S 400 Missiles
- सब
- ख़बरें
-
रूस ने कहा- 18-19 महीने में भारत में हो जायेगी S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी
- Monday September 9, 2019
- Reported by: ANI, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी
रूस के उप प्रधानमंत्री युरी बोरीसोव ने रविवार को कहा कि एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को तय शेड्यूल के तहत भारत पहुंचाया जाएगा. युरी ने रोसिया-1 से बात करते हुए कहा, 'एडवांस राशि मिल गई है इसलिए तय समय के मुताबिक इसकी डिलीवरी की जाएगी. इसमें 18 से 19 महीने लगेंगे.' बीते महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने समकक्ष सरगे लावरोव से द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा करने के लिए मॉस्को गए थे. बता दें कि भारत ने रूस के साथ 5.43 बिलियन यूएस डॉलर की डील की है.
- ndtv.in
-
Flashback2018: बड़े रक्षा सौदे जिनसे बढ़ी भारत की ताकत
- Monday December 24, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
दुनिया में हथियार खरीदने वाले देशों में भारत का स्थान पहले नंबर पर आता है. इसमें सबसे बड़ा कारण भारत की भौगोलिक स्थिति है. भारत के पड़ोस में पाकिस्तान और चीन जैसे देश हैं. पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद के रूप में एक तरह से परोक्ष लड़ाई जारी ही रहती है तो दूसरी ओर चीन की गतिविधियां भी संदेह पैदा करती हैं. डोकलाम का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
- ndtv.in
-
रूस ने कहा- 18-19 महीने में भारत में हो जायेगी S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी
- Monday September 9, 2019
- Reported by: ANI, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी
रूस के उप प्रधानमंत्री युरी बोरीसोव ने रविवार को कहा कि एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को तय शेड्यूल के तहत भारत पहुंचाया जाएगा. युरी ने रोसिया-1 से बात करते हुए कहा, 'एडवांस राशि मिल गई है इसलिए तय समय के मुताबिक इसकी डिलीवरी की जाएगी. इसमें 18 से 19 महीने लगेंगे.' बीते महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने समकक्ष सरगे लावरोव से द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा करने के लिए मॉस्को गए थे. बता दें कि भारत ने रूस के साथ 5.43 बिलियन यूएस डॉलर की डील की है.
- ndtv.in
-
Flashback2018: बड़े रक्षा सौदे जिनसे बढ़ी भारत की ताकत
- Monday December 24, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
दुनिया में हथियार खरीदने वाले देशों में भारत का स्थान पहले नंबर पर आता है. इसमें सबसे बड़ा कारण भारत की भौगोलिक स्थिति है. भारत के पड़ोस में पाकिस्तान और चीन जैसे देश हैं. पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद के रूप में एक तरह से परोक्ष लड़ाई जारी ही रहती है तो दूसरी ओर चीन की गतिविधियां भी संदेह पैदा करती हैं. डोकलाम का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
- ndtv.in