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Kamal Khan Dies

'Kamal Khan Dies' - 4 News Result(s)
  • जिस पेशे को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया...

    जिस पेशे को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया...

    हज़ार दुखों से गुज़र रही भारत की पत्रकारिता का दुख आज हज़ार गुना गहरा लग रहा है. जिस पेश को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया है. कमाल ख़ान हमारे बीच नहीं हैं. हम देश और दुनिया भर से आ रही श्रद्धांजलियों को भरे मन से स्वीकार कर रहे हैं. आप सबकी संवेदनाएं बता रही हैं कि आपके जीवन में कमाल ख़ान किस तरीके से रचे बचे हुए थे. कमाल साहब की पत्नी रुचि और उनके बेटे अमान इस ग़म से कभी उबर तो नहीं पाएंगे लेकिन जब कभी आपके प्यार और आपकी संवेदनाओं की तरफ उनकी नज़र जाएगी, उन्हें आगे की ज़िंदगी का सफर तय करने का हौसला देगी. उन्हें ग़म से उबरने का सहारा मिलेगा कि कमाल ख़ान ने टीवी की पत्रकारिता को कितनी शिद्दत से सींचा था. एनडीटीवी से तीस साल से जुड़े थे. एक ऐसे काबिल हमसफर साथी को अलविदा कहना थोड़ा थोड़ा ख़ुद को भी अलविदा कहना है. 

  • सुदर्शन पटनायक ने ख़ास अंदाज़ में कमाल ख़ान को दी श्रद्धांजलि, लोगों ने कहा-अलविदा कमाल!

    सुदर्शन पटनायक ने ख़ास अंदाज़ में कमाल ख़ान को दी श्रद्धांजलि, लोगों ने कहा-अलविदा कमाल!

    तीन दशक से दिल को छू लेने वाले और हमारे दिलों में राज करने वाले कमाल खान नहीं रहे. समाज को अपने अनूठे ढंग से समझने-समझाने वाले और विशिष्‍ट और विश्‍वसनीय आवाजों में से एक थे कमाल खान. यह हमारे लिए बेहद दुख की घड़ी है.

  • RIP Kamal Khan: NDTV के दिग्गज पत्रकार कमाल खान का निधन, पूरा देश रो रहा है

    RIP Kamal Khan: NDTV के दिग्गज पत्रकार कमाल खान का निधन, पूरा देश रो रहा है

    कमाल खान... देश का शायद ही कोई टीवी देखने वाला ऐसा शख्स होगा, जिसने ये आवाज़ नहीं सुनी होंगी. कमाल ख़ान, कमाल के रिपोर्टर थे. मिठी आवाज़ में जब ये रिपोर्टिंग करते थे, तो ऐसा लगता है जैसे सुनते रहें.

  • हमने कमाल को देखा है

    हमने कमाल को देखा है

    वे कई मायनों में अनूठे और अद्वितीय थे. टीवी खबरों की तेज़ रफ़्तार भागती-हांफती दुनिया में वे अपनी गति से चलते थे. यह कहीं से मद्धिम नहीं थी. लेकिन इस गति में भी वे अपनी पत्रकारिता का शील, उसकी गरिमा बनाए रखते थे. यह दरअसल उनके व्यक्तित्व की बुनावट में निहित था. जीवन ने उन्हें पर्याप्त सब्र दिया था. वे तेज़ी से काम करते थे, लेकिन जल्दबाज़ी में नहीं रहते थे.

'Kamal Khan Dies' - 21 Video Result(s)
'Kamal Khan Dies' - 4 News Result(s)
  • जिस पेशे को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया...

    जिस पेशे को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया...

    हज़ार दुखों से गुज़र रही भारत की पत्रकारिता का दुख आज हज़ार गुना गहरा लग रहा है. जिस पेश को अपने पसीने से कमाल ख़ान ने सींचा वो अब उनसे वीरान हो गया है. कमाल ख़ान हमारे बीच नहीं हैं. हम देश और दुनिया भर से आ रही श्रद्धांजलियों को भरे मन से स्वीकार कर रहे हैं. आप सबकी संवेदनाएं बता रही हैं कि आपके जीवन में कमाल ख़ान किस तरीके से रचे बचे हुए थे. कमाल साहब की पत्नी रुचि और उनके बेटे अमान इस ग़म से कभी उबर तो नहीं पाएंगे लेकिन जब कभी आपके प्यार और आपकी संवेदनाओं की तरफ उनकी नज़र जाएगी, उन्हें आगे की ज़िंदगी का सफर तय करने का हौसला देगी. उन्हें ग़म से उबरने का सहारा मिलेगा कि कमाल ख़ान ने टीवी की पत्रकारिता को कितनी शिद्दत से सींचा था. एनडीटीवी से तीस साल से जुड़े थे. एक ऐसे काबिल हमसफर साथी को अलविदा कहना थोड़ा थोड़ा ख़ुद को भी अलविदा कहना है. 

  • सुदर्शन पटनायक ने ख़ास अंदाज़ में कमाल ख़ान को दी श्रद्धांजलि, लोगों ने कहा-अलविदा कमाल!

    सुदर्शन पटनायक ने ख़ास अंदाज़ में कमाल ख़ान को दी श्रद्धांजलि, लोगों ने कहा-अलविदा कमाल!

    तीन दशक से दिल को छू लेने वाले और हमारे दिलों में राज करने वाले कमाल खान नहीं रहे. समाज को अपने अनूठे ढंग से समझने-समझाने वाले और विशिष्‍ट और विश्‍वसनीय आवाजों में से एक थे कमाल खान. यह हमारे लिए बेहद दुख की घड़ी है.

  • RIP Kamal Khan: NDTV के दिग्गज पत्रकार कमाल खान का निधन, पूरा देश रो रहा है

    RIP Kamal Khan: NDTV के दिग्गज पत्रकार कमाल खान का निधन, पूरा देश रो रहा है

    कमाल खान... देश का शायद ही कोई टीवी देखने वाला ऐसा शख्स होगा, जिसने ये आवाज़ नहीं सुनी होंगी. कमाल ख़ान, कमाल के रिपोर्टर थे. मिठी आवाज़ में जब ये रिपोर्टिंग करते थे, तो ऐसा लगता है जैसे सुनते रहें.

  • हमने कमाल को देखा है

    हमने कमाल को देखा है

    वे कई मायनों में अनूठे और अद्वितीय थे. टीवी खबरों की तेज़ रफ़्तार भागती-हांफती दुनिया में वे अपनी गति से चलते थे. यह कहीं से मद्धिम नहीं थी. लेकिन इस गति में भी वे अपनी पत्रकारिता का शील, उसकी गरिमा बनाए रखते थे. यह दरअसल उनके व्यक्तित्व की बुनावट में निहित था. जीवन ने उन्हें पर्याप्त सब्र दिया था. वे तेज़ी से काम करते थे, लेकिन जल्दबाज़ी में नहीं रहते थे.

'Kamal Khan Dies' - 21 Video Result(s)