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वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का फर्स्ट लुक; कई मामलों में प्लेन से भी आगे, देखें- तस्वीरें
- Friday October 25, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (Vande Bharat Sleeper Train) सफर पर निकलने के लिए तैयार है. यह ट्रेन चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार की जा चुकी है. कोच फैक्ट्री से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खास तस्वीरें सामने आ गई हैं. यह ट्रेन जहां अधिक तेज गति से चलेगी वहीं यह अधिक सुविधाजनक होगी. इसके अलावा इस ट्रेन में सेफ्टी पर बहुत ध्यान दिया गया है. इस ट्रेन में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.
- ndtv.in
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'कालानमक': नाम पर न जाइए, इस चावल के स्वाद और सुगंध के दीवाने हैं लोग
- Tuesday July 9, 2024
- Written by: राजेश कुमार आर्य
कालानमक चावल आज भी बाझा गांव और पिपरहवा के बीच उगाया जाता है. गौतम बुद्ध की चिता की राख मिट्टी के एक बर्तन में पिपरहवा के नददीक ब्रितानी इंजीनियर विलियन क्लैक्सटॉन पेपे ने 1897 में खोजी थी. इसके साथ वहां चावल के कुछ दाने भी मिले थे.ये दाने कालानमक के थे.
- ndtv.in
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पीएम मोदी ने की थी अयोध्या राम मंदिर में 'सूर्य तिलक' की परिकल्पना : मंदिर निर्माण प्रमुख
- Wednesday April 17, 2024
- Reported by: Tanishq Punjabi, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अयोध्या में आज राम नवमी पर्व पर राम मंदिर में 'सूर्य तिलक' समारोह हुआ. इस दौरान राम लला की मूर्ति के माथे का सूर्य की किरण से अभिषेक किया गया. भगवान राम की मूर्ति पर सूर्य की किरणों से इस तरह के अभिषेक की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. वे चाहते थे कि अयोध्या का मंदिर प्राचीन और आधुनिक तकनीक का मिश्रण हो. राम मंदिर की निर्माण समिति के प्रमुख ने आज यह बात NDTV से कही.
- ndtv.in
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Watch Video: मॉडर्न टेक्नोलॉजी का कमाल, देखते ही देखते खड़ा कर दिया दो मंजिला घर
- Wednesday May 25, 2022
- Written by: शालिनी सेंगर
हाल ही में इंटरनेट पर वायरल एक वीडियो आधुनिक युग में तेजी से बदल रही तकनीक से सभी को हैरान कर रहा है. आजकल लोग अपने सपनों का घर जल्दी पाने के लिए मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मदद ले रहे हैं, जिसे देखकर पहली नजर में आपकी भी आंखें फटी की फटी रह जाएगी.
- ndtv.in
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PM मोदी ने कहा- मॉडर्न टेक्नोलॉजी का यूज कर भारत ने टिड्डियों के प्रकोप को किया कंट्रोल
- Saturday August 29, 2020
- Reported by: भाषा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत ने ड्रोन सहित उन्नत तकनीकों का उपयोग करके फसल को नुकसान पहुंचाने वाले प्रवासी कीट- रेगिस्तानी टिड्डियों के प्रसार को नियंत्रित किया और साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि फसल का अधिक नुकसान न हो.
- ndtv.in
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निजी कंपनियों से पैसेंजर ट्रेनें चलवाने पर रेलवे ने कहा, मॉडर्न टेक्नोलॉजी के लिए पहल
- Thursday July 2, 2020
- Reported by: परिमल कुमार, Edited by: सूर्यकांत पाठक
निजी कंपनियों को पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में भागीदार बनाने के मुद्दे पर रेलवे बोर्ड के चेयरमेन विनोद कुमार यादव ने कहा है कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी को लेकर यह पहल है. टेक्नोलॉजी को लेकर क्वांटम जंप की तरफ यह कदम है. उन्होंने कहा कि जो ट्रेनें चल रही हैं उनका चार हज़ार किलोमीटर के बाद मेंटेनेंस करते हैं. मॉडर्न कोच का मेंटेनेंस 40000 किलोमीटर पर करना पड़ता है. मतलब महीने में एक बार मेंटेनेंस होता है. अब ट्रैवल टाइम घटेगा. मॉडर्न कोच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगे. इसके पीछे सेफ्टी और वर्ल्ड क्लास ट्रैवल का अनुभव उद्देश्य है.
- ndtv.in
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सुरक्षा उपाय अपनाने के बाद दुर्घटनाओं में आई कमी : रेलवे के आंकड़े
- Monday July 31, 2017
- भाषा
रेल मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक आधुनिक तकनीक समेत सुरक्षा के कई उपाय अपनाये जाने के बाद रेल हादसों की संख्या में मामूली कमी दर्ज की गयी है. आंकड़ों के मुताबिक 2014-15 में 135 हादसे हुये और 2015-16 में घटकर 107 रह गये. 2016-17 में रेल हादसों का आंकड़ा घटकर 104 हो गया.
- ndtv.in
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वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का फर्स्ट लुक; कई मामलों में प्लेन से भी आगे, देखें- तस्वीरें
- Friday October 25, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (Vande Bharat Sleeper Train) सफर पर निकलने के लिए तैयार है. यह ट्रेन चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार की जा चुकी है. कोच फैक्ट्री से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खास तस्वीरें सामने आ गई हैं. यह ट्रेन जहां अधिक तेज गति से चलेगी वहीं यह अधिक सुविधाजनक होगी. इसके अलावा इस ट्रेन में सेफ्टी पर बहुत ध्यान दिया गया है. इस ट्रेन में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.
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'कालानमक': नाम पर न जाइए, इस चावल के स्वाद और सुगंध के दीवाने हैं लोग
- Tuesday July 9, 2024
- Written by: राजेश कुमार आर्य
कालानमक चावल आज भी बाझा गांव और पिपरहवा के बीच उगाया जाता है. गौतम बुद्ध की चिता की राख मिट्टी के एक बर्तन में पिपरहवा के नददीक ब्रितानी इंजीनियर विलियन क्लैक्सटॉन पेपे ने 1897 में खोजी थी. इसके साथ वहां चावल के कुछ दाने भी मिले थे.ये दाने कालानमक के थे.
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पीएम मोदी ने की थी अयोध्या राम मंदिर में 'सूर्य तिलक' की परिकल्पना : मंदिर निर्माण प्रमुख
- Wednesday April 17, 2024
- Reported by: Tanishq Punjabi, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अयोध्या में आज राम नवमी पर्व पर राम मंदिर में 'सूर्य तिलक' समारोह हुआ. इस दौरान राम लला की मूर्ति के माथे का सूर्य की किरण से अभिषेक किया गया. भगवान राम की मूर्ति पर सूर्य की किरणों से इस तरह के अभिषेक की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. वे चाहते थे कि अयोध्या का मंदिर प्राचीन और आधुनिक तकनीक का मिश्रण हो. राम मंदिर की निर्माण समिति के प्रमुख ने आज यह बात NDTV से कही.
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Watch Video: मॉडर्न टेक्नोलॉजी का कमाल, देखते ही देखते खड़ा कर दिया दो मंजिला घर
- Wednesday May 25, 2022
- Written by: शालिनी सेंगर
हाल ही में इंटरनेट पर वायरल एक वीडियो आधुनिक युग में तेजी से बदल रही तकनीक से सभी को हैरान कर रहा है. आजकल लोग अपने सपनों का घर जल्दी पाने के लिए मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मदद ले रहे हैं, जिसे देखकर पहली नजर में आपकी भी आंखें फटी की फटी रह जाएगी.
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PM मोदी ने कहा- मॉडर्न टेक्नोलॉजी का यूज कर भारत ने टिड्डियों के प्रकोप को किया कंट्रोल
- Saturday August 29, 2020
- Reported by: भाषा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत ने ड्रोन सहित उन्नत तकनीकों का उपयोग करके फसल को नुकसान पहुंचाने वाले प्रवासी कीट- रेगिस्तानी टिड्डियों के प्रसार को नियंत्रित किया और साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि फसल का अधिक नुकसान न हो.
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निजी कंपनियों से पैसेंजर ट्रेनें चलवाने पर रेलवे ने कहा, मॉडर्न टेक्नोलॉजी के लिए पहल
- Thursday July 2, 2020
- Reported by: परिमल कुमार, Edited by: सूर्यकांत पाठक
निजी कंपनियों को पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में भागीदार बनाने के मुद्दे पर रेलवे बोर्ड के चेयरमेन विनोद कुमार यादव ने कहा है कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी को लेकर यह पहल है. टेक्नोलॉजी को लेकर क्वांटम जंप की तरफ यह कदम है. उन्होंने कहा कि जो ट्रेनें चल रही हैं उनका चार हज़ार किलोमीटर के बाद मेंटेनेंस करते हैं. मॉडर्न कोच का मेंटेनेंस 40000 किलोमीटर पर करना पड़ता है. मतलब महीने में एक बार मेंटेनेंस होता है. अब ट्रैवल टाइम घटेगा. मॉडर्न कोच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगे. इसके पीछे सेफ्टी और वर्ल्ड क्लास ट्रैवल का अनुभव उद्देश्य है.
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सुरक्षा उपाय अपनाने के बाद दुर्घटनाओं में आई कमी : रेलवे के आंकड़े
- Monday July 31, 2017
- भाषा
रेल मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक आधुनिक तकनीक समेत सुरक्षा के कई उपाय अपनाये जाने के बाद रेल हादसों की संख्या में मामूली कमी दर्ज की गयी है. आंकड़ों के मुताबिक 2014-15 में 135 हादसे हुये और 2015-16 में घटकर 107 रह गये. 2016-17 में रेल हादसों का आंकड़ा घटकर 104 हो गया.
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