Gujarat | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार जनवरी 30, 2019 12:40 PM IST साल 2017 में चुडास्मा उस वक्त भी सुर्खियों में आए थे, जब वे ओझाओं के एक अभिनंदन समारोह में शामिल हुए थे. इसके बाद जब उनकी सोशल मीडिया और विपक्षी दलों ने आलोचना की तो उन्होंने इस समारोह के बारे में कहा कि 'यह दैवीय शक्ति के उपासकों का जमावड़ा था, न कि अंधविश्वास फैलाने वालों का'. इस बार रेप के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सजा काट रहे विवादित स्वयंभू गुरु आसाराम के आश्रम को अपने आधिकारिक लेटरहेड पर पत्र लिखने पर निशाने पर आ गए हैं.