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जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों पर सार्वजनिक बैंकों का 92000 करोड़ रुपये बकाया
- Tuesday August 15, 2017
- Bhasha
सार्वजनिक बैंकों का कहना है कि जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों कर्जदारों (विलफुल डिफाल्टरों) पर उनके बकाया कर्ज में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह इस साल मार्च के आखिर में कुल मिलाकर बढ़कर 92000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया.
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सेबी की सख्ती, जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों को बाजार से किया प्रतिबंधित
- Saturday March 12, 2016
- Bhasha
जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों (विलफुल डिफॉल्टरों) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए बाजार नियामक सेबी ने आज उन्हें स्टॉक तथा बांडों के जरिये सार्वजनिक धन जुटाने से प्रतिबंधित करने का फैसला किया।
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सीतारमण ने कहा, धोखाधड़ी, इरादतन चूककर्ताओं पर तेजी से कार्रवाई करें सार्वजनिक बैंक
- Monday July 10, 2023
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) को डूबे कर्ज को कम करने के लिए धोखाधड़ी और इरादतन चूककर्ताओं के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने को कहा है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने सरकारी बैंकों से वृद्धि की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कदम उठाने को भी कहा है. बैंकों ने वित्त वर्ष 2021-22 तक छह साल के दौरान 11.17 लाख करोड़ रुपये की गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) को बट्टे खाते में डाला है.
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राहुल गांधी का निशाना - बैंकिंग सिस्टम साफ किया, इसलिए गई उर्जित पटेल की नौकरी, PM नहीं चाहते थे कि...
- Tuesday July 28, 2020
राहुल गांधी ने मंगलवार को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर से जुड़ी एक खबर को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- "बैंकिंग प्रणाली को साफ-सुधरा करने के प्रयास में उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ी... क्यों? प्रधानमंत्री नहीं चाहते थे कि वे विल्फुल डिफाल्टरों पर कोई कदम उठाएं"
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Wilful Defaulters Issue: अब चिदंबरम ने साधा सरकार पर निशाना, कहा-टेक्निकल रूल के पीछे क्यों छिप रहीं वित्त मंत्री..
- Wednesday April 29, 2020
चिदंबरम ने कहा, 'मैंने संसद में पूछा था कि 2004 से पहले, 2004 से 2014 तक के और 2014 के बाद के नॉन प्रोफिटेबल असेट यानी NPA का ब्रेकअप सरकार क्यों नहीं दे रहीं.'पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने कहा कि यह ब्रेकअप मिले तो ही यह अंदाज़ा लगेगा कि इस दौरान कितने लोन दिए गए?
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नीरव मोदी जैसे विल्फुल डिफाल्टरों के मामले में वित्त मंत्री की सफाई पर कांग्रेस बोली, 'इन 4 सवालों के सीधे जवाब दें निर्मला सीतारमण'
- Wednesday April 29, 2020
कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे. साथ ही यह स्पष्ट किया कि सरकार ने नीरव मोदी (Nirav Modi), मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) और विजय माल्या (Vijay Mallya) जैसे बड़े विल्फुल डिफॉल्टरों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था- "कांग्रेस और राहुल गांधी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्यों वे वित्तीय प्रणाली को साफ करने में नाकाम रहे.
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नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी - अब तक किससे कितनी हुई वसूली, निर्मला सीतारमण ने दिया हिसाब
- Wednesday April 29, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला की आलोचना के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सरकार के बचाव में आईं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- "कांग्रेस और राहुल गांधी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्यों वे वित्तीय प्रणाली को साफ करने में नाकाम रहे."
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बैंक कर्ज़ को बट्टे खाते में डालने का क्या अर्थ होता है, उम्मीद है, यह राहुल गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह से समझा जरूर होगा : निर्मला सीतारमण
- Wednesday April 29, 2020
मोदी सरकार के ऊपर विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी का कर्ज माफ करने के कांग्रेस के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस बात के बारे में विचार करना चाहिए कि क्यों वह सिस्टम की सफाई में कोई रचानात्मक भूमिका नहीं निभा सके. न तो सत्ता में रहते हुए और न विपक्ष में रहते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार को और पक्षपात को रोकने में कोई प्रतिबद्धता दिखाए पाए. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि इससे पहले 18 नवंबर 2019 को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बैंकों का पैसा गबन करने वालों के नाम सरकार की ओर से दिए जा चुके हैं. लोकसभा में राहुल गांधी के 304 नंबर सवाल के जवाब में भी बैकों का पैसा गबन करने वाले लोगों के नाम, पैसा और किन लोगों को नाम बट्टे खाते में (written off) में डाला गया है, सारी जानकारी दी जा चुकी है.
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VIDEO क्लिप शेयर कर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- तो इसलिए संसद में छिपाया गया सच...
- Tuesday April 28, 2020
कांग्रेस का दावा है कि ‘24 अप्रैल को आरटीआई के जवाब में रिज़र्व बैंक ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए 50 सबसे बड़े बैंक घोटालेबाजों का 68,607 करोड़ रुपया ‘माफ करने’ की बात स्वीकार की. इनमें भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के नाम भी शामिल हैं’इसी को लेकर गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए। वित्त मंत्री ने जवाब नहीं दिया.’’
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विलफुल डिफॉल्टर मामले पर कांग्रेस ने किया केंद्र सरकार का घेराव, कहा- यह मोदी सरकार की 'जन-धन-गबन योजना' है
- Tuesday April 28, 2020
आरटीआई के तथ्यों को लेकर कांग्रेस ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस ने कहा कि भगोड़ों का साथ और भगोड़ों का लोन माफ़, BJP का मूल मंत्र बन गया है. कांग्रेस ने कहा कि 16 मार्च 2020 को राहुल गांधी ने संसद में देश के सबसे बड़े पचास बैंक घोटालेबाजों के नाम पूछे थे लेकिन सरकार ने चुप्पी साध ली और नाम ज़ाहिर नहीं किए.
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राहुल गांधी ने मोदी सरकार से 50 बड़े लोन डिफॉल्टरों के पूछे नाम, केंद्रीय मंत्री बोले- अपने पाप दूसरों के सिर मढ़ने की कोशिश
- Monday March 16, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज लोकसभा में नरेन्द्र मोदी सरकार पर देश के 50 बड़े बैंक ऋण चूककर्ताओं को बचाने का आरोप लगाया तो वहीं वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं और कुछ लोग अपने पापों को दूसरों के सिर मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं जो कि हम होने नहीं देंगे.
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RBI गवर्नर उर्जित पटेल को CIC की नोटिस पर सरकार की पहली प्रतिक्रिया, अरुण जेटली ने बोलने से किया इनकार
- Monday November 5, 2018
जानबूझकर बैंक ऋण नहीं चुकाने वालों की सूची का खुलासा नहीं करने पर केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही सीआईसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कहा है कि वे फंसे हुए कर्ज पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का पत्र सार्वजनिक करें. हालांकि, इस पर अभी तक सरकार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मगर कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के सचिव इंजेती श्रीनिवास ने कहा है कि ऐसी किसी भी बैंक डिफॉल्टर की लिस्ट को पब्लिक करने में कोई पेरशानी नहीं होनी चाहिए. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक का ऋण लेने और जानबूझकर उसे नहीं चुकाने वालों के नाम के संबंध में सूचना आरबीआई द्वारा नहीं उपलब्ध कराने को लेकर नाराज सीआईसी ने पटेल से यह बताने के लिए कहा है कि फैसले की ‘अनुपालना नहीं करने' को लेकर उन पर क्यों न अधिकतम जुर्माना लगाया जाए.
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बैंक डिफॉल्टर्स की सूची का नहीं किया खुलासा, RBI गवर्नर उर्जित पटेल को मिला कारण बताओ नोटिस
- Monday November 5, 2018
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केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने जानबूझकर बैंक ऋण नहीं चुकाने वालों की सूची का खुलासा करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की ‘अनुपालना नहीं’ करने के लिए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सीआईसी ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कहा है कि वे फंसे हुए कर्ज पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का पत्र सार्वजनिक करें. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक का ऋण लेने और जानबूझकर उसे नहीं चुकाने वालों के नाम के संबंध में सूचना आरबीआई द्वारा नहीं उपलब्ध कराने को लेकर नाराज सीआईसी ने पटेल से यह बताने के लिए कहा है कि फैसले की ‘अनुपालना नहीं करने’ को लेकर उन पर क्यों न अधिकतम जुर्माना लगाया जाए.
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मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री सुरेंद्र पटवा ने कर्ज नहीं चुकाया, बैंक ने नोटिस जारी किया
- Wednesday August 15, 2018
शिवराज सरकार में पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री सुरेन्द्र पटवा बैंक से कर्ज लेकर जानबूझकर उसे चुकाना नहीं चाहते, यह कहकर बैंक ऑफ बड़ौदा ने बकायदा उन्हें विलफुल डिफॉल्टर लिस्ट में डालकर उनके खिलाफ शोकाज नोटिस जारी किया है. बैंक ने पटवा आटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड पर बकाया 36 करोड़ रुपये के मामले में ये नोटिस जारी किया है.
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9000 से ज्यादा लोगों ने जानबूझ कर नहीं चुकाया सरकारी बैंकों से लिया गया लोन
- Friday March 9, 2018
सरकारी बैंकों से लोन लेकर जानबूझ नहीं चुकाने वालों की संख्या हज़ारों में है. शुक्रवार को वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने लोकसभा में दिए लिखित जवाब में माना है कि पिछले साल के अंत तक सरकारी बैंकों के 9000 से ज़्यादा विलफुल डिफॉल्टर्स हैं.
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जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों पर सार्वजनिक बैंकों का 92000 करोड़ रुपये बकाया
- Tuesday August 15, 2017
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सार्वजनिक बैंकों का कहना है कि जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों कर्जदारों (विलफुल डिफाल्टरों) पर उनके बकाया कर्ज में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह इस साल मार्च के आखिर में कुल मिलाकर बढ़कर 92000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया.
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सेबी की सख्ती, जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों को बाजार से किया प्रतिबंधित
- Saturday March 12, 2016
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जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों (विलफुल डिफॉल्टरों) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए बाजार नियामक सेबी ने आज उन्हें स्टॉक तथा बांडों के जरिये सार्वजनिक धन जुटाने से प्रतिबंधित करने का फैसला किया।
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