मुत्थू का कहना है कि फौजी अफसर छुट्टी क्यों नहीं देते हैं। तीन महीने की छुट्टी होती है जवानों की। हालांकि अब सेना कह रही है कि उसे तंग करने की बात गलत है।
रुड़की में इंजीनियर्स रेजिमेंट में काम करने वाले इस जवान का कहना है कि उसे छुट्टियां देने में अफसर आनाकानी करते थे। यही नहीं उसके साथ मारपीट भी की गई और उसकी सैलरी रोक दी गई है।
मुत्थू का कहना है कि फौजी अफसर छुट्टी क्यों नहीं देते हैं। तीन महीने की छुट्टी होती है जवानों की। हालांकि अब सेना कह रही है कि उसे तंग करने की बात गलत है।
रुड़की में इंजीनियर्स रेजिमेंट में काम करने वाले इस जवान का कहना है कि उसे छुट्टियां देने में अफसर आनाकानी करते थे। यही नहीं उसके साथ मारपीट भी की गई और उसकी सैलरी रोक दी गई है।