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Puja Path Wednesday

'Puja Path Wednesday' - 50 News Result(s)
  • Budhwar Puja Upay: बुधवार को कर लें गणेश जी से जुड़ा ये काम, हर कार्य में मिलेगी सफलता!

    Budhwar Puja Upay: बुधवार को कर लें गणेश जी से जुड़ा ये काम, हर कार्य में मिलेगी सफलता!

    Budhwar Puja Upay: बुधवार का दिन भगवान गणेश की स्तुति के लिए खास होता है. इस दिन कुछ खास काम करने से भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है.

  • Saubhagya Sundari Vrat में इन मंत्रों का करें जाप, सभी मनोकामनाएं हो जाएंगी पूर्ण

    Saubhagya Sundari Vrat में इन मंत्रों का करें जाप, सभी मनोकामनाएं हो जाएंगी पूर्ण

    Vrat ke labh : इस दिन माता-पार्वती और भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है. यह व्रत सुहागिन स्त्रियां करती हैं  ताकि उनका वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की परेशानी ना आए खुशियों से भऱा रहे.

  • Puja Path Ke Niyam: पूजा के दौरान भूलकर भी न करें इन बर्तनों का इस्तेमाल, जानिए वजह

    Puja Path Ke Niyam: पूजा के दौरान भूलकर भी न करें इन बर्तनों का इस्तेमाल, जानिए वजह

    सनातन धर्म शास्त्रों के अनुसार, पूजा-पाठ में किस धातु के बर्तनों का इस्तेमाल होना चाहिए, इसके लिए भी नियम बनाए गए हैं. अक्सर लोग पूजा के समय कई प्रकार के बर्तनों (धातु के पात्र) का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपको पता किस धातु क्या प्रभाव पड़ता है.

  • Sai Chalisa: गुरुवार की शाम अगर किया यह उपाय तो बरसेंगी साईं की कृपा

    Sai Chalisa: गुरुवार की शाम अगर किया यह उपाय तो बरसेंगी साईं की कृपा

    गुरुवार के दिन साईं बाबा की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना और व्रत किया जाता है. मान्यता है कि शिरडी वाले साईं बाबा की पवित्र मन से आराधना करने से भक्त को सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. कहा जाता है कि जब भी साईं बाबा की पूजा की जाए तो साईं चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए.

  • Shri Ganesh Chalisa: मनोकामना पूर्ति के लिए बुधवार को इस तरह से की जाती है गौरी गणेश की आराधना

    Shri Ganesh Chalisa: मनोकामना पूर्ति के लिए बुधवार को इस तरह से की जाती है गौरी गणेश की आराधना

    बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. पूजा के समय श्री गणेश को अक्षत, पुष्प, चंदन, गंध, धूप, दीपक, दूर्वा आदि अर्पित किया जाता है. बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के समय श्री गणेश चालीसा का पाठ करना उत्तम माना जाता है.

  • Shani Mantra: शनि देव की कृपा पाने का ये है सबसे आसान उपाय, भक्तों का हो सकता है बेड़ा पार

    Shani Mantra: शनि देव की कृपा पाने का ये है सबसे आसान उपाय, भक्तों का हो सकता है बेड़ा पार

    Shani Dev Mantra: शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का विधान है. इस दिन विधि-विधान से शनि देव का पूजन और व्रत किया जाता है. शनिवार के दिन शनि देव की कृपा और उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्त पूजा के समय विधि-विधान से इनके इन मंत्रों का जाप करते हैं.

  • Sandalwood Garland Benefits: जानिए पूजा में क्यों किया जाता है सफेद चंदन की माला का इस्तेमाल, फायदे जान हो जाएंगे हैरान

    Sandalwood Garland Benefits: जानिए पूजा में क्यों किया जाता है सफेद चंदन की माला का इस्तेमाल, फायदे जान हो जाएंगे हैरान

    शास्त्रों की मुताबिक, चंदन की माला से किया गया जाप शुभ और फलदायी माना जाता है. हिंदू धर्म में पूजन के समय अलग-अलग देवी-देवताओं का मंत्र जाप करते हुए अलग तरह के मनकों की माला का इस्तेमाल किया जाता है. मुख्यतौर पर स्वात्विक मंत्रों के जप हेतु चंदन की माला प्रयोग में लाई जाती है.

  • Bhalchandra Sankashti Chaturthi: भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर इस विधि करें गौरी गणेश का पूजन, जानिए महत्व

    Bhalchandra Sankashti Chaturthi: भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर इस विधि करें गौरी गणेश का पूजन, जानिए महत्व

    Sankashti Chaturthi 2022: साल 2022 में भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी 21 मार्च दिन सोमवार को पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव के पुत्र गणेश भगवान का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से विघ्नहर्ता श्री गणेश अपने भक्तों की सभी परेशानियां और बाधाओं को दूर कर देते हैं.

  • Lord Shiva : इस एकादशी पर क्यों दूल्हे की तरह सजाए जाते हैं बाबा विश्वनाथ, जानें माता गौरा के गौने से जुड़ी ये मान्यताएं

    Lord Shiva : इस एकादशी पर क्यों दूल्हे की तरह सजाए जाते हैं बाबा विश्वनाथ, जानें माता गौरा के गौने से जुड़ी ये मान्यताएं

    Rangbhari Ekadashi 2022: यह एक मात्र ऐसी एकादशी है, जिसका संबंध भगवान शिव शंकर (Lord Shiva Puja) से भी है. भगवान श्री हरि को समर्पित इस एकादशी पर भगवान भोलेनाथ (Bholenath) की भी पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है इन दिन बाबा विश्वनाथ माता गौरा का गौना कराकर पहली बार काशी आए थे.

  • Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2022: 20 फरवरी को है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, पूजा के समय करें ये काम

    Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2022: 20 फरवरी को है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, पूजा के समय करें ये काम

    Dwijapriya Chaturthi 2022: हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (Chaturthi) को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2022) मनाई जाती है. इस चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है. इस बार की संकष्टी चतुर्थी सर्वार्थ सिद्धि योग में है. इस ​दिन अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है.

  • Kalashtami 2022: कालाष्टमी के दिन किया जाता है भैरव चालीसा का पाठ, जानिए इसका महत्व

    Kalashtami 2022: कालाष्टमी के दिन किया जाता है भैरव चालीसा का पाठ, जानिए इसका महत्व

    काल भैरव को भगवान शिव का रौद्र रूप माना जाता है. मान्यता है कि काल भैरव के पूजन से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है. मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव के पूजन के समय श्री भैरव चालीसा का पाठ (Shri Kaal Bhairav Chalisa) करना शुभ माना जाता है.

  • Kalashtami February 2022: आज है कालाष्टमी, जानिए भैरव देव की पूजा विधि और महत्व

    Kalashtami February 2022: आज है कालाष्टमी, जानिए भैरव देव की पूजा विधि और महत्व

    Kalashtami February 2022 Date: कालाष्टमी के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) के स्वरूप भगवान काल भैरव  (Kaal Bhairav) का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. आइए, जानते हैं भगवान काल भैरव की पूजा विधि और महत्व.

  • Shabari Jayanti: ऋषि मातंग के आशीर्वाद से शबरी और भगवान श्रीराम की हुई थी मुलाकात, पढ़ें यह पौराणिक कथा

    Shabari Jayanti: ऋषि मातंग के आशीर्वाद से शबरी और भगवान श्रीराम की हुई थी मुलाकात, पढ़ें यह पौराणिक कथा

    शबरी जयंती (Shabari Jayanti 2022) का पर्व फाल्गुन माह (Falgun Month 2022) में कृष्ण पक्ष की सप्तमी को मनाया जाता है. यह तिथि भगवान श्री राम और माता शबरी को समर्पित है. इस दिन भगवान श्री राम के साथ-साथ माता शबरी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है.

  • Shabari Jayanti 2022: राम ने यहां खाए थे शबरी के दिए जूठे बेर, चलिए जानें कहां है वह जगह

    Shabari Jayanti 2022: राम ने यहां खाए थे शबरी के दिए जूठे बेर, चलिए जानें कहां है वह जगह

    Shabari Jayanti के दिन भगवान श्री राम के साथ-साथ माता शबरी की भी पूजा-उपासना की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, त्रेता युग में फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की सप्तमी को भगवान श्री राम की माता शबरी से मुलाकात हुई थी.

  • Yashoda Jayanti: मान्यता है कि गृह क्लेश से मुक्ति और संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है यह व्रत, पढ़ें कथा

    Yashoda Jayanti: मान्यता है कि गृह क्लेश से मुक्ति और संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है यह व्रत, पढ़ें कथा

    यशोदा जंयती का पर्व भगवान श्री कृष्ण की माता यशोदा के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन मां यशोदा के गोद में बैठे हुए श्रीकृष्ण की प्रतिमा की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं अपनी संतान के मंगल-कुशल के लिए व्रत करती हैं.

'Puja Path Wednesday' - 50 News Result(s)
  • Budhwar Puja Upay: बुधवार को कर लें गणेश जी से जुड़ा ये काम, हर कार्य में मिलेगी सफलता!

    Budhwar Puja Upay: बुधवार को कर लें गणेश जी से जुड़ा ये काम, हर कार्य में मिलेगी सफलता!

    Budhwar Puja Upay: बुधवार का दिन भगवान गणेश की स्तुति के लिए खास होता है. इस दिन कुछ खास काम करने से भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है.

  • Saubhagya Sundari Vrat में इन मंत्रों का करें जाप, सभी मनोकामनाएं हो जाएंगी पूर्ण

    Saubhagya Sundari Vrat में इन मंत्रों का करें जाप, सभी मनोकामनाएं हो जाएंगी पूर्ण

    Vrat ke labh : इस दिन माता-पार्वती और भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है. यह व्रत सुहागिन स्त्रियां करती हैं  ताकि उनका वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की परेशानी ना आए खुशियों से भऱा रहे.

  • Puja Path Ke Niyam: पूजा के दौरान भूलकर भी न करें इन बर्तनों का इस्तेमाल, जानिए वजह

    Puja Path Ke Niyam: पूजा के दौरान भूलकर भी न करें इन बर्तनों का इस्तेमाल, जानिए वजह

    सनातन धर्म शास्त्रों के अनुसार, पूजा-पाठ में किस धातु के बर्तनों का इस्तेमाल होना चाहिए, इसके लिए भी नियम बनाए गए हैं. अक्सर लोग पूजा के समय कई प्रकार के बर्तनों (धातु के पात्र) का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपको पता किस धातु क्या प्रभाव पड़ता है.

  • Sai Chalisa: गुरुवार की शाम अगर किया यह उपाय तो बरसेंगी साईं की कृपा

    Sai Chalisa: गुरुवार की शाम अगर किया यह उपाय तो बरसेंगी साईं की कृपा

    गुरुवार के दिन साईं बाबा की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना और व्रत किया जाता है. मान्यता है कि शिरडी वाले साईं बाबा की पवित्र मन से आराधना करने से भक्त को सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. कहा जाता है कि जब भी साईं बाबा की पूजा की जाए तो साईं चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए.

  • Shri Ganesh Chalisa: मनोकामना पूर्ति के लिए बुधवार को इस तरह से की जाती है गौरी गणेश की आराधना

    Shri Ganesh Chalisa: मनोकामना पूर्ति के लिए बुधवार को इस तरह से की जाती है गौरी गणेश की आराधना

    बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. पूजा के समय श्री गणेश को अक्षत, पुष्प, चंदन, गंध, धूप, दीपक, दूर्वा आदि अर्पित किया जाता है. बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के समय श्री गणेश चालीसा का पाठ करना उत्तम माना जाता है.

  • Shani Mantra: शनि देव की कृपा पाने का ये है सबसे आसान उपाय, भक्तों का हो सकता है बेड़ा पार

    Shani Mantra: शनि देव की कृपा पाने का ये है सबसे आसान उपाय, भक्तों का हो सकता है बेड़ा पार

    Shani Dev Mantra: शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का विधान है. इस दिन विधि-विधान से शनि देव का पूजन और व्रत किया जाता है. शनिवार के दिन शनि देव की कृपा और उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्त पूजा के समय विधि-विधान से इनके इन मंत्रों का जाप करते हैं.

  • Sandalwood Garland Benefits: जानिए पूजा में क्यों किया जाता है सफेद चंदन की माला का इस्तेमाल, फायदे जान हो जाएंगे हैरान

    Sandalwood Garland Benefits: जानिए पूजा में क्यों किया जाता है सफेद चंदन की माला का इस्तेमाल, फायदे जान हो जाएंगे हैरान

    शास्त्रों की मुताबिक, चंदन की माला से किया गया जाप शुभ और फलदायी माना जाता है. हिंदू धर्म में पूजन के समय अलग-अलग देवी-देवताओं का मंत्र जाप करते हुए अलग तरह के मनकों की माला का इस्तेमाल किया जाता है. मुख्यतौर पर स्वात्विक मंत्रों के जप हेतु चंदन की माला प्रयोग में लाई जाती है.

  • Bhalchandra Sankashti Chaturthi: भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर इस विधि करें गौरी गणेश का पूजन, जानिए महत्व

    Bhalchandra Sankashti Chaturthi: भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर इस विधि करें गौरी गणेश का पूजन, जानिए महत्व

    Sankashti Chaturthi 2022: साल 2022 में भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी 21 मार्च दिन सोमवार को पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव के पुत्र गणेश भगवान का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से विघ्नहर्ता श्री गणेश अपने भक्तों की सभी परेशानियां और बाधाओं को दूर कर देते हैं.

  • Lord Shiva : इस एकादशी पर क्यों दूल्हे की तरह सजाए जाते हैं बाबा विश्वनाथ, जानें माता गौरा के गौने से जुड़ी ये मान्यताएं

    Lord Shiva : इस एकादशी पर क्यों दूल्हे की तरह सजाए जाते हैं बाबा विश्वनाथ, जानें माता गौरा के गौने से जुड़ी ये मान्यताएं

    Rangbhari Ekadashi 2022: यह एक मात्र ऐसी एकादशी है, जिसका संबंध भगवान शिव शंकर (Lord Shiva Puja) से भी है. भगवान श्री हरि को समर्पित इस एकादशी पर भगवान भोलेनाथ (Bholenath) की भी पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है इन दिन बाबा विश्वनाथ माता गौरा का गौना कराकर पहली बार काशी आए थे.

  • Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2022: 20 फरवरी को है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, पूजा के समय करें ये काम

    Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2022: 20 फरवरी को है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी, पूजा के समय करें ये काम

    Dwijapriya Chaturthi 2022: हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (Chaturthi) को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2022) मनाई जाती है. इस चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है. इस बार की संकष्टी चतुर्थी सर्वार्थ सिद्धि योग में है. इस ​दिन अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है.

  • Kalashtami 2022: कालाष्टमी के दिन किया जाता है भैरव चालीसा का पाठ, जानिए इसका महत्व

    Kalashtami 2022: कालाष्टमी के दिन किया जाता है भैरव चालीसा का पाठ, जानिए इसका महत्व

    काल भैरव को भगवान शिव का रौद्र रूप माना जाता है. मान्यता है कि काल भैरव के पूजन से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है. मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव के पूजन के समय श्री भैरव चालीसा का पाठ (Shri Kaal Bhairav Chalisa) करना शुभ माना जाता है.

  • Kalashtami February 2022: आज है कालाष्टमी, जानिए भैरव देव की पूजा विधि और महत्व

    Kalashtami February 2022: आज है कालाष्टमी, जानिए भैरव देव की पूजा विधि और महत्व

    Kalashtami February 2022 Date: कालाष्टमी के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) के स्वरूप भगवान काल भैरव  (Kaal Bhairav) का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. आइए, जानते हैं भगवान काल भैरव की पूजा विधि और महत्व.

  • Shabari Jayanti: ऋषि मातंग के आशीर्वाद से शबरी और भगवान श्रीराम की हुई थी मुलाकात, पढ़ें यह पौराणिक कथा

    Shabari Jayanti: ऋषि मातंग के आशीर्वाद से शबरी और भगवान श्रीराम की हुई थी मुलाकात, पढ़ें यह पौराणिक कथा

    शबरी जयंती (Shabari Jayanti 2022) का पर्व फाल्गुन माह (Falgun Month 2022) में कृष्ण पक्ष की सप्तमी को मनाया जाता है. यह तिथि भगवान श्री राम और माता शबरी को समर्पित है. इस दिन भगवान श्री राम के साथ-साथ माता शबरी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है.

  • Shabari Jayanti 2022: राम ने यहां खाए थे शबरी के दिए जूठे बेर, चलिए जानें कहां है वह जगह

    Shabari Jayanti 2022: राम ने यहां खाए थे शबरी के दिए जूठे बेर, चलिए जानें कहां है वह जगह

    Shabari Jayanti के दिन भगवान श्री राम के साथ-साथ माता शबरी की भी पूजा-उपासना की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, त्रेता युग में फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की सप्तमी को भगवान श्री राम की माता शबरी से मुलाकात हुई थी.

  • Yashoda Jayanti: मान्यता है कि गृह क्लेश से मुक्ति और संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है यह व्रत, पढ़ें कथा

    Yashoda Jayanti: मान्यता है कि गृह क्लेश से मुक्ति और संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है यह व्रत, पढ़ें कथा

    यशोदा जंयती का पर्व भगवान श्री कृष्ण की माता यशोदा के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन मां यशोदा के गोद में बैठे हुए श्रीकृष्ण की प्रतिमा की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं अपनी संतान के मंगल-कुशल के लिए व्रत करती हैं.

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