इसमें कोई दोराय नहीं है कि सिनेमा का एक्सपीरियंस मजेदार होता है, एक बड़ी सी स्क्रीन, सराउंड साउंड, ऊपर से गर्मागर्म पॉपकॉर्न की खुशबू, ढेर सारे लोगों के साथ ये सबकुछ एक्सपीरियंस करने का मजा ही कुछ और है. वैसे अगर सिनेमा के क्राउड को छोड़ दें तो टेक्नोलॉजी के जादू और गर्मागर्म पॉपकॉर्न के साथ हम यही ग्रेट ऑडियो और वीडियो का एक्सपीरियंस अपने घर में ही, अपनी टीवी पर पा सकते हैं.
Gadgets 360 ने Dolby के साथ मिलकर इस बारे में जानने की कोशिश की कि आखिर वो कैसे Dolby Vision और Dolby Atmos के साथ ब्रांड्स और कंटेंट क्रिएटर्स को ज्यादा पावर दे रहा है ताकि वो डॉल्बी इनेबल्ड प्रॉडक्ट्स और स्ट्रीमिंग सर्विसेज़ के साथ कंज्यूमर्स को बेस्ट कॉन्टेंट दे सकें.
Experience Dolby with Gadgets 360 सीरीज़ के साथ हम आपको तीन चीजें समझने में मदद करेंगे जिससे आप अपने घर के लिए चुन पाएंगे सही हार्डवेयर, ताकि आप जब मूवीज़, शोज़ एंजॉय करने बैठें तो आपको टेक की उलझन नहीं, बल्कि आपकी फेवरेट कहानियों और कैरेक्टर्स का जादू महसूस करने को मिले.
1.बड़ा ही बेहतर?
जाहिर है, बड़ी स्क्रीन का अपना चार्म है और ये आपकी पहली पसंद हो सकता है, लेकिन आपको स्क्रीन के साइज़ के अलावा रिजॉल्यूशन का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि बड़ी स्क्रीन का फायदा क्या, अगर यह बेहतर पिक्चर क्वालिटी न दे सके. जरूरी है कि आपकी टीवी में डॉल्बी विज़न सपोर्ट हो डॉल्बी विजन सिनेमा से इंस्पायर्ड एक एडवांस्ड HDR फॉर्मेट है, जो आपकी डिवाइस की क्षमता के हिसाब से ऑटोमेटिकली हाइएस्ट क्वालिटी की इमेजेज़ डिलीवर करता है और इससे आपको मिलता है बेस्ट एंटरटेनमेंट.
इससे आपको मिलता है जबरदस्त ब्राइटनेस, अल्ट्रा विविड कलर्स और डीपर ब्लैक, जिससे डॉल्बी विजन इनेबल्ड टेलीविजन्स पर बेहतर कॉन्ट्रास्ट देखी जा सकती है. अगर आपने कभी HDR का एक्सपीरियंस नहीं लिया है, तो इसका एक्शन देखकर आप बिल्कुल हैरान रह जाएंगे क्योंकि आप अबतक घर पर यह एक्सपीरियंस नहीं ले सकते थे. तो अगली टीवी खरीदते वक्त बस स्क्रीन साइज ही नहीं, ये भी जरूर देखें कि उसमें डॉल्बी विजन इनेबल्ड हो.
सबसे अच्छी बात है कि ये आपके बजट पर भी भारी नहीं पड़ेगा- लगभग सभी बड़े ब्रांड्स में डॉल्बी विजन टेक्नोलॉजी का सपोर्ट मिलता है, ऊपर से ये आपको कई रेंज की डिवाइसेज़ में मिल जाएगा. आपको डॉल्बी विजन प्रीमियम, बजट और मिड रेंज के टीवी, लैपटॉप, टैबलेट और यहां तक कि आपके स्मार्टफोन पर भी मिल जाएगा.
2. सराउंड साउंड से भी बेहतर!
सिनेमा में बैठकर मूवी देखने का जो अनुभव होता है, उसके पीछे साउंड का बड़ा हाथ होता है. ऐसा साउंड जिसमें आप बिल्कुल पूरी तरह डूब जाएं. आपको बातचीत का एक हिस्सा महसूस कराने वाले डायलॉग हों, या स्क्रीन पर चल रही लड़ाई, के ऐसे साउंड, जिन्हें आप आंख बंद करके भी बिल्कुल सही-सही महसूस कर लें. सराउंड साउंड सिनेमा के एक्सपीरियंस को अच्छा और बुरा बनाते हैं.
हालांकि, घर पर मूवी देखने पर हमारे पास हमेशा से लिमिटेड ऑडियो ऑप्शन रहे हैं. लेकिन डॉल्बी एटमॉस के साथ, आपको आपकी टीवी या साउंडबार में वही डॉल्बी टेक्नोलॉजी मिलती है, जो सिनेमा में यूज़ होती है.
इससे आप जबरदस्त क्लैरिटी और डिटेल के साथ मल्टीडिमेंशनल साउंड एक्सपीरियंस कर पाते हैं, जिससे ऐसा लगता है कि आप खुद एक्शन के बिल्कुल बीचों-बीच हें और साउंड आपके चारों ओर मूव कर रहा है. यह बिल्कुल पॉसिबल है ऐसी टीवीज़ के साथ जिनमें डॉल्बी एटमॉस और डॉल्बी विजन सपोर्ट हो. आप अपनी टीवी के साथ अलग से डॉल्बी टेक इनेबल्ड साउंडबार भी लगा सकते हैं.
3. और आपके लिए बेस्ट OTT है...?
बेस्ट ऑडियो और वीडियो टेक्नोलॉजी होने का कोई मतलब नहीं है अगर आपका कॉन्टेंट बेस्ट टेक्नोलॉजी में अवेलेबल नहीं है. बेस्ट व्यूइंग एक्सपीरियंस के लिए आपके पास ऐसी स्ट्रीमिंग सर्विस का एक्सेस होना चाहिए, जिसमें डॉल्बी टेक्नोलॉजी हो.
Netflix, Disney+ Hotstar, Amazon Prime Video, Apple TV+ और VOOT जैसे प्लेटफॉर्म डॉल्बी सपोर्ट देते हैं, तो इसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. ऐसा कॉन्टेंट देखिए, जिसमें डॉल्बी सपोर्ट मिलता हो, चाहे स्पोर्ट्स हो, म्यूजिक हो, टीवी शोज़ हो या मूवीज़ ही क्यों न हों.
इन तीन पॉइंट्स से क्लियर है कि आपको घर पर सिनेमा जैसा एक्सपीरियंस पाने के लिए न तो पैसा बहाने की जरूरत है, न ही अपने प्लान्स बदलने की जरूरत है- डॉल्बी की मदद से ये आप यह लुत्फ कभी भी उठा सकते हैं.
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