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थिंक टैंक CPR, Oxfam और मीडिया को फंड देने वाले ट्रस्ट के ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा
- Thursday September 8, 2022
- Edited by: प्रमोद प्रवीण
पत्रकार टीएस निनन IPSMF ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जबकि ट्रस्टियों में अभिनेता अमोल पालेकर भी शामिल हैं. इसके दानदाताओं में प्रेमजी, गोदरेज और नीलेकणी कारोबारी परिवार भी शामिल है.
- ndtv.in
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दिल्ली थिंकटैंक के बाद अब IT विभाग की NGO ऑक्सफैम पर छापेमारी
- Wednesday September 7, 2022
- Edited by: आनंद नायक
दिल्ली स्थित थिंकटैंक सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च के बाद अब आयकर विभाग ने NGO ऑक्सफैम पर छापेमारी की है. IT विभाग की ओर से आज सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च में भी आयकर विभाग की छापेमारी की गई.
- ndtv.in
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नई कर व्यवस्था के तहत यात्रा भत्ते पर आयकर से छूट का दावा कर सकते हैं कर्मचारी
- Sunday June 28, 2020
- Reported by: भाषा
इनके अलावा यदि नियोक्ता नि:शुल्क आने-जाने की सुविधा नहीं प्रदान कर रहे हों, तो रोजाना काम पर आने-जाने के खर्च के लिए दिए जाने वाले भत्ते पर भी आयकर से छूट का दावा किया जा सकता है. CBDTने यह भी स्पष्ट किया कि अनुलाभ के मूल्य का निर्धारण करते समय नियोक्ता द्वारा प्रदत्त वाउचर (पेड) के माध्यम से मुफ्त भोजन और गैर-मादक पेय के संबंध में कोई छूट नहीं मिलेगी. इसके अलावा, नेत्रहीन, मूक, बधिर अथवा हड्डियों से दिव्यांग कर्मचारी 3,200 रुपये प्रति माह के परिवहन भत्ते में छूट का दावा कर सकते हैं.
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थिंक टैंक CPR, Oxfam और मीडिया को फंड देने वाले ट्रस्ट के ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा
- Thursday September 8, 2022
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पत्रकार टीएस निनन IPSMF ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जबकि ट्रस्टियों में अभिनेता अमोल पालेकर भी शामिल हैं. इसके दानदाताओं में प्रेमजी, गोदरेज और नीलेकणी कारोबारी परिवार भी शामिल है.
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दिल्ली थिंकटैंक के बाद अब IT विभाग की NGO ऑक्सफैम पर छापेमारी
- Wednesday September 7, 2022
- Edited by: आनंद नायक
दिल्ली स्थित थिंकटैंक सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च के बाद अब आयकर विभाग ने NGO ऑक्सफैम पर छापेमारी की है. IT विभाग की ओर से आज सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च में भी आयकर विभाग की छापेमारी की गई.
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नई कर व्यवस्था के तहत यात्रा भत्ते पर आयकर से छूट का दावा कर सकते हैं कर्मचारी
- Sunday June 28, 2020
- Reported by: भाषा
इनके अलावा यदि नियोक्ता नि:शुल्क आने-जाने की सुविधा नहीं प्रदान कर रहे हों, तो रोजाना काम पर आने-जाने के खर्च के लिए दिए जाने वाले भत्ते पर भी आयकर से छूट का दावा किया जा सकता है. CBDTने यह भी स्पष्ट किया कि अनुलाभ के मूल्य का निर्धारण करते समय नियोक्ता द्वारा प्रदत्त वाउचर (पेड) के माध्यम से मुफ्त भोजन और गैर-मादक पेय के संबंध में कोई छूट नहीं मिलेगी. इसके अलावा, नेत्रहीन, मूक, बधिर अथवा हड्डियों से दिव्यांग कर्मचारी 3,200 रुपये प्रति माह के परिवहन भत्ते में छूट का दावा कर सकते हैं.
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