India | भाषा |मंगलवार फ़रवरी 5, 2019 10:36 AM IST सारदा और रोजवैली भ्रष्टाचार के बारे मे 2013 में पता चला था. दरअसल, दोनों कंपनियों ने लाखों निवेशकों से दशकों तक हजारों करोड़ रुपये वसूले और बदले में उन्हें बड़ी रकम की वापसी का वादा किया गया, लेकिन जब धन लौटाने की बारी आई तो भुगतान में खामियां होने लगीं. अब सारदा और रोजवैली भ्रष्टाचार के सिलसिले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ की CBI की नाकाम कोशिश के बाद नया ही राजनीतिक घटनाक्रम दिखाई दे रहा है.