Ghazipur Violence
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राहुल ने कहा था मैं अकेला चला जाऊंगा...गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिसवालों पर भड़की प्रियंका
- Wednesday December 4, 2024
- Edited by: Sachin Jha Shekhar
राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ''यह (संभल जाने से रोका जाना) लोकतंत्र के खिलाफ है. हम संभल जाकर देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ. हम लोगों से मिलना चाहते हैं
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गणतंत्र दिवस हिंसा: आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने किया गिरफ्तार
- Tuesday February 9, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: तूलिका कुशवाहा
किसानों के ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसा में आरोपी एक्टर दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है.
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BJP नेता मिनाक्षी लेखी का ग्रेटा थनबर्ग पर निशाना- हमें जिस षड्यंत्र का अंदेशा था, उसके सबूत सामने आए
- Thursday February 4, 2021
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: आरिफ खान मंसूरी
ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया था, ‘हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.' इस पर भारत सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई थीं.
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गाज़ीपुर बॉर्डर पर लोहे की कीलें उखाड़ने का VIDEO आया सामने, तो पुलिस बोली - री-पोज़िशनिंग कर रहे हैं
- Thursday February 4, 2021
- Reported by: रवीश कुमार, Edited by: आरिफ खान मंसूरी
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच हिंसक झड़प के कुछ दिन बाद प्रदर्शन स्थलों पर सुरक्षा के उपाय कड़े किये गये हैं.
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किसान आंदोलन के समर्थन में Rihanna का 1 ट्वीट, सोशल मीडिया पर मच गई खलबली
- Wednesday February 3, 2021
- Reported by: भाषा
इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना (Rihanna) ने मंगलवार को किसान आंदोलन (Farmers Protest) को समर्थन देते हुए ट्वीट किया. इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर इंटरनेट बंद करने की आलोचना की. रिहाना (32) विश्व स्तर की पहली स्टार हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन दिया है. उन्होंने सीएनएन के एक लेख के साथ ट्वीट किया, ‘‘हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? हैशटैग किसान आंदोलन.’’ रिहाना के ट्विटर पर 10 करोड़ फॉलोवर हैं और उनके इस ट्वीट को एक घंटे में हजारों लोगों ने रीट्वीट किया.
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किसानों की राह नहीं आसान? टिकरी बॉर्डर पर लगाई गई नुकीली कीलें, गाड़ियों की हवा निकालने का इंतज़ाम; आंदोलन की 10 बड़ी बातें
- Tuesday February 2, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, परिमल कुमार, Edited by: पवन पांडे
तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर दो महीनों से ज़्यादा समय से बैठे हैं. 26 जनवरी को लाल किले की घटना (Red Fort violence) के बाद से ही हर बॉर्डर पर पुलिस बंदोबस्त बढ़ाया गया है. देश के अन्य हिस्सों से किसान तीनों प्रमुख प्रदर्शन स्थल पर पहुंच रहे हैं. किसान ट्रैक्टर या अन्य वाहन लेकर दिल्ली में दाखिल नहीं हो पाए इसके लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. जवानों की तैनाती बढ़ाने के साथ बेरिकेड की संख्या बढ़ाई गई, रास्ता रोकने के लिए बसों से रोड को ब्लॉक किया गया है. किसानों को पैदल चलने से रोकने के लिए कटीले तार बिछाये गए हैं.
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किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
भारतीय किसान यूनियन के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है. यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं.
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BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
इस कदम से (बीकेयू नेता) राकेश टिकैत व्यथित हैं. उनकी गिरफ्तारी और वहां विरोध समाप्त होने के बारे में घोषणा की गई थी, लेकिन विधायक ने वहां माहौल को बिगाड़ दिया और टिकैत रो पड़े.” उन्होंने कहा, ''बीकेयू (लोक शक्ति) दमन की किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा. सरकार या प्रशासन कोई भी कार्रवाई कर सकता है लेकिन कोई विधायक या जनप्रतिनिधि किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार नहीं कर सकता और बीकेयू (लोक शक्ति) यह बर्दाश्त नहीं करेगा.’
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किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं. इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है.
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कैमरे पर रो पड़े किसान नेता राकेश टिकैत, तो दिल्ली रवाना हुए देशभर के किसान : 5 बड़ी बातें
- Friday January 29, 2021
- Edited by: राहुल सिंह
प्रशासन की सख्ती के बाद वहां पर तीन कंपनी CAPF, 6 कंपनी PAC और 1000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया था. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) अपनी मांग पर अड़े रहे और उन्होंने भावुक होकर दो टूक कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे. उनके इंटरव्यू के दौरान रोने का वीडियो भी सामने आया है. देखते ही देखते यह वीडियो पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत कई जिलों के गांवों में तेजी से फैलने लगा और किसानों ने उनका समर्थन करने का फैसला किया. देर रात में ही यूपी के कई जिलों के किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए. देश के अन्य राज्यों से भी किसानों के पहुंचने की संभावना है. किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रात में ही सुरक्षाबल वहां से जाने लगे. कई जवानों ने शिफ्ट खत्म होने का हवाला दिया. पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी रात में ही वहां से चले गए थे.
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कृषि कानून: प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हटाने की कोशिश की, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर तनाव
- Thursday January 28, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: वंदना
Kisan Rally Violence: गाजीपुर (Ghazipur) में दिल्ली-यूपी बॉर्डर (Delhi-Uttar Pradesh border )पर उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई जब कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के लिए डटे किसानों से विरोध प्रदर्शन खत्म करने और रास्ता खाली करने को कहा गया. सूत्रों के अनुसार, आदेश देने वाले गाजियाबाद प्रशासन की योजना गुरुवार रात तक रास्ते को खाली करने की है. उधर किसानों ने इससे इनकार कर दिया, किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने ऐलान किया वे गोलियां का सामना करने के लिए तैयार हैं.
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CM की भाषा है 'ठोक दो', कभी पुलिस तो कभी जनता नहीं समझ पाती 'ठोकना' किसे है: गाजीपुर हिंसा पर बोले अखिलेश
- Sunday December 30, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पीएम मोदी की रैली के बाद उग्र भीड़ द्वारा हिंसा में पुलिस कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स की हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है. अखिलेश यादव ने गाजीपुर हिंसा मामले पर दुख जताया और इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराया. अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं इसलिए होती हैं क्योंकि सीएम की हमेशा एक ही भाषा होती है ठोक दो. बता दें कि शनिवार को गाजीपुर में पीएम मोदी की रैली के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया था, जिसमें ड्यूटी से लौट रहे सुरेश वत्स की मौत हो गई.
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PM की रैली के बाद पथराव में मरने वाले कॉन्स्टेबल के बेटे का दर्द: पुलिस खुद की सुरक्षा नहीं कर सकती, उनसे क्या उम्मीद करें?
- Sunday December 30, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) के बाद उग्र भीड़ के पुलिस टीम पर पथराव (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) में एक सिपाही की मौत हो गई, जबकि दो पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं. इस मामले में अब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलसि ने कॉन्स्टेबल की मौत के मामले (Ghazipur Violence) में 32 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है. वहीं, मृतक कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिए. बताया जा रहा है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथिततौर पर पत्थरबाजी से हुई है.
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Ghazipur Violence: पीएम मोदी की रैली के बाद UP के गाजीपुर में प्रदर्शनकारियों के पथराव में पुलिसकर्मी की मौत
- Saturday December 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
गाजीपुर (Ghazipur Violence) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली (PM Modi Rally) के बाद लौट रहे वाहनों पर हुए पथराव में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. वहीं, दो पुलिसकर्मी इसमें ज़ख़्मी हुए हैं. सुरेश वत्स (Suresh Vats) नाम का ये कांस्टेबल स्थानीय नोनहारा पुलिस स्टेशन पर तैनात था. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की रैली स्थल पर उसकी ड्यूटी लगी थी. सुरेश वत्स और उनकी टीम जब वापस लौट रही थी तो रास्ते में निषाद समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस टीम ने लोगों को रास्ते से हटाने की कोशिश की, तो भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें कांस्टेबल सुनील वत्स की मौत हो गई.
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राहुल ने कहा था मैं अकेला चला जाऊंगा...गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिसवालों पर भड़की प्रियंका
- Wednesday December 4, 2024
- Edited by: Sachin Jha Shekhar
राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ''यह (संभल जाने से रोका जाना) लोकतंत्र के खिलाफ है. हम संभल जाकर देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ. हम लोगों से मिलना चाहते हैं
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गणतंत्र दिवस हिंसा: आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने किया गिरफ्तार
- Tuesday February 9, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: तूलिका कुशवाहा
किसानों के ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसा में आरोपी एक्टर दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है.
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BJP नेता मिनाक्षी लेखी का ग्रेटा थनबर्ग पर निशाना- हमें जिस षड्यंत्र का अंदेशा था, उसके सबूत सामने आए
- Thursday February 4, 2021
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: आरिफ खान मंसूरी
ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया था, ‘हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.' इस पर भारत सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई थीं.
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गाज़ीपुर बॉर्डर पर लोहे की कीलें उखाड़ने का VIDEO आया सामने, तो पुलिस बोली - री-पोज़िशनिंग कर रहे हैं
- Thursday February 4, 2021
- Reported by: रवीश कुमार, Edited by: आरिफ खान मंसूरी
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच हिंसक झड़प के कुछ दिन बाद प्रदर्शन स्थलों पर सुरक्षा के उपाय कड़े किये गये हैं.
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किसान आंदोलन के समर्थन में Rihanna का 1 ट्वीट, सोशल मीडिया पर मच गई खलबली
- Wednesday February 3, 2021
- Reported by: भाषा
इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना (Rihanna) ने मंगलवार को किसान आंदोलन (Farmers Protest) को समर्थन देते हुए ट्वीट किया. इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर इंटरनेट बंद करने की आलोचना की. रिहाना (32) विश्व स्तर की पहली स्टार हैं, जिन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन दिया है. उन्होंने सीएनएन के एक लेख के साथ ट्वीट किया, ‘‘हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? हैशटैग किसान आंदोलन.’’ रिहाना के ट्विटर पर 10 करोड़ फॉलोवर हैं और उनके इस ट्वीट को एक घंटे में हजारों लोगों ने रीट्वीट किया.
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किसानों की राह नहीं आसान? टिकरी बॉर्डर पर लगाई गई नुकीली कीलें, गाड़ियों की हवा निकालने का इंतज़ाम; आंदोलन की 10 बड़ी बातें
- Tuesday February 2, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, परिमल कुमार, Edited by: पवन पांडे
तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर दो महीनों से ज़्यादा समय से बैठे हैं. 26 जनवरी को लाल किले की घटना (Red Fort violence) के बाद से ही हर बॉर्डर पर पुलिस बंदोबस्त बढ़ाया गया है. देश के अन्य हिस्सों से किसान तीनों प्रमुख प्रदर्शन स्थल पर पहुंच रहे हैं. किसान ट्रैक्टर या अन्य वाहन लेकर दिल्ली में दाखिल नहीं हो पाए इसके लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. जवानों की तैनाती बढ़ाने के साथ बेरिकेड की संख्या बढ़ाई गई, रास्ता रोकने के लिए बसों से रोड को ब्लॉक किया गया है. किसानों को पैदल चलने से रोकने के लिए कटीले तार बिछाये गए हैं.
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किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
भारतीय किसान यूनियन के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है. यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं.
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BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
इस कदम से (बीकेयू नेता) राकेश टिकैत व्यथित हैं. उनकी गिरफ्तारी और वहां विरोध समाप्त होने के बारे में घोषणा की गई थी, लेकिन विधायक ने वहां माहौल को बिगाड़ दिया और टिकैत रो पड़े.” उन्होंने कहा, ''बीकेयू (लोक शक्ति) दमन की किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा. सरकार या प्रशासन कोई भी कार्रवाई कर सकता है लेकिन कोई विधायक या जनप्रतिनिधि किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार नहीं कर सकता और बीकेयू (लोक शक्ति) यह बर्दाश्त नहीं करेगा.’
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किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात
- Saturday January 30, 2021
- Reported by: भाषा
पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं. इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है.
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कैमरे पर रो पड़े किसान नेता राकेश टिकैत, तो दिल्ली रवाना हुए देशभर के किसान : 5 बड़ी बातें
- Friday January 29, 2021
- Edited by: राहुल सिंह
प्रशासन की सख्ती के बाद वहां पर तीन कंपनी CAPF, 6 कंपनी PAC और 1000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया था. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) अपनी मांग पर अड़े रहे और उन्होंने भावुक होकर दो टूक कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे. उनके इंटरव्यू के दौरान रोने का वीडियो भी सामने आया है. देखते ही देखते यह वीडियो पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत कई जिलों के गांवों में तेजी से फैलने लगा और किसानों ने उनका समर्थन करने का फैसला किया. देर रात में ही यूपी के कई जिलों के किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए. देश के अन्य राज्यों से भी किसानों के पहुंचने की संभावना है. किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रात में ही सुरक्षाबल वहां से जाने लगे. कई जवानों ने शिफ्ट खत्म होने का हवाला दिया. पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी रात में ही वहां से चले गए थे.
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कृषि कानून: प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हटाने की कोशिश की, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर तनाव
- Thursday January 28, 2021
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: वंदना
Kisan Rally Violence: गाजीपुर (Ghazipur) में दिल्ली-यूपी बॉर्डर (Delhi-Uttar Pradesh border )पर उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई जब कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के लिए डटे किसानों से विरोध प्रदर्शन खत्म करने और रास्ता खाली करने को कहा गया. सूत्रों के अनुसार, आदेश देने वाले गाजियाबाद प्रशासन की योजना गुरुवार रात तक रास्ते को खाली करने की है. उधर किसानों ने इससे इनकार कर दिया, किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने ऐलान किया वे गोलियां का सामना करने के लिए तैयार हैं.
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CM की भाषा है 'ठोक दो', कभी पुलिस तो कभी जनता नहीं समझ पाती 'ठोकना' किसे है: गाजीपुर हिंसा पर बोले अखिलेश
- Sunday December 30, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पीएम मोदी की रैली के बाद उग्र भीड़ द्वारा हिंसा में पुलिस कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स की हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है. अखिलेश यादव ने गाजीपुर हिंसा मामले पर दुख जताया और इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार ठहराया. अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाएं इसलिए होती हैं क्योंकि सीएम की हमेशा एक ही भाषा होती है ठोक दो. बता दें कि शनिवार को गाजीपुर में पीएम मोदी की रैली के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया था, जिसमें ड्यूटी से लौट रहे सुरेश वत्स की मौत हो गई.
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PM की रैली के बाद पथराव में मरने वाले कॉन्स्टेबल के बेटे का दर्द: पुलिस खुद की सुरक्षा नहीं कर सकती, उनसे क्या उम्मीद करें?
- Sunday December 30, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) के बाद उग्र भीड़ के पुलिस टीम पर पथराव (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) में एक सिपाही की मौत हो गई, जबकि दो पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं. इस मामले में अब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलसि ने कॉन्स्टेबल की मौत के मामले (Ghazipur Violence) में 32 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है. वहीं, मृतक कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिए. बताया जा रहा है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथिततौर पर पत्थरबाजी से हुई है.
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Ghazipur Violence: पीएम मोदी की रैली के बाद UP के गाजीपुर में प्रदर्शनकारियों के पथराव में पुलिसकर्मी की मौत
- Saturday December 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
गाजीपुर (Ghazipur Violence) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली (PM Modi Rally) के बाद लौट रहे वाहनों पर हुए पथराव में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. वहीं, दो पुलिसकर्मी इसमें ज़ख़्मी हुए हैं. सुरेश वत्स (Suresh Vats) नाम का ये कांस्टेबल स्थानीय नोनहारा पुलिस स्टेशन पर तैनात था. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की रैली स्थल पर उसकी ड्यूटी लगी थी. सुरेश वत्स और उनकी टीम जब वापस लौट रही थी तो रास्ते में निषाद समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस टीम ने लोगों को रास्ते से हटाने की कोशिश की, तो भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें कांस्टेबल सुनील वत्स की मौत हो गई.
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