File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |गुरुवार अगस्त 30, 2018 08:21 AM IST नवंबर 2016 में नोटबंदी लागू होने के बाद बंद किए गए 500 और 1,000 रुपये के नोटों का 99.3 प्रतिशत बैंको के पास वापस आ गया है. रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. नोटबंदी के समय मूल्य के हिसाब से 500 और 1,000 रुपये के 15.41 लाख करोड़ रुपये के नोट चलन में थे. रिजर्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 15.31 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकों के पास वापस आ चुके हैं. रिजर्व बैंक की इस रिपोर्ट के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में सवाल किया है, "मेरा पहला सवाल आज यह है कि काला धन कहां गया?..मेरा दूसरा सवाल यह है कि क्या यह योजना इसलिए लाई गई थी कि काला धन रखने वाले अपने काले धन को गुपचुप सफेद धन में परिवर्तित कर लें?" वहीं कांग्रेस ने कहा है कि आरबीआई की रपट ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि नोटबंदी एक भयानक आपदा थी. इसके साथ ही कांग्रेस ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर झूठ बोलने के लिए माफी मांगेंगे? इस पर बीजेपी और आर्थिक मामलों के सचिव एस सी गर्ग ने मोर्चा संभाला है और बताया है कि आखिर नोटबंदी से क्या फायदे हुए हैं.