Baikunth Ekadashi Importance
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Vaikuntha Ekadashi 2022: आज है वैकुंठ एकादशी, जिसकी व्रत कथा पढ़ने या सुनने से पूरी हो सकती है सभी मनोकामनाएं
- Thursday January 13, 2022
- Written by: शालिनी सेंगर
एकादशी व्रत को सभी व्रतों में महत्वपूर्ण माना जाता है. इस एकादशी व्रत को वैकुंठ एकादशी के अलावा मोक्षदा एकादशी और पौष पुत्रदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इसे मुक्कोटी एकादशी भी कहते हैं. आज के दिन पूजा के समय वैकुंठ एकादशी व्रत कथा का पाठ जरूर करना चाहिए. आइए जानते हैं वैकुंठ एकादशी का महत्व और कथा.
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Baikunth Chaturdashi 2021: बैकुंठ चतुर्दशी के दिन शिव ने श्री हरि को सौंपा था सृष्टि का संचालन, जानिये पौराणिक कथा
- Wednesday November 17, 2021
- Written by: शालिनी सेंगर
Baikunth Chaturdashi: मान्यता है कि बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव ने सृष्टि का संचालन चार महीने बाद पुन: भगवान श्री हरि विष्णु को सौंप दिया था. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, जिन चार महीने के लिए भगवान शयन निद्रा में चले जाते हैं, उस दौरान सृष्टि की संचालन भगवान शिव करते हैं.
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एकादशी व्रत को सभी व्रतों में महत्वपूर्ण माना जाता है. इस एकादशी व्रत को वैकुंठ एकादशी के अलावा मोक्षदा एकादशी और पौष पुत्रदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इसे मुक्कोटी एकादशी भी कहते हैं. आज के दिन पूजा के समय वैकुंठ एकादशी व्रत कथा का पाठ जरूर करना चाहिए. आइए जानते हैं वैकुंठ एकादशी का महत्व और कथा.
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