Joshimath Land Sinking
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उत्तराखंड में सिर्फ जोशीमठ ही नहीं कई अन्य स्थानों के भी धंसने का जोखिम
- Sunday January 15, 2023
एक धंसता हुआ हिमालयी शहर जोशीमठ चीन से सटी सीमा के पास बांधों,सड़कों और सैन्य स्थलों के विस्तार के चलते पर्वत श्रृंखला की नाजुक पारिस्थितिकी के बीच खतरे उजागर कर रहा है.पर्यावरणविदों और कार्यकर्ताओं की ओर से दशकों पहले से इन जोखिमों के बारे संकेत दिए जाते रहे हैं. उनकी आशंकाएं हाल ही में जमीन धंसने के बाद सच होती दिख रही हैं. पृथ्वी के नीचे के हिस्से की परतों के खिसकने के कारण धीरे-धीरे जमीन धंस रही है. इससे अधिक ऊंचाई पर स्थित छोटे शहर जोशीमठ में सैकड़ों घरों में दरारें आ गई हैं. जोशीमठ उत्तरी पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में 6000 फीट (1,830 मीटर) की ऊंचाई पर स्थित है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है.
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NDTV EXCLUSIVE: सिर्फ 25% घरों में हैं दरारें, जोशीमठ खत्म नहीं हो रहा है : उत्तराखंड CM पुष्कर धामी
- Thursday January 12, 2023
Joshimath News: सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि हमने जो 1.5 लाख की फौरी राहत घोषित की है वो आज शाम तक लोगों के खातों में आ जाएगी. हम आगे और राहत राशि देंगे. हमने सरकार और जनप्रतिनिधियों की एक कमेटी बना दी है जो मुआवज़े को लेकर बात कर रही है.
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उत्तराखंड के 'धंसते शहर' में खतरनाक इमारतों को लाल रंग से चिह्नित किया गया
- Monday January 9, 2023
उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath) में जमीन धंसने की घटना को मद्देनजर हालात गंभीर हैं. चमोली जिले के डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि हालात की गंभीरता को देखते हुए इस धार्मिक शहर की सभी खतरनाक इमारतों पर लाल रंग से 'X' का चिन्ह अंकित किया जा रहा है.
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Exclusive : जोशीमठ में दरारें आने से पहले निवासियों ने किया था सचेत
- Sunday January 8, 2023
राज्य सरकार ने कहा है कि जिन लोगों के घर प्रभावित हुए हैं और उन्हें खाली करना पड़ा है, उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से अगले छह महीने के लिए 4,000 रुपये प्रति माह किराए के रूप में मिलेंगे.
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जोशीमठ जमीन धंसने का मामला: विशेषज्ञ मानते हैं इन कारणों को जिम्मेदार
- Saturday January 7, 2023
कलाचंद सेन ने कहा, ‘‘एटकिन्स ने सबसे पहले 1886 में ‘हिमालयन गजेटियर’ में भूस्खलन के मलबे पर जोशीमठ की स्थिति के बारे में लिखा था. यहां तक कि मिश्रा समिति ने 1976 में अपनी रिपोर्ट में एक पुराने ‘सबसिडेंस जोन’ पर इसके स्थान के बारे में लिखा था.’’
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- Sunday January 15, 2023
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- Thursday January 12, 2023
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- Monday January 9, 2023
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- Sunday January 8, 2023
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- Saturday January 7, 2023
कलाचंद सेन ने कहा, ‘‘एटकिन्स ने सबसे पहले 1886 में ‘हिमालयन गजेटियर’ में भूस्खलन के मलबे पर जोशीमठ की स्थिति के बारे में लिखा था. यहां तक कि मिश्रा समिति ने 1976 में अपनी रिपोर्ट में एक पुराने ‘सबसिडेंस जोन’ पर इसके स्थान के बारे में लिखा था.’’
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