Eastern Ladakh Border Dispute
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"सैनिकों की वापसी और तनाव में कमी आगे बढ़ने का रास्ता..." : पूर्वी लद्दाख पर रक्षा मंत्री राजनाथ
- Tuesday April 2, 2024
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उत्तरी सीमाओं की मौजूदा स्थिति के संबंध में सिंह ने पूरा विश्वास जताया कि सैनिक दृढ़ता से तैनात हैं और शांतिपूर्ण समाधान के लिए चल रही बातचीत जारी रहेगी तथा सैनिकों की वापसी और तनाव कम करना ही आगे का रास्ता है.
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पूर्वी लद्दाख गतिरोध: भारत-चीन की सेना परस्पर स्वीकार्य समाधान पर काम करने को लेकर हुए तैयार
- Monday April 24, 2023
पूर्वी लद्दाख के शेष विवादित मुद्दों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच रविवार को कोर कमांडर स्तर की 18वें दौर की वार्ता हुई. यह बैठक पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी क्षेत्र की ओर स्थित चुशुल-मोल्डो सीमा केंद्र पर हुई.
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"भारत ने कोई जमीन नहीं खोई..." : लद्दाख में पैट्रोलिंग प्वाइंट कम होने की रिपोर्ट को रक्षा मंत्रालय ने किया खारिज
- Thursday January 26, 2023
रक्षा मंत्रालय ने इस बात का खंडन किया है कि भारत ने पूर्वी लद्दाख में अपनी ज़मीन का कोई भी हिस्सा खो दिया है. सेना की तरफ से कहा गया है कि विवादित इलाक़ों में भारत ने कोई ज़मीन नहीं खोई है.
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लद्दाख : भारत-चीन में तनाव के बीच आसमान में गरज रहे दोनों देशों के लड़ाकू विमान
- Wednesday July 13, 2022
पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में अप्रैल 2020 से दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने हैं. लद्दाख सीमा विवाद (Ladakh border dispute) सुलझाने के लिए 11 बैठकें हो चुकी है, लेकिन अभी भी गलवान घाटी, पैंगोंग लेक, हॉट स्पिंग में तनाव बना हुआ है. लद्दाख के टकराव को लेकर बातचीत पिछले तीन महीनों से रुकी है.
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पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के हल के लिए 3 महीने बाद साथ आए भारत और चीन, हो रही है सैन्य स्तर की वार्ता
- Wednesday January 12, 2022
समझा जाता है कि कि बातचीत मुख्य रूप से ‘हॉट स्प्रिंग्स' इलाके में सैनिकों को पीछे हटाने पर केंद्रित होगी. ऐसी उम्मीद है कि भारतीय पक्ष ‘देपसांग बल्ज' और डेमचोक में मुद्दों को हल करने समेत बाकी के टकराव वाले सभी स्थानों पर जल्द से जल्द सेना को हटाने पर जोर देगा.
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भारत का चीन को कड़ा संदेश, LAC के शेष इलाकों से सैन्य वापसी की ज़िम्मेदारी PLA पर डाली
- Monday October 11, 2021
भारत और चीनी सेना के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता चुशुलू-मोल्डो बार्डर पर 10 अक्टूबर को हुई थी. यह लद्दाख में तनाव के बाद दोनों देशों के कोर कमांडरों के बीच 13वें दौर की बातचीत थी. इस बैठक के दौरान पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के हालातों को लेकर चर्चा हुई.
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भारत-चीन के बीच 13वें दौर की सैन्य वार्ता शुरू, पूर्वी लद्दाख के देप्सांग और डेमचोक में गतिरोध हल होने के आसार
- Sunday October 10, 2021
थल सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने शनिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन द्वारा सैन्य निर्माण और बड़े पैमाने पर तैनाती को बनाए रखने के लिए नए बुनियादी ढांचे का विकास चिंता का विषय है.
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Video : लद्दाख में गरजा वज्र, चीन से तनाव के बीच हॉवित्जर टैंकों ने सीमा पर दिखाई ताकत
- Saturday October 2, 2021
के-9 वज्र सेल्फ प्रोफेल्ड हॉवित्जर की ऑपरेशनल रेंज 360 किलोमीटर तक है. यह टैंक 67 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है. इसकी फायरिंग रेंज 18 किलोमीटर है.
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M777 गन से लेकर K-9 व्रज तोप तक : पूर्वी लद्दाख में दुश्मन को जवाब देने के लिए भारत की तैयारी
- Tuesday September 28, 2021
सेना के आर्टिलरी के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल चावला ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में के-9 व्रज तोप की तैनाती भी की गई है. इससे मारक क्षमता में काफी इजाफा हो जाएगा. अब आसानी से सेना 18 से 52 किलोमीटर तक लक्ष्य को भेद सकती है. चावला ने कहा कि सेना को हल्की गन और चाहिए.
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भारत और चीन के बीच आज होगी 12वें दौर की सैन्य वार्ता, पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों को लेकर जोर रहेगा
- Saturday July 31, 2021
बारहवें दौर की वार्ता विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अपने चीनी समकक्ष वांग यी को इस बात से दो टूक अवगत करा देने के करीब दो हफ्ते बाद हो रही है कि पूर्वी लद्दाख में मौजूदा स्थिति के लंबा खींचने का प्रभाव द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक रूप से पड़ता नजर आ रहा है.
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मुद्दों को सुलझा कर आगे बढ़ना ही एक तरीका है, चीन के साथ सीमा विवाद पर सरकार ने कहा
- Thursday September 3, 2020
पूर्वी लद्दाख (Clash in Eastern Ladakh) में एलएसी (LAC) पर भारत का चीन के साथ तनाव बरकरार है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय (MEA) की रुटीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Shrivastava) ने कहा कि चीन की तरफ से यथा स्थिति बदलने के लिए की गई एकतरफा कार्यवाई से (एलएसी पर) तनाव बढ़ा है.
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सोमवार की बातचीत के बावजूद चीन ने की उकसावे वाली कार्रवाई : केंद्र
- Thursday September 3, 2020
लद्दाख (Ladakh) में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने मंगलवार को बताया कि चीन के सैनिकों ने उकसाने वाली कार्रवाई की. न सिर्फ़ 29-30 अगस्त की रात को बल्कि जब सैन्य स्तर की बात चल रही थी तब 31 अगस्त को भी चीनी सैनिकों ने उकसाने वाली कार्रवाई (LAC Clashes) की.
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LAC पर चीन की धोखेबाजी और झूठ पर झूठ...
- Tuesday September 1, 2020
- Kadambini Sharma
जब पूरी दुनिया कोविड से निबट रही है तब चीन भारत की ज़मीन हड़पने की कोशिश में है. मई के बाद एक बार फिर 29-30 अगस्त की रात चीनी सेना ने भारत के इलाके में घुसपैठ कर कब्जा़ करने की कोशिश की लेकिन सतर्क भारतीय सेना ने इसे बेकार कर दिया. अपनी पोज़िशन मज़बूत कर ली.
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लद्दाख में झड़प के बाद आया चीनी विदेश मंत्रालय का बयान, कहा - कभी भी LAC क्रॉस नहीं की
- Monday August 31, 2020
भारत-चीन सीमा पर चीन की तरफ से दूसरी बार बढ़े झड़प की ख़बरों के बीच चीनी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि चीन ने कभी भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) को क्रॉस नहीं किया. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाव लीजियान ने कहा कि भू-क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है.
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अभी तक पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर थी चीन की नजर, अब दक्षिणी छोर पर की हरकत
- Monday August 31, 2020
पूर्वी लद्दाख घाटी में 29 और 30 अगस्त की रात हुई चीनी घुसपैठ में एक नई बात सामने आई है. अभी तक चीन के साथ पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर दिक्कतें थीं. अब पीएलए ने दक्षिणी छोर में यह हरकत की है. चीन ऐसा क्यों कह रहा है यह एक बड़ा सवाल है. ज़ाहिर तौर पर यह घटना पीएलए की मंशा पर बड़े सवाल खड़े करती है क्योंकि पांच दौर की लेफ्टिनेंट जनरल जनरल स्तर की बातचीत अब तक हो चुकी है. इसके अलावा चीन के साथ विवाद सुलझाने के लिये बातचीत हुई है. बावजूद चीन यथास्थिति में बदलाव करना चाहता है. भारत की ज़मीन कब्जा करना चाहता है. यह सीधे सीधे तनाव को और बढ़ाने की कोशिश है. हालांकि चीन की इस हरकत का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया है और पीएलए के सैनिकों को पीछे भागना पड़ा है. लेकिन इस घटना के बाद साफ है कि जहां चीन पहले सेना पीछे हटाने पर आनाकानी कर रहा है वहीं अब इस इलाके में भी उसकी हरकतें शुरू हो गई हैं.
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"सैनिकों की वापसी और तनाव में कमी आगे बढ़ने का रास्ता..." : पूर्वी लद्दाख पर रक्षा मंत्री राजनाथ
- Tuesday April 2, 2024
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उत्तरी सीमाओं की मौजूदा स्थिति के संबंध में सिंह ने पूरा विश्वास जताया कि सैनिक दृढ़ता से तैनात हैं और शांतिपूर्ण समाधान के लिए चल रही बातचीत जारी रहेगी तथा सैनिकों की वापसी और तनाव कम करना ही आगे का रास्ता है.
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पूर्वी लद्दाख गतिरोध: भारत-चीन की सेना परस्पर स्वीकार्य समाधान पर काम करने को लेकर हुए तैयार
- Monday April 24, 2023
पूर्वी लद्दाख के शेष विवादित मुद्दों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच रविवार को कोर कमांडर स्तर की 18वें दौर की वार्ता हुई. यह बैठक पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी क्षेत्र की ओर स्थित चुशुल-मोल्डो सीमा केंद्र पर हुई.
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"भारत ने कोई जमीन नहीं खोई..." : लद्दाख में पैट्रोलिंग प्वाइंट कम होने की रिपोर्ट को रक्षा मंत्रालय ने किया खारिज
- Thursday January 26, 2023
रक्षा मंत्रालय ने इस बात का खंडन किया है कि भारत ने पूर्वी लद्दाख में अपनी ज़मीन का कोई भी हिस्सा खो दिया है. सेना की तरफ से कहा गया है कि विवादित इलाक़ों में भारत ने कोई ज़मीन नहीं खोई है.
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लद्दाख : भारत-चीन में तनाव के बीच आसमान में गरज रहे दोनों देशों के लड़ाकू विमान
- Wednesday July 13, 2022
पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में अप्रैल 2020 से दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने हैं. लद्दाख सीमा विवाद (Ladakh border dispute) सुलझाने के लिए 11 बैठकें हो चुकी है, लेकिन अभी भी गलवान घाटी, पैंगोंग लेक, हॉट स्पिंग में तनाव बना हुआ है. लद्दाख के टकराव को लेकर बातचीत पिछले तीन महीनों से रुकी है.
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पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के हल के लिए 3 महीने बाद साथ आए भारत और चीन, हो रही है सैन्य स्तर की वार्ता
- Wednesday January 12, 2022
समझा जाता है कि कि बातचीत मुख्य रूप से ‘हॉट स्प्रिंग्स' इलाके में सैनिकों को पीछे हटाने पर केंद्रित होगी. ऐसी उम्मीद है कि भारतीय पक्ष ‘देपसांग बल्ज' और डेमचोक में मुद्दों को हल करने समेत बाकी के टकराव वाले सभी स्थानों पर जल्द से जल्द सेना को हटाने पर जोर देगा.
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भारत का चीन को कड़ा संदेश, LAC के शेष इलाकों से सैन्य वापसी की ज़िम्मेदारी PLA पर डाली
- Monday October 11, 2021
भारत और चीनी सेना के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता चुशुलू-मोल्डो बार्डर पर 10 अक्टूबर को हुई थी. यह लद्दाख में तनाव के बाद दोनों देशों के कोर कमांडरों के बीच 13वें दौर की बातचीत थी. इस बैठक के दौरान पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के हालातों को लेकर चर्चा हुई.
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भारत-चीन के बीच 13वें दौर की सैन्य वार्ता शुरू, पूर्वी लद्दाख के देप्सांग और डेमचोक में गतिरोध हल होने के आसार
- Sunday October 10, 2021
थल सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने शनिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन द्वारा सैन्य निर्माण और बड़े पैमाने पर तैनाती को बनाए रखने के लिए नए बुनियादी ढांचे का विकास चिंता का विषय है.
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Video : लद्दाख में गरजा वज्र, चीन से तनाव के बीच हॉवित्जर टैंकों ने सीमा पर दिखाई ताकत
- Saturday October 2, 2021
के-9 वज्र सेल्फ प्रोफेल्ड हॉवित्जर की ऑपरेशनल रेंज 360 किलोमीटर तक है. यह टैंक 67 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है. इसकी फायरिंग रेंज 18 किलोमीटर है.
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M777 गन से लेकर K-9 व्रज तोप तक : पूर्वी लद्दाख में दुश्मन को जवाब देने के लिए भारत की तैयारी
- Tuesday September 28, 2021
सेना के आर्टिलरी के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल चावला ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में के-9 व्रज तोप की तैनाती भी की गई है. इससे मारक क्षमता में काफी इजाफा हो जाएगा. अब आसानी से सेना 18 से 52 किलोमीटर तक लक्ष्य को भेद सकती है. चावला ने कहा कि सेना को हल्की गन और चाहिए.
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भारत और चीन के बीच आज होगी 12वें दौर की सैन्य वार्ता, पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों को लेकर जोर रहेगा
- Saturday July 31, 2021
बारहवें दौर की वार्ता विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अपने चीनी समकक्ष वांग यी को इस बात से दो टूक अवगत करा देने के करीब दो हफ्ते बाद हो रही है कि पूर्वी लद्दाख में मौजूदा स्थिति के लंबा खींचने का प्रभाव द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक रूप से पड़ता नजर आ रहा है.
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मुद्दों को सुलझा कर आगे बढ़ना ही एक तरीका है, चीन के साथ सीमा विवाद पर सरकार ने कहा
- Thursday September 3, 2020
पूर्वी लद्दाख (Clash in Eastern Ladakh) में एलएसी (LAC) पर भारत का चीन के साथ तनाव बरकरार है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय (MEA) की रुटीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Shrivastava) ने कहा कि चीन की तरफ से यथा स्थिति बदलने के लिए की गई एकतरफा कार्यवाई से (एलएसी पर) तनाव बढ़ा है.
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सोमवार की बातचीत के बावजूद चीन ने की उकसावे वाली कार्रवाई : केंद्र
- Thursday September 3, 2020
लद्दाख (Ladakh) में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने मंगलवार को बताया कि चीन के सैनिकों ने उकसाने वाली कार्रवाई की. न सिर्फ़ 29-30 अगस्त की रात को बल्कि जब सैन्य स्तर की बात चल रही थी तब 31 अगस्त को भी चीनी सैनिकों ने उकसाने वाली कार्रवाई (LAC Clashes) की.
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LAC पर चीन की धोखेबाजी और झूठ पर झूठ...
- Tuesday September 1, 2020
- Kadambini Sharma
जब पूरी दुनिया कोविड से निबट रही है तब चीन भारत की ज़मीन हड़पने की कोशिश में है. मई के बाद एक बार फिर 29-30 अगस्त की रात चीनी सेना ने भारत के इलाके में घुसपैठ कर कब्जा़ करने की कोशिश की लेकिन सतर्क भारतीय सेना ने इसे बेकार कर दिया. अपनी पोज़िशन मज़बूत कर ली.
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लद्दाख में झड़प के बाद आया चीनी विदेश मंत्रालय का बयान, कहा - कभी भी LAC क्रॉस नहीं की
- Monday August 31, 2020
भारत-चीन सीमा पर चीन की तरफ से दूसरी बार बढ़े झड़प की ख़बरों के बीच चीनी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि चीन ने कभी भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) को क्रॉस नहीं किया. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाव लीजियान ने कहा कि भू-क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है.
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अभी तक पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर थी चीन की नजर, अब दक्षिणी छोर पर की हरकत
- Monday August 31, 2020
पूर्वी लद्दाख घाटी में 29 और 30 अगस्त की रात हुई चीनी घुसपैठ में एक नई बात सामने आई है. अभी तक चीन के साथ पैंगोंग सो झील के उत्तरी किनारे पर दिक्कतें थीं. अब पीएलए ने दक्षिणी छोर में यह हरकत की है. चीन ऐसा क्यों कह रहा है यह एक बड़ा सवाल है. ज़ाहिर तौर पर यह घटना पीएलए की मंशा पर बड़े सवाल खड़े करती है क्योंकि पांच दौर की लेफ्टिनेंट जनरल जनरल स्तर की बातचीत अब तक हो चुकी है. इसके अलावा चीन के साथ विवाद सुलझाने के लिये बातचीत हुई है. बावजूद चीन यथास्थिति में बदलाव करना चाहता है. भारत की ज़मीन कब्जा करना चाहता है. यह सीधे सीधे तनाव को और बढ़ाने की कोशिश है. हालांकि चीन की इस हरकत का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया है और पीएलए के सैनिकों को पीछे भागना पड़ा है. लेकिन इस घटना के बाद साफ है कि जहां चीन पहले सेना पीछे हटाने पर आनाकानी कर रहा है वहीं अब इस इलाके में भी उसकी हरकतें शुरू हो गई हैं.
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