'Ghazipur Border kisan aandolan'

- 8 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Edited by: स्वेता गुप्ता |बुधवार फ़रवरी 21, 2024 07:00 AM IST
    केंद्र सरकार के साथ एमएसपी या न्यूनतम समर्थन मूल्य पर असहमति बनने के बाद किसान आज फिर से दिल्ली कूच (Farmer's Delhi March) के लिए तैयार हैं. सरकार ने कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उड़द यानी 5 फसलों पर MSP देने का प्रस्ताव दिया था, जिसे किसानों ने खारिज कर दिया. किसान सभी फसलों पर MSP गारंटी देने की मांग कर रहे हैं.
  • Delhi-NCR | Reported by: सौरभ शुक्ला, शरद शर्मा, Edited by: आनंद नायक |गुरुवार अक्टूबर 21, 2021 06:27 PM IST
    किसान नेता राकेश टिकैत ने नेशनल हाईवे 24 के दिल्ली-गाजीपुर मुर्गा मंडी की तरफ जाने वाली सर्विस लेन को खुद खुलवाया. सबसे पहले किसानों ने इसी रास्ते को रोका था. जनता की सहूलियत के लिहाज से सर्विस लेन खोलने का फैसला किया गया है.
  • India | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला |शुक्रवार फ़रवरी 19, 2021 06:22 PM IST
    Ghazipur Border Protest: बढ़ती गर्मी को देखते हुए अब गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईओवर के नीचे मीडिया और किसान नेताओं के बैठक के लिए नया तंबू तैयार हो रहा है. बैठक में बनाई गई रणनीति के तहत सहारनपुर और मेरठ मंडल के जिलाध्यक्ष दो सौ किसानों के साथ दस-दस दिन के लिए धरने पर बैठेंगे.
  • India | Reported by: भाषा |शुक्रवार फ़रवरी 5, 2021 12:34 AM IST
    अकाली दल, डीएमके, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस समेत इन पार्टियों के 15 सांसदों को पुलिस ने सुबह गाज़ीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने नहीं दिया.
  • India | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण |गुरुवार फ़रवरी 4, 2021 04:19 PM IST
    साल 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों की वजह से कई पंचायतें बंट गई थीं लेकिन राकेश टिकैत के समर्थन में हो रही पंचायतों में सभी एकजुट हो रहे हैं. इसमें कमरूद्दीन और परगट सिंह फिर से एकसाथ नजर दिख रहे हैं. किसानों का कहना है कि अलग-अलग राजनीतिक दलों में बंटे लोग अब पंचायत की वजह से एक हो रहे हैं.
  • India | Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, परिमल कुमार |मंगलवार फ़रवरी 2, 2021 03:56 PM IST
    Kisan Andolan: तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसान पिछले करीब दो माह से आंदोलन पर डटे हैं लेकिन सरकार के उनके बीच गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा. जहां किसान इन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, वहीं सरकार का जोर इन कानूनों में सुधारों पर है. किसानों का दोटूक अंदाज में कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक वे दिल्‍ली से वापस नहीं लौटेंगे. टिकरी बॉर्डर पर तमाम परेशानियों के बीच और दिल्ली में दाखिल होने से रोकने को लेकर पुलिस के किए गए इंतज़ाम किसानों के हौसले को पस्त नहीं कर पा रहे हैं.
  • India | Reported by: भाषा |सोमवार फ़रवरी 1, 2021 07:01 AM IST
    राकेश टिकैत ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे. किसान नहीं चाहते कि सरकार या संसद उनके आगे झुकें.’’ हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा हो.’’ गणतंत्र दिवस पर अनेक प्रदर्शनकारी लाल किले के अंदर पहुंच गये थे. टिकैत बंधुओं ने भी गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि यह अस्वीकार्य है. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि यह हिंसा एक षड्यंत्र का नतीजा थी.
  • India | Reported by: भाषा |सोमवार फ़रवरी 1, 2021 01:57 AM IST
    एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, ‘‘संयुक्त किसान मोर्चा ने राजनीतिक दलों को अपने आंदोलन में प्रवेश नहीं करने दिया था क्योंकि हमारा आंदोलन गैर राजनीतिक है. प्रदर्शन को लेकर लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद, राजनीतिक दलों से समर्थन लिया गया. इसके बावजूद, नेताओं को किसान आंदोलन के मंच से दूर रखा गया है.’’ गाजीपुर बॉर्डर पर टिकैत से मिलने आए शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘‘मोदी साब नु किसाना दी मन दी गल सुननी चाहिदी है.’’ शिअद कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग से रिश्ता तोड़ चुका है.
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