कपास
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
- वेब स्टोरी
-
भारतीय किसान संघ ने शुरू किया अभियान, राष्ट्रीय जीएम नीति बनाने में किसानों की राय शामिल करने की मांग
- Monday November 18, 2024
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्रा, Edited by: बिक्रम कुमार सिंह
किसान संघ का कहना है कि भारत में जीएम फसलों की आवश्यकता नहीं है. रासायनिक खेती व जहरीला जीएम कृषि, किसान व पर्यावरण के लिए असुरक्षित है. जीएम फसलें जैव विविधता को नष्ट और ग्लोवल वार्मिंग को बढ़ाती हैं. बीटी कपास इसका उदाहरण हैं जिसके फेल होने से किसानों को हुए भारी नुकसान के कारण उन्हें आत्महत्या तक करनी पड़ी थी.
-
ndtv.in
-
मोदी कैबिनेट ने किसानों को दी बड़ी सौगात, खरीफ की 14 फसलों के लिए तय की नई MSP
- Wednesday June 19, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया
कैबिनेट ने धान, रागी, बाजरा, ज्वार, मक्का और कपास समेत 14 खरीफ सीजन की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दे दी है.
-
ndtv.in
-
किसान आज फिर दिल्ली कूच को तैयार, बॉर्डरों पर सख्त इंतजाम, चप्पे-चप्पे पर पुलिस का घेरा
- Wednesday February 21, 2024
- Edited by: स्वेता गुप्ता
केंद्र सरकार के साथ एमएसपी या न्यूनतम समर्थन मूल्य पर असहमति बनने के बाद किसान आज फिर से दिल्ली कूच (Farmer's Delhi March) के लिए तैयार हैं. सरकार ने कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उड़द यानी 5 फसलों पर MSP देने का प्रस्ताव दिया था, जिसे किसानों ने खारिज कर दिया. किसान सभी फसलों पर MSP गारंटी देने की मांग कर रहे हैं.
-
ndtv.in
-
फसल विविधीकरण क्यों हैं किसानों के लिए महत्वपूर्ण विकल्प? : ICAR-IARI निदेशक ने दिया यह जवाब
- Monday February 19, 2024
- Reported by: हिमांशु शर्मा, Edited by: अभिषेक पारीक
केंद्र ने प्रस्ताव दिया कि NAFED और NCCF जैसी सहकारी समितियां धान के स्थान पर दलहन, मक्का और कपास उगाकर फसल विविधीकरण का विकल्प चुनने वाले किसानों के साथ पांच साल तक का अनुबंध कर सकती हैं.
-
ndtv.in
-
Explainer: मोदी सरकार ने किसानों के सामने क्यों रखा फसलों के विविधीकरण का विकल्प...?
- Monday February 19, 2024
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: तिलकराज
किसान अगर फसलों के विविधीकरण की ओर यानि दलहन मक्का और कपास उगाता है, तो पांच साल तक सरकार NCCF और नेफेड के ज़रिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लेने का लिखित आश्वासन देगी. फसलों के विविधीकरण के ज़रिए सरकार किसानों को अच्छा मूल्य और खेती की लागत कम रखने का मौक़ा दे रही है.
-
ndtv.in
-
कृषि निर्यात क्षेत्र सिर्फ पांच कमोडिटीज पर निर्भरता से वैश्विक कीमतों को लेकर संवेदनशीलः रिपोर्ट
- Tuesday December 26, 2023
- Reported by: भाषा
भारत की तरफ से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख कृषि उत्पादों में कॉफी, अरंडी तेल, ताजा फल, तंबाकू, प्रसंस्कृत जूस, मूंगफली, ताजा सब्जियां, औषधीय उत्पाद, मांस, रेशम, ऊन, कपास और डेयरी उत्पाद भी शामिल हैं.
-
ndtv.in
-
MP: खरगोन में फसल चोरी के शक में युवक को खंभे से बांध कर पीटा, 5 लोगों पर केस दर्ज
- Thursday October 27, 2022
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: अंजलि कर्मकार
ये घटना एमपी के खरगोन जिले के ग्राम जामन्या की है. यहां एक युवक नूरसिंह की खंभे से बांधकर पिटाई की गई है, एक किसान ने उस पर कपास चोरी का आरोप लगाया और अपने बेटों के साथ मिलकर खूब पीटा.
-
ndtv.in
-
जैविक खेती के नाम पर दुनिया को 'ठगा' जा रहा MP में, राज्य में 'काग़ज़ी' हैं किसान
- Tuesday April 5, 2022
- Reported by: अनुराग द्वारी
राज्य ने पिछले वित्त वर्ष में 2683 करोड़ रुपये के मूल्य के 5 लाख मी.टन से अधिक के जैविक उत्पाद निर्यात किये हैं. देश से सालाना करीब 1,20,000 टन जैविक कपास का निर्यात होता है.
-
ndtv.in
-
पंजाब में किसानों ने सरकारी अफसरों को कई घंटे बनाकर रखा बंधक, पुलिस की मदद से छुड़ाया गया
- Tuesday March 29, 2022
- Reported by: भाषा
ये किसान पिंक बॉलवर्म प्रजाति के कीटों से कपास की फसल को हुए नुकसान के लिये मुआवजे की मांग कर रहे थे. इस घटना के विरोध में प्रदेश भर के राजस्व अधिकारी मंगलवार को हड़ताल पर रहे.
-
ndtv.in
-
मध्य प्रदेश : सोयाबीन बीजों का गहराया संकट, कृषि मंत्री बोले- किसान दूसरी फसल लगा लें
- Friday June 18, 2021
- Reported by: अनुराग द्वारी
किसान कालू का कहना है कि पहले कपास बोते थे इस बार सोयाबीन बोया है, 8000 कट्टा मिल रहा है, 3500 का भाव मिलता था क्या भाव है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश को सोया राज्य का तमगा मिला हुआ है, लेकिन इस बार किसानों को गुणवत्ता वाले सोया बीजों के गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है.
-
ndtv.in
-
पाकिस्तान ने भारत से व्यापार बहाली का फैसला 24 घंटे में ही पलटा, बताई ये वजह...
- Thursday April 1, 2021
- Reported by: एएफपी
पाकिस्तान ने घरेलू मोर्चे पर भारी आलोचनाओं के बीच भारत से कपास, चीनी और तेल का आयात शुरू करने के निर्णय को फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
-
ndtv.in
-
कोविड-19 की जांच के लिए नमूना लेने के बाद शिशु की मौत, परिवार ने लापरवाही का लगाया आरोप
- Friday August 14, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: सचिन झा शेखर
बच्चे की मां पापिया पाल साहा ने कहा कि उसका बेटा बुधवार को उसकी नाक से कोविड-19 के लिए नमूने लेने से पहले तक स्वस्थ था तथा उसके कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गयी. उसने कहा, ‘‘ मैंने डॉक्टरों से कहा कि उसकी नाक से बहुत खून बह रहा है. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वह ठीक हो जाएगा लेकिन मेरा बच्चा मेरी आंखों के सामने मर गया.’’
-
ndtv.in
-
35 हजार लोगों के हिस्से का अनाज चट कर सकता 4 करोड़ टिड्डियों का दल, कई राज्यों में फैला है आतंक
- Wednesday May 27, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: नवीन कुमार
टिड्डी अपने वजन से कहीं अधिक भोजन एक दिन में खाती है. ये एक दिन में 100 से 200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है फिलहाल मध्यप्रदेश में 8000 करोड़ रू की मूंग की फसल को इनसे खतरा है, बाकी राज्यों में ये कपास और मिर्ची को निशाना बना सकते हैं.
-
ndtv.in
-
टिड्डी दल के हमले से दहशत में किसान, कुछ रिहायशी इलाकों में भी बढ़ाई परेशानी, 10 खास बातें
- Monday May 25, 2020
- Written by: आनंद नायक
Locusts Attack: कोरोना वायरस की महामारी (Covid-19 Pandemic) के कारण पहले ही मुश्किल में फंसे देश के किसानों की मुश्किलें पाकिस्तान से आए टिड्डियों के दल (Locusts Attack) ने और बढ़ा दी है. मध्यप्रदेश, राजस्थान और यूपी जैसे प्रदेश का टिड्डियों की यह मार झेलनी पड़ी है. इस आपदा को समय रहते काबू नहीं किया तो मूंग, कपास और मिर्ची की फसल को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
-
ndtv.in
-
भारतीय किसान संघ ने शुरू किया अभियान, राष्ट्रीय जीएम नीति बनाने में किसानों की राय शामिल करने की मांग
- Monday November 18, 2024
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्रा, Edited by: बिक्रम कुमार सिंह
किसान संघ का कहना है कि भारत में जीएम फसलों की आवश्यकता नहीं है. रासायनिक खेती व जहरीला जीएम कृषि, किसान व पर्यावरण के लिए असुरक्षित है. जीएम फसलें जैव विविधता को नष्ट और ग्लोवल वार्मिंग को बढ़ाती हैं. बीटी कपास इसका उदाहरण हैं जिसके फेल होने से किसानों को हुए भारी नुकसान के कारण उन्हें आत्महत्या तक करनी पड़ी थी.
-
ndtv.in
-
मोदी कैबिनेट ने किसानों को दी बड़ी सौगात, खरीफ की 14 फसलों के लिए तय की नई MSP
- Wednesday June 19, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया
कैबिनेट ने धान, रागी, बाजरा, ज्वार, मक्का और कपास समेत 14 खरीफ सीजन की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दे दी है.
-
ndtv.in
-
किसान आज फिर दिल्ली कूच को तैयार, बॉर्डरों पर सख्त इंतजाम, चप्पे-चप्पे पर पुलिस का घेरा
- Wednesday February 21, 2024
- Edited by: स्वेता गुप्ता
केंद्र सरकार के साथ एमएसपी या न्यूनतम समर्थन मूल्य पर असहमति बनने के बाद किसान आज फिर से दिल्ली कूच (Farmer's Delhi March) के लिए तैयार हैं. सरकार ने कपास, मक्का, मसूर, अरहर और उड़द यानी 5 फसलों पर MSP देने का प्रस्ताव दिया था, जिसे किसानों ने खारिज कर दिया. किसान सभी फसलों पर MSP गारंटी देने की मांग कर रहे हैं.
-
ndtv.in
-
फसल विविधीकरण क्यों हैं किसानों के लिए महत्वपूर्ण विकल्प? : ICAR-IARI निदेशक ने दिया यह जवाब
- Monday February 19, 2024
- Reported by: हिमांशु शर्मा, Edited by: अभिषेक पारीक
केंद्र ने प्रस्ताव दिया कि NAFED और NCCF जैसी सहकारी समितियां धान के स्थान पर दलहन, मक्का और कपास उगाकर फसल विविधीकरण का विकल्प चुनने वाले किसानों के साथ पांच साल तक का अनुबंध कर सकती हैं.
-
ndtv.in
-
Explainer: मोदी सरकार ने किसानों के सामने क्यों रखा फसलों के विविधीकरण का विकल्प...?
- Monday February 19, 2024
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: तिलकराज
किसान अगर फसलों के विविधीकरण की ओर यानि दलहन मक्का और कपास उगाता है, तो पांच साल तक सरकार NCCF और नेफेड के ज़रिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लेने का लिखित आश्वासन देगी. फसलों के विविधीकरण के ज़रिए सरकार किसानों को अच्छा मूल्य और खेती की लागत कम रखने का मौक़ा दे रही है.
-
ndtv.in
-
कृषि निर्यात क्षेत्र सिर्फ पांच कमोडिटीज पर निर्भरता से वैश्विक कीमतों को लेकर संवेदनशीलः रिपोर्ट
- Tuesday December 26, 2023
- Reported by: भाषा
भारत की तरफ से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख कृषि उत्पादों में कॉफी, अरंडी तेल, ताजा फल, तंबाकू, प्रसंस्कृत जूस, मूंगफली, ताजा सब्जियां, औषधीय उत्पाद, मांस, रेशम, ऊन, कपास और डेयरी उत्पाद भी शामिल हैं.
-
ndtv.in
-
MP: खरगोन में फसल चोरी के शक में युवक को खंभे से बांध कर पीटा, 5 लोगों पर केस दर्ज
- Thursday October 27, 2022
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: अंजलि कर्मकार
ये घटना एमपी के खरगोन जिले के ग्राम जामन्या की है. यहां एक युवक नूरसिंह की खंभे से बांधकर पिटाई की गई है, एक किसान ने उस पर कपास चोरी का आरोप लगाया और अपने बेटों के साथ मिलकर खूब पीटा.
-
ndtv.in
-
जैविक खेती के नाम पर दुनिया को 'ठगा' जा रहा MP में, राज्य में 'काग़ज़ी' हैं किसान
- Tuesday April 5, 2022
- Reported by: अनुराग द्वारी
राज्य ने पिछले वित्त वर्ष में 2683 करोड़ रुपये के मूल्य के 5 लाख मी.टन से अधिक के जैविक उत्पाद निर्यात किये हैं. देश से सालाना करीब 1,20,000 टन जैविक कपास का निर्यात होता है.
-
ndtv.in
-
पंजाब में किसानों ने सरकारी अफसरों को कई घंटे बनाकर रखा बंधक, पुलिस की मदद से छुड़ाया गया
- Tuesday March 29, 2022
- Reported by: भाषा
ये किसान पिंक बॉलवर्म प्रजाति के कीटों से कपास की फसल को हुए नुकसान के लिये मुआवजे की मांग कर रहे थे. इस घटना के विरोध में प्रदेश भर के राजस्व अधिकारी मंगलवार को हड़ताल पर रहे.
-
ndtv.in
-
मध्य प्रदेश : सोयाबीन बीजों का गहराया संकट, कृषि मंत्री बोले- किसान दूसरी फसल लगा लें
- Friday June 18, 2021
- Reported by: अनुराग द्वारी
किसान कालू का कहना है कि पहले कपास बोते थे इस बार सोयाबीन बोया है, 8000 कट्टा मिल रहा है, 3500 का भाव मिलता था क्या भाव है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश को सोया राज्य का तमगा मिला हुआ है, लेकिन इस बार किसानों को गुणवत्ता वाले सोया बीजों के गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है.
-
ndtv.in
-
पाकिस्तान ने भारत से व्यापार बहाली का फैसला 24 घंटे में ही पलटा, बताई ये वजह...
- Thursday April 1, 2021
- Reported by: एएफपी
पाकिस्तान ने घरेलू मोर्चे पर भारी आलोचनाओं के बीच भारत से कपास, चीनी और तेल का आयात शुरू करने के निर्णय को फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
-
ndtv.in
-
कोविड-19 की जांच के लिए नमूना लेने के बाद शिशु की मौत, परिवार ने लापरवाही का लगाया आरोप
- Friday August 14, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: सचिन झा शेखर
बच्चे की मां पापिया पाल साहा ने कहा कि उसका बेटा बुधवार को उसकी नाक से कोविड-19 के लिए नमूने लेने से पहले तक स्वस्थ था तथा उसके कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गयी. उसने कहा, ‘‘ मैंने डॉक्टरों से कहा कि उसकी नाक से बहुत खून बह रहा है. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वह ठीक हो जाएगा लेकिन मेरा बच्चा मेरी आंखों के सामने मर गया.’’
-
ndtv.in
-
35 हजार लोगों के हिस्से का अनाज चट कर सकता 4 करोड़ टिड्डियों का दल, कई राज्यों में फैला है आतंक
- Wednesday May 27, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: नवीन कुमार
टिड्डी अपने वजन से कहीं अधिक भोजन एक दिन में खाती है. ये एक दिन में 100 से 200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है फिलहाल मध्यप्रदेश में 8000 करोड़ रू की मूंग की फसल को इनसे खतरा है, बाकी राज्यों में ये कपास और मिर्ची को निशाना बना सकते हैं.
-
ndtv.in
-
टिड्डी दल के हमले से दहशत में किसान, कुछ रिहायशी इलाकों में भी बढ़ाई परेशानी, 10 खास बातें
- Monday May 25, 2020
- Written by: आनंद नायक
Locusts Attack: कोरोना वायरस की महामारी (Covid-19 Pandemic) के कारण पहले ही मुश्किल में फंसे देश के किसानों की मुश्किलें पाकिस्तान से आए टिड्डियों के दल (Locusts Attack) ने और बढ़ा दी है. मध्यप्रदेश, राजस्थान और यूपी जैसे प्रदेश का टिड्डियों की यह मार झेलनी पड़ी है. इस आपदा को समय रहते काबू नहीं किया तो मूंग, कपास और मिर्ची की फसल को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
-
ndtv.in