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अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन से पहले हनुमान गढ़ी के लड्डुओं को मिला "GI TAG", जानें क्यों हैं ये इतने खास
- Thursday January 11, 2024
- Translated by: दीक्षा सिंह
जीआई टैग मिलने का मतलब है कि वो चीज जिसे ये टैग मिला है उसकी उत्पत्ति उसी जगह से हुई है और उससे उस जगह की पहचान होती है. जैसे पेठे का नाम सुनते ही आगरा का नाम दिमाग में आता है.
- ndtv.in
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बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के मशहूर 'मर्चा चावल' को मिला GI टैग
- Wednesday April 5, 2023
- Reported by: भाषा
बिहार के प्रसिद्ध 'मर्चा चावल' (काली मिर्च की तरह दिखने वाले) को सरकार ने जीआई टैग दिया है. यह चावल अच्छी खुशबू और स्वाद वाला होता है और सुगन्धित चूड़ा बनाने के लिए प्रसिद्ध है. जीआई रजिस्ट्री चेन्नई की जीआई टैग पत्रिका के अनुसार मर्चा धान उत्पादक प्रगतिशील समुहाट गांव, सिंगासनी, जिला- पश्चिम चंपारण (बिहार) द्वारा जीआई टैग के लिए आवेदन दिया गया था, जिसे मंजूरी दे दी गई है.
- ndtv.in
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GI टैग की रेस में शामिल होगा 'इंदौरी पोहा', जानें क्या है आवेदन की प्रक्रिया...
- Wednesday June 15, 2022
- Reported by: भाषा
शहर के नमकीन-मिष्ठान्न क्रेता एवं विक्रेता कल्याण संघ के सचिव अनुराग बोथरा ने मंगलवार को बताया,‘‘हम जियोग्राफिकल इंडिकेशन्स रजिस्ट्री के सामने जल्द से जल्द दावा पेश करेंगे कि अपने विशिष्ट स्वाद और अलग-अलग चीजें डाल कर इस व्यंजन को परोसने के खास अंदाज के लिए इंदौरी पोहे को जीआई टैग प्रदान किया जाए.’’
- ndtv.in
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पाकिस्तान को अपने बासमती चावल के लिए भौगोलिक संकेतक पहचान मिली
- Friday January 29, 2021
- Reported by: भाषा
इस अधिनियम के तहत, एक जीआई रजिस्ट्री का गठन किया गया है, जो जीआई को पंजीकृत करेगा तथा जीआई के प्रोपराइटर और अधिकृत इस्तेमालकर्ता के बुनियादी रिकॉर्ड को रखेगा.” उन्होंने कहा कि यह दुरुपयोग या नकल के खिलाफ हमारे उत्पादों की सुरक्षा प्रदान करेगा और गारंटी देगा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उनका हिस्सा संरक्षित है. ‘‘मैं आपको उन उत्पादों के संबंध में अपने सुझाव भेजने के लिए प्रोत्साहित करता हूं जो पाकिस्तान के बौद्धिक संपदा संगठन के लिए जीआई के रूप में पंजीकृत हो सकते हैं.’’
- ndtv.in
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पाकिस्तान में स्थानीय उत्पाद के रूप में पंजीकृत नहीं है बासमती, फिर भी भारतीय दावे को दी चुनौती
- Wednesday December 30, 2020
- Reported by: भाषा
एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. कानून के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में किसी उत्पाद का पंजीकरण कराने से पहले उसे उस देश के भौगोलिक संकेतक (जीआई) कानूनों के तहत संरक्षित किया जाना चाहिए. समाचार पत्र ‘द डॉन’ ने बताया कि पाकिस्तान में इस साल मार्च में लागू हुए भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम 2020 में ऐसा कोई नियम नहीं हैं और बासमती अभी तक पाकिस्तान में एक संरक्षित उत्पाद नहीं है.
- ndtv.in
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बासमती चावल GI टैग मामला: शिवराज सिंह चौहान ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र
- Saturday August 8, 2020
- Reported by: अखिलेश शर्मा
मध्यप्रदेश को बासमती चावल की जीआई टैग मिलने के नाम पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीति तेज हो गयी है. पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर पंजाब तथा अन्य राज्यों के हित में मध्यप्रदेश को बासमती चावल की जीआई टैग की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया था.
- ndtv.in
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बासमती चावल की वजह से मध्यप्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्रियों में ठनी
- Friday August 7, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: मानस मिश्रा
बासमती चावल की वजह से मध्यप्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्रियों में ठन गई है. मामला प्रधानमंत्री दफ्तर तक पहुंच गया है. 'कड़कनाथ' मुर्गे के बाद मध्यप्रदेश ने बासमती चावल के जीआई टैग के लिए फिर अपना दावा ठोका है. जवाब में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि मध्यप्रदेश बासमती उगाने वाले विशेष क्षेत्र में नहीं आता. ऐसे में उसे बासमती का जीआई टैग देना जीआई टैगिंग के उद्देश्य को ही बर्बाद कर देगा. मध्यप्रदेश में तो 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हैं, किसानों की कर्जमाफी, बिजली बिल, यूरिया जैसे मुद्दे तो हैं ही, अब दो राज्यों के बीच चावल युद्ध से भी कांग्रेस-बीजेपी के बीच नई लड़ाई शुरू हो गई है.
- ndtv.in
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बिहार के मुजफ्फरपुर की 'शाही लीची' पर लगा GI टैग, मिली राष्ट्रीय पहचान
- Friday October 19, 2018
- आईएएनएस
बिहार के मुजफ्फरपुर की पहचान शाही लीची को अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल गई है. बौद्धिक संपदा कानून के तहत शाही लीची को अब जीआई टैग (जियोग्राफिकल आइडेंटिफि केशन) दे दिया गया है. बिहार लीची उत्पादक संघ ने जून 2016 को जीआई रजिस्ट्री कार्यालय में शाही लीची के जीआई टैग के लिए आवेदन किया था.
- ndtv.in
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150 साल का हुआ रसगुल्ला, डाक विभाग जल्द ही आविष्कार करने वाले पर जारी करेगा विशेष कवर
- Sunday February 11, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर लोगों को पसंद आने वाली मिठाई, यानी रसगुल्ला कितने साल का हो गया है? अगर नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रसगुल्ले का आविष्कार हुए 150 साल हो गए हैं.
- ndtv.in
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वाराणसी के हस्त शिल्प और मिर्जापुर की दरी को मिला बौद्धिक सम्पदा अधिकार का दर्जा
- Friday April 17, 2015
बनारस की मशहूर हस्त शिल्प गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने और मिर्जापुर की दरी को देश के बौद्धिक सम्पदा अधिकार का दर्जा हासिल हो गया है। इस आशय का प्रमाण पत्र जीआई पंजीकरण कार्यालय चेन्नई द्वारा जारी कर दिया गया है।
- ndtv.in
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अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन से पहले हनुमान गढ़ी के लड्डुओं को मिला "GI TAG", जानें क्यों हैं ये इतने खास
- Thursday January 11, 2024
- Translated by: दीक्षा सिंह
जीआई टैग मिलने का मतलब है कि वो चीज जिसे ये टैग मिला है उसकी उत्पत्ति उसी जगह से हुई है और उससे उस जगह की पहचान होती है. जैसे पेठे का नाम सुनते ही आगरा का नाम दिमाग में आता है.
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बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के मशहूर 'मर्चा चावल' को मिला GI टैग
- Wednesday April 5, 2023
- Reported by: भाषा
बिहार के प्रसिद्ध 'मर्चा चावल' (काली मिर्च की तरह दिखने वाले) को सरकार ने जीआई टैग दिया है. यह चावल अच्छी खुशबू और स्वाद वाला होता है और सुगन्धित चूड़ा बनाने के लिए प्रसिद्ध है. जीआई रजिस्ट्री चेन्नई की जीआई टैग पत्रिका के अनुसार मर्चा धान उत्पादक प्रगतिशील समुहाट गांव, सिंगासनी, जिला- पश्चिम चंपारण (बिहार) द्वारा जीआई टैग के लिए आवेदन दिया गया था, जिसे मंजूरी दे दी गई है.
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GI टैग की रेस में शामिल होगा 'इंदौरी पोहा', जानें क्या है आवेदन की प्रक्रिया...
- Wednesday June 15, 2022
- Reported by: भाषा
शहर के नमकीन-मिष्ठान्न क्रेता एवं विक्रेता कल्याण संघ के सचिव अनुराग बोथरा ने मंगलवार को बताया,‘‘हम जियोग्राफिकल इंडिकेशन्स रजिस्ट्री के सामने जल्द से जल्द दावा पेश करेंगे कि अपने विशिष्ट स्वाद और अलग-अलग चीजें डाल कर इस व्यंजन को परोसने के खास अंदाज के लिए इंदौरी पोहे को जीआई टैग प्रदान किया जाए.’’
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पाकिस्तान को अपने बासमती चावल के लिए भौगोलिक संकेतक पहचान मिली
- Friday January 29, 2021
- Reported by: भाषा
इस अधिनियम के तहत, एक जीआई रजिस्ट्री का गठन किया गया है, जो जीआई को पंजीकृत करेगा तथा जीआई के प्रोपराइटर और अधिकृत इस्तेमालकर्ता के बुनियादी रिकॉर्ड को रखेगा.” उन्होंने कहा कि यह दुरुपयोग या नकल के खिलाफ हमारे उत्पादों की सुरक्षा प्रदान करेगा और गारंटी देगा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उनका हिस्सा संरक्षित है. ‘‘मैं आपको उन उत्पादों के संबंध में अपने सुझाव भेजने के लिए प्रोत्साहित करता हूं जो पाकिस्तान के बौद्धिक संपदा संगठन के लिए जीआई के रूप में पंजीकृत हो सकते हैं.’’
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पाकिस्तान में स्थानीय उत्पाद के रूप में पंजीकृत नहीं है बासमती, फिर भी भारतीय दावे को दी चुनौती
- Wednesday December 30, 2020
- Reported by: भाषा
एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. कानून के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में किसी उत्पाद का पंजीकरण कराने से पहले उसे उस देश के भौगोलिक संकेतक (जीआई) कानूनों के तहत संरक्षित किया जाना चाहिए. समाचार पत्र ‘द डॉन’ ने बताया कि पाकिस्तान में इस साल मार्च में लागू हुए भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम 2020 में ऐसा कोई नियम नहीं हैं और बासमती अभी तक पाकिस्तान में एक संरक्षित उत्पाद नहीं है.
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बासमती चावल GI टैग मामला: शिवराज सिंह चौहान ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र
- Saturday August 8, 2020
- Reported by: अखिलेश शर्मा
मध्यप्रदेश को बासमती चावल की जीआई टैग मिलने के नाम पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीति तेज हो गयी है. पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर पंजाब तथा अन्य राज्यों के हित में मध्यप्रदेश को बासमती चावल की जीआई टैग की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया था.
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बासमती चावल की वजह से मध्यप्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्रियों में ठनी
- Friday August 7, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: मानस मिश्रा
बासमती चावल की वजह से मध्यप्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्रियों में ठन गई है. मामला प्रधानमंत्री दफ्तर तक पहुंच गया है. 'कड़कनाथ' मुर्गे के बाद मध्यप्रदेश ने बासमती चावल के जीआई टैग के लिए फिर अपना दावा ठोका है. जवाब में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि मध्यप्रदेश बासमती उगाने वाले विशेष क्षेत्र में नहीं आता. ऐसे में उसे बासमती का जीआई टैग देना जीआई टैगिंग के उद्देश्य को ही बर्बाद कर देगा. मध्यप्रदेश में तो 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हैं, किसानों की कर्जमाफी, बिजली बिल, यूरिया जैसे मुद्दे तो हैं ही, अब दो राज्यों के बीच चावल युद्ध से भी कांग्रेस-बीजेपी के बीच नई लड़ाई शुरू हो गई है.
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बिहार के मुजफ्फरपुर की 'शाही लीची' पर लगा GI टैग, मिली राष्ट्रीय पहचान
- Friday October 19, 2018
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बिहार के मुजफ्फरपुर की पहचान शाही लीची को अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल गई है. बौद्धिक संपदा कानून के तहत शाही लीची को अब जीआई टैग (जियोग्राफिकल आइडेंटिफि केशन) दे दिया गया है. बिहार लीची उत्पादक संघ ने जून 2016 को जीआई रजिस्ट्री कार्यालय में शाही लीची के जीआई टैग के लिए आवेदन किया था.
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150 साल का हुआ रसगुल्ला, डाक विभाग जल्द ही आविष्कार करने वाले पर जारी करेगा विशेष कवर
- Sunday February 11, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
क्या आप जानते हैं कि ज्यादातर लोगों को पसंद आने वाली मिठाई, यानी रसगुल्ला कितने साल का हो गया है? अगर नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रसगुल्ले का आविष्कार हुए 150 साल हो गए हैं.
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वाराणसी के हस्त शिल्प और मिर्जापुर की दरी को मिला बौद्धिक सम्पदा अधिकार का दर्जा
- Friday April 17, 2015
बनारस की मशहूर हस्त शिल्प गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने और मिर्जापुर की दरी को देश के बौद्धिक सम्पदा अधिकार का दर्जा हासिल हो गया है। इस आशय का प्रमाण पत्र जीआई पंजीकरण कार्यालय चेन्नई द्वारा जारी कर दिया गया है।
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