नई दिल्ली:
भुगतान मसले को लेकर बीसीसीआई द्वारा प्रसारण अधिकार अनुबंध रद्द किए जाने के एक दिन बाद निम्बस ने मंगलवार को दावा किया कि उसने आनुबंधिक दायित्वों के अनुरूप ही काम किया था। बीसीसीआई ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कल निम्बस के साथ करार रद्द कर दिया और 2000 रुपये की बैंक गारंटी भी जब्त कर दी। निम्बस ने एक बयान में कहा, ऐसे अनुबंधों में गोपनीयता के प्रावधान को ध्यान में रखते हुए निम्बस मीडिया को ब्यौरा नहीं दे सकता लेकिन इसकी पुष्टि करता है कि उसने आनुबंधिक दायित्वों के भीतर ही काम किया जिन्हें समय समय पर दोनों पक्षों ने मंजूरी दी थी। कंपनी ने कहा कि वह समाधान तलाशने की दिशा में काम कर रही है। बयान में कहा गया, निम्बस पूर्ण समाधान तलाशने की दिशा में काम कर रहा है। हमें उम्मीद है कि आने वाले हफ्तों में इसका सर्किल हल निकल आएगा। इसने कहा, निश्चित तौर पर हमारे पास तमाम अधिकार और विकल्प सुरक्षित हैं जिसमें पंचाट प्रक्रिया शामिल है। निम्बस की ओर से इसके बाद तब तक कोई बयान जारी नहीं किया जायेगा जब तक बीसीसीआई से उसकी बातचीत पूरी नहीं हो जाती। बीसीसीआई कार्यसमिति की आपात बैठक में कल निम्बस के साथ करार रद्द करने का फैसला किया गया। निम्बस ने अक्तूबर 2009 में क्रिकेट बोर्ड के साथ 2000 करोड़ रूपये का चार साल का करार किया था। उसने कार्यसमिति की बैठक से पहले 24 करोड़ रूपये का भुगतान किया लेकिन अभी भी 88 करोड़ रूपये बाकी था।